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Adults आ बच्चों में Viral बुखार के लक्षण?

हमनी के शरीर के सामान्य तापमान 98.6 डिग्री फारेनहाइट बा। वायरल बोखार में शरीर के तापमान सामान्य से जादा होखेला जवन कि कवनो वायरस के चलते हो सकता। जरुरी नइखे कि हर बेर कवनो वायरस आवे पर हमनी के बोखार होखे बाकिर बोखार के अनुभव एह बात के संकेत हो सकेला कि शरीर संक्रमण से लड़े के कोशिश करत बा. असल में बोखार में शरीर के तापमान बढ़ जाला जवना के चलते संक्रमण खतम होखे लागेला अवुरी उ गुणा ना होखे पावेला।बच्चन में बोखार के पता एही तापमान से लगावल जा सकेला:गुदा, कान अवुरी माथा: 100.4 डिग्री फारेनहाइट से जादे।Oral : 100 डिग्री फारेनहाइट से अधिक।Armpit पर: : 99 डिग्री फारेनहाइट से अधिक।वायरल बुखार के लक्षण:जब बोखार होखे त आदमी के इ लक्षण हो सकता:कंपकंपी भा ठंडा महसूस कइलपसीना से तर-बतर होखे केभूख के कमीDehydrationदर्द के प्रति संवेदनशीलताऊर्जा के कमीएकाग्रता में दिक्कतजब राउर बच्चा भा नवजात शिशु के बोखार होखे तछूवे में गरम महसूस होलाइनकर गाल फीका हो जालाउ लोग के बहुत पसीना आवेलातेज बोखार के स्थिति में आदमी चिड़चिड़ा अवुरी भ्रमित हो जाला अवुरी दौरा पड़ सकता।Source:-https://www.medicalnewstoday.com/articles/168266?formCode=MG0AV3#_noHeaderPrefixedContent

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का रउवा दिन में ज्यादा नींद आवे से जूझ रहल बानी ?

का रउवा दिन में अक्सर नींद आवेला चाहे रउवा केतना भी सुत लीं ?हो सकेला कि रउरा Excessive Daytime Sleepiness से पीड़ित होखब, दिन में जादा नींद आवे से दुनिया के 20% आबादी प्रभावित होखेला। लेकिन एकर निदान बहुत कम होखेला अवुरी एहीसे एकरा के कम समर्थन मिलेला अवुरी एकरा के जादे महत्व ना दिहल जाला।बाकिर असलियत में ई काफी खतरनाक हो सकेला!Excessive Daytime Sleepiness के दुष्प्रभाव: का जादा नींद नुकसानदेह हो सकता? दिन में जादा नींद आवे के संबंध शारीरिक अवुरी मानसिक दुनो प्रकार के बेमारी से होखेला, जईसे कि:1. रोजमर्रा के काम करे में दिक्कत: एह से पीड़ित लोग के रोजमर्रा के काम पूरा करे में भी दिक्कत होखेला, जवना के चलते उनुका रोजमर्रा के काम में परेशानी होखे लागेला।2. पढ़ाई पर बुरा असर : ईडीएस लइकन खातिर बहुत खतरनाक होला। एकरा चलते लईका पूरा तरीका से पढ़ाई प ध्यान ना दे पावेले अवुरी धीरे-धीरे उनुकर ग्रेड कम होखे लागेला।3. ध्यान के कमी: दिन में जादा नींद आवे के चलते दिमाग सक्रिय रूप से काम ना करेला, जवना के चलते ध्यान के अवधि कम हो जाला अवुरी जीवन के गुणवत्ता धीरे-धीरे खराब होखे लागेला।4. सामाजिकता के कमी: दिन में जादा नींद आवे वाला लोग के अधिकांश समय नींद में बितावेला अवुरी एकरा चलते उ लोग के संगे सामाजिकता ना बना पावेले। जवना के चलते उ लोग धीरे-धीरे अकेलापन महसूस करे लागेले।5.अवसाद आ चिंता जइसन मनोवैज्ञानिक स्थिति: दिन भर नींद महसूस होखे के चलते दिन के काम ठीक से ना होखे, पढ़ाई में ग्रेड निमन ना होखेला, अवुरी आदमी अकेलापन महसूस करेला, जवना के चलते उ धीरे-धीरे अवसाद अवुरी चिंता के ओर बढ़े लागेला।6. मोटर वाहन दुर्घटना आ मौत: दिन में जादा नींद आवे के चलते गाड़ी चलावत घरी भी लोग के नींद आ सकता, जवना के चलते सड़क दुर्घटना हो सकता।दिन में जादा नींद आवे से आदमी के जान खाती असली खतरा हो सकता।Source:- https://www.mayoclinicproceedings.org/article/S0025-6196(20)30984-8/fulltext

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पेट के चर्बी कईसे कम कईल जाला?

पेट के चर्बी कम कईल आज लगभग सभके सबसे बड़ चिंता के विषय बा।एह वीडियो में हमनी के पेट के चर्बी कम करे के कुछ आसान तरीका साझा करब जा, जवन कि युवा उमिर में, गर्भावस्था के बाद अवुरी C-section के बाद भी पेट के चर्बी कम करे खाती फायदेमंद हो सकता।पेट के चर्बी कम कईल कब चिंता के विषय हो जाला? युवा वयस्क के रूप में महिला में औसतन पेट में चर्बी पुरुष के मुक़ाबले कम होखेला।menopause के संगे इ बदल जाला।अधबूढ़ महिला में चर्बी शरीर के ऊपरी हिस्सा में जादा संग्रहित होखेला : कूल्ह अवुरी जांघ के ऊपर। हो सकता कि आपके वजन में कवनो वास्तविक बढ़ोतरी ना देखाई दिही, लेकिन आपके कमर के रेखा इंच-इंच बढ़ सकत रहे। पेट के चर्बी से कुछ पुरान बेमारी हो सकेला जइसे कि: हृदय रोग के बेमारी, डिमेंशिया के बेमारी, दमा के बेमारी, स्तन कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसरपेट के चर्बी कम करे के सरल तरीका आप अपना जन्म के वजन चाहे अपना जीन में बदलाव नईखी क सकत, अवुरी menopause के रोक नईखी सकत। लेकिन फिर भी कई तरीका बा जवना से पेट में चर्बी के जमाव कम से कम हो सकता। एगो नीमन खबर इ बा कि आहार अवुरी व्यायाम दुनो कारक बहुत निमन प्रतिक्रिया देवेला, काहेंकी कूल्ह अवुरी जांघ प मौजूद चर्बी के मुक़ाबले पेट के चर्बी के फैटी एसिड में जादे आसानी से मेटाबोलाइज हो जाला।4 प्रभावी तरीका पेट के चर्बी कम करे खातिर अपना दिनचर्या में शामिल करीं:व्यायाम :व्यायाम से आपके कमर के परिधि कम होखे में मदद मिलेला। भले ही आपके वजन ना कम होखे, लेकिन पेट के चर्बी कम हो जाला अवुरी मांसपेशी के द्रव्यमान बढ़ जाला। अधिकांश दिन में कम से कम 30 मिनट के व्यायाम आकस्मिक गति से करीं, जईसे कि तेज पैदल चलल चाहे साइकिल चलावे के। रउआँ एह छोट-छोट टिप्स से भी अपना दिनचर्या में गति जोड़ सकत बानी: गंतव्य से दूर आपन गाड़ी खड़ा करीं आ बाकी रास्ता पैदल चलीं, लिफ्ट के जगह सीढ़ी ले लीं, आ खड़ा होके/ चल के फोन पर बात करीं।सही खाईं :हमेशा संतुलित आहार पसंद करीं जवन कि आपके स्वस्थ वजन हासिल करे अवुरी बनावे राखे में मदद करे। फल आ सब्जी, दाल, नट्स आ बीज के सेवन पर अधिका ध्यान दीं, पेट में चर्बी जमा होखे के प्रोत्साहित करे वाला खाद्य पदार्थ से परहेज करीं, खास तौर प चीनी मिलावल खाद्य अवुरी पेय पदार्थ से परहेज करीं।धूम्रपान मत करीं : धूम्रपान आपके पेट में चर्बी के भंडारण के जिम्मेदार होखेला।अइसन आदत में कबो ना लिप्त रहींजरूरत के मुताबिक ही नींद ली: 5 घंटा से कम भा 8 घंटा से जादा सुतला प दुनो पेट के चर्बी जमा होखे खाती जिम्मेदार होखेला। पेट के चर्बी कम करे खातिर लगभग 6 से 8 घंटा तक सुते के चाही। जल्दी से ठीक करे के काम भुला जा। कॉस्मेटिक फैट हटावे खातिर Liposuction पेट के दीवार के भीतर ना पहुंचेला। का रास्ता आगे बढ़ल आसान नइखे लउकतSource:-1. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/24635424/ 2. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/17384661/

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बेहतर नींद खातिर 7 टिप्स: अपना स्वास्थ्य अवुरी भलाई में सुधार करीं! 7 Tips for Better Sleep!

अच्छा स्वास्थ्य खातिर बढ़िया नींद अनिवार्य बा। ई बात कवनो नया बात नइखे बाकिर आधुनिक जीवन के गति मुश्किल से आराम आ सुते के समय देला.ठीक डाइट आ एक्सरसाइज के तरह, नींद मस्तिष्क के प्रदर्शन, मनोदशा अवुरी स्वास्थ्य में बढ़ोतरी खाती ओतने महत्वपूर्ण बा।पर्याप्त गुणवत्ता वाला नींद ना मिलला से दिल के बेमारी, स्ट्रोक, मोटापा अवुरी डिमेंशिया तक के बहुत बेमारी अवुरी विकार के खतरा बढ़ जाला।नींद हमनी के शरीर के मरम्मत के काम करेले।अच्छी नींद खातिर 7 गो टिप्स:नींद रोजमर्रा के दिनचर्या निहन लाग सकता लेकिन कबो-कबो हमनी के मदद के जरूरत होखेला अवुरी इ 7 टिप्स आपके नींद के बेहतर तरीका से मदद क सकता:रोज व्यायाम करीं : व्यायाम भा इहाँ तक कि रोज तेज पैदल चले से बस ना सिर्फ वजन कम करे में मदद मिलेला बालुक नींद भी ठीक होखेला। इ प्राकृतिक नींद के हार्मोन मेलाटोनिन के प्रभाव के बढ़ावेला।नींद खातिर बिस्तर आरक्षित करीं: एक बेर बिस्तर प आ गईला के बाद फोन कॉल, मेसेज, ईमेल के जवाब देवे, रील, टीवी चाहे youtube वीडियो देखे से परहेज करीं। आराम करीं आ सुते पर ध्यान दीं..कमरा के आरामदायक माहौल बनाईं: अपना कमरा के यथासंभव आरामदायक माहौल बनावे के कोशिश करीं। आदर्श रूप से ई शांत, अन्हार, ठंडा माहौल होखे के चाहीं। याद राखीं कि सुते के दौरान कमरा में टेलीविजन अवुरी स्मार्टफोन ना होखे के चाही इ असली विकर्षण ह।आपन नींद के एक ritual बनावल : ठीक ओसही जईसे जब हमनी के लईका रहनी जा अवुरी लोरी हमनी के नींद आवे में मदद करत रहे, ओसही सुते के समय के दिनचर्या कईल जईसे कि बड़ लोग भी अयीसन क सकतारे। चाहे उ गरम दूध पीयल होखे, किताब पढ़ल होखे, चाहे शांत संगीत सुनल होखे, इ सभ गतिविधि आपके शरीर के संकेत देवेले कि अब सुते के समय आ गईल बा। संगही, कोशिश करीं कि रोज एकही समय में सुते अवुरी जागल जाए। एहसे आपके शरीर के नींद के स्वस्थ पैटर्न में आवे में मदद मिलेला।सुते से पहिले समझदारी से खाना खाईं: भूख लागल होखे भा ओवरफुल होखल, दुनो आपके जागल राखे खातिर विचलित करे वाला हो सकता। सुते के दु से तीन घंटा के भीतर भारी खाना खाए से बची। अगर सुते से ठीक पहिले भूख लागल बा त नाश्ता तक संतुष्ट करे खातिर एगो छोट हेल्दी स्नैक खाईं।शराब अवुरी कैफीन से बचे के चाही: शराब अवुरी चॉकलेट सुते से पहिले स्नैक्स के हिस्सा ना होखे के चाही। चॉकलेट अवुरी शराब में मौजूद कैफीन उत्तेजक होखेला, जवना के चलते आपके तनिका नींद आवेला, लेकिन असल में इ रात के समय नींद में बाधा पहुंचावेला।तनाव मुक्त होखे:** तनाव एगो उत्तेजना ह जवन नींद के खिलाफ काम करेवाला लड़ाई-या-उड़ान के हार्मोन के सक्रिय करेला। कुछ आराम के तकनीक जईसे सांस लेवे के व्यायाम के इस्तेमाल करीं, जवन कि निमन नींद के बढ़ावा दे सकता अवुरी दिन के चिंता के भी कम क सकता।नींद में सुधार खातिर जीवनशैली में इ साधारण बदलाव के आजमाईं। हालांकि, जदी आपके खर्राटा, छाती चाहे गला में जलन, चाहे रात में बेचैनी जईसन लक्षण देखाई देता त आपके स्लीप एपनिया चाहे जीईआरडी जईसन स्थिति हो सकता। इ सब नींद में बाधा पहुंचा सकता अवुरी दिन में थकान महसूस क सकता। अइसना में सही निदान आ इलाज खातिर डाक्टर से सलाह लिहल जरूरी बा.Source:- 1. https://www.health.harvard.edu/newsletter_article/8-secrets-to-a-good-nights-sleep 2. https://www.nhlbi.nih.gov/files/docs/public/sleep/healthy_sleep.pdf

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हर दिन साइकिल चलावे के 5 फायदा!

आज हमनी के साइकिल चलावे के स्वास्थ्य लाभ के बारे में बात करब जा। का रउवा जानत बानी कि सिर्फ साइकिल चलावे से दिल के बेमारी के खतरा 50% कम हो जाला?साइकिल चलावे के स्वास्थ्य खातिर अउरी कई गो फायदा बा। शुरुआत कइल जाव:हृदय के स्वास्थ्य के समर्थन करेला: साइकिल चलावे में शरीर में जादा ऑक्सीजन के जरूरत होखेला, जवना के चलते दिल के जादा खून पंप करे के पड़ेला। अयीसन कईला से दिल के मांसपेशी मजबूत हो जाले अवुरी खून के संचार भी निमन रहेला, जवन कि समग्र रूप से दिल के स्वास्थ्य खाती बहुत निमन बा। माने कि दिल से जुड़ल समस्या जइसे कि स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर आदि के संभावना कम हो जाला।वजन घटावे: मात्र एक घंटा साइकिल चलावे से लगभग 600 कैलोरी बर्न हो सकता। साइकिल चलावे के दौरान शरीर के ऊर्जा के जरूरत होखेला, जवन कि कैलोरी मिलेला अवुरी एकरा संगे-संगे शरीर के चर्बी भी कम होखे लागेला, जवन कि वजन घटावे में मदद करेला।मूड में सुधार करेला: साइकिल चलावे से शरीर में एंडोर्फिन यानी फीलिंग-गुड हार्मोन निकलेला, अवुरी तनाव के हार्मोन भी कम होखेला, जवन कि तनाव के कम करेला अवुरी मानसिक स्वास्थ्य के भी निमन राखेला।मांसपेशी के मजबूत करेला: साइकिल चलावे से पैर के सभ मांसपेशी मजबूत हो जाला, चाहे उ जांघ होखे, ओकर लचीलापन बढ़ जाला अवुरी ओकरा में मौजूद चर्बी भी कम होखे लागेला, जवना के चलते पैर Toned देखाई देवेलाजोड़ के स्वास्थ्य खाती निमन: साइकिल चलावे से जोड़ प ओतना असर ना पड़ेला, जेतना कि दौड़ला से होखेला, जवना के चलते घुटना अवुरी कमर के चाल चिकना हो जाला। आ जवना लोग के जोड़ के समस्या बा ऊ लोग साइकिल चलावे के काम भी आसानी से कर सकेला.त रउरा का इंतजार करत बानी? आज से साइकिल चलावल शुरू करीं, अवुरी स्वस्थ शरीर अवुरी दिमाग के संगे-संगे अपना शरीर के फिट राखी।Source:- 1. https://www.health.harvard.edu/blog/biking-and-sex-avoid-the-vicious-cycle-201209145290 2. https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/cycling-health-benefits

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हेल्दी ड्रिंक के प्रकार : हाइड्रेटेड के संगे-संगे स्वस्थ भी रहे के चाही!

हमनी के बचपन से ही सीखत आईल बानी जा कि हमनी के शरीर के 70% हिस्सा पानी होखेला अवुरी हमनी के शरीर में रोज पेशाब अवुरी पसीना के माध्यम से पानी के नुकसान होखेला। त रोज के नुकसान के वसूली खातिर स्वस्थ पेय पदार्थ के सेवन करे के सलाह दिहल जाला।पहिले के समय में पानी पानी के नुकसान के भरपाई करे खातिर सबसे ताज़ा आ शुद्ध तरल पदार्थ में से एगो रहे। लाखों साल तक इंसान सिर्फ पानी के एकमात्र पेय पदार्थ के रूप में भरोसा करत रहे।फेर धीरे-धीरे अउरी विकल्प जइसे कि दूध, बियर, शराब, कॉफी, चाय आदि के शुरूआत भइल आ हमनी के अलग अलग समय पर का पीये के मन करेला एकर चुनाव करे लगनी जा।Infact हमनी के चुने वाला पेय पदार्थ के प्रकार अब हमनी के सामाजिक सभा के प्रकार से भी जुड़ल बा। आ इहे ह जहाँ हमनी के एगो बड़हन बदलाव आइल, हमनी खातिर आ अपना लइकन खातिर भी हेल्दी ड्रिंक के समझदारी से ना चुन पवनी जा।त अगर बहुत तरल पदार्थ पीये के सलाह दिहल जाला त का जरूरत के पूरा करे खातिर कवनो तरल पदार्थ पीयल ठीक बा?निश्चित रूप से ना।त आईं हमनी के कुछ हेल्दी ड्रिंक के विकल्प पर चर्चा करीं जा जवना के हमनी के सेवन कर सकेनी जा आ अपना लइकन के भी पेश कर सकेनी जा:नारियल के पानी : नारियल के पानी प्यास बुझावे खातिर सबसे पौष्टिक अवुरी स्वस्थ पेय में से एगो ह। इ चीनी, प्रोटीन, मुक्त अमीनो एसिड, विटामिन, खनिज अवुरी कुछ विकास बढ़ावे वाला कारक देवेला।ताजा फल के रस : ताजा फल के रस निश्चित रूप से बहुत स्वस्थ विकल्प बा। अध्ययन से साबित भईल बा कि रस से निकले वाला विटामिन, खनिज अवुरी बायोएक्टिव यौगिक शरीर में आसानी से सोख लेवेला। एहसे बढ़िया पोषण के इंतजाम कईल। इहो साबित भइल बा कि रोज फल के रस पीये के मोटापा भा मधुमेह से बिल्कुल भी संबंध ना होला।ग्रीन टी : ग्रीन टी में पॉलीफेनोल होखेला, जवना में फ्लेवैनोल, फ्लेवोनोइड, अवुरी फिनोलिक एसिड शामिल बा। एकर सेवन से कई प्रकार के कैंसर से बचाव में मदद मिलेला, जवना में फेफड़ा, अन्ननलिका, मुंह, अग्न्याशय आदि के कैंसर शामिल बा।नींबू के पानी : नींबू साइट्रिक एसिड, विटामिन सी अवुरी पॉलीफेनोल के भरपूर स्रोत ह जवन कि स्वास्थ्य के कुछ फायदा देवेला, जईसे कि थकान से राहत देवेला, एंटी एजिंग प्रभावित करेला अवुरी दिल के बेमारी अवुरी कुछ खास कैंसर के खतरा के कम करेला।दूध : दूध अवुरी डेयरी उत्पाद में कैल्शियम, प्रोटीन अवुरी कुछ विटामिन अवुरी खनिज के मात्रा भरपूर होखेला अवुरी एकरा अलावे कुछ पुरान बेमारी जईसे हृदय रोग, मधुमेह से भी बचावेला अवुरी हड्डी के द्रव्यमान के घनत्व में भी सुधार करेला।घर के बनावल स्मूदी : घर के बनावल स्मूदी फल, सब्जी, साग अवुरी नट्स के मिला के बनावल जा सकता। इ पोषक तत्व से बहुत भरपूर होखेला अवुरी काफी भरपूर होखेला।हॉट-चॉकलेट : बिना चीनी डालल हॉट चॉकलेट एगो हेल्दी पेय हो सकता। कोको मूड के ऊपर उठावेला अवुरी डायबिटीज के खतरा भी कम करेला।सोया दूध भा बादाम के दूध : शाकाहारी लोग खातिर इ एगो बढ़िया विकल्प बा। इ फाइबर अवुरी प्रोटीन से भरपूर होखेला, अवुरी खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर के कम करे में मदद करेला, जवना से दिल के बेमारी के खतरा कम हो जाला।ब्लैक कॉफी : जदी एकरा के संयम से लिहल जाए त ब्लैक कॉफी भी एगो हेल्दी पेय ह। एकरा से कई गो पुरान बेमारी के खतरा कम हो जाला।कोम्बुचा : कोम्बुचा एगो किण्वित पेय ह अवुरी किण्वन से बायोएक्टिव यौगिक, विटामिन बी, विटामिन सी, अवुरी कुछ जरूरी खनिज जईसे आयरन, मैग्नीशियम, जस्ता आदि के मात्रा बढ़ावे में मदद मिलेला।सोडा, एनर्जी ड्रिंक अवुरी स्पोर्ट्स ड्रिंक जईसन चीनी वाला पेय पदार्थ से जरूर परहेज करीं, जवन कि फालतू के कैलोरी अवुरी कवनो पोषण ना देवेला।Source:-1 .https://www.researchgate.net/publication/353603073_An_Overview_on_Coconut_Water_As_A_Multipurpose_Nutrition 2. https://www.researchgate.net/publication/353603073_An_Overview_on_Coconut_Water_As_A_Multipurpose_Nutrition

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तेल के बार-बार गरम करे के नुकसान!

आज हर जगह लोग इहे सवाल पूछ रहल बा कि “खाना के तेल के दोबारा इस्तेमाल कईला से का नुकसान बा?”भारतीय लोग के तेल के इस्तेमाल से खाना बनावे के बहुत शौक बा।आ अगर कवनो खास मौका होखे त भारत भा भारतीय त्योहारो बिना पूरा आ पकोडा बनवले पूरा ना होखे जवन निश्चित रूप से डीप फ्राइड होखे.लेकिन देखल गईल बा कि हमनी के अक्सर अपना खाना बनावे में एकही तेल के बार-बार इस्तेमाल करेनी जा, ताकि लागत में बचत होखे अवुरी तेल के बर्बादी भी कम से कम होखे। खाली हमनी के घर में ना, सड़क के किनारे खाना के स्टॉल, होटल अवुरी रेस्टोरेंट में हर जगह तेल के दोबारा इस्तेमाल होखता। लेकिन, एकही खाना बनावे के तेल के बार-बार दोबारा इस्तेमाल कईला के दुष्प्रभाव के बारे में केहु कबो ना बोलेला।आज समझल जाव जब खाना बनावे के तेल के बार-बार दोबारा इस्तेमाल हो रहल बा त का होला!खाद्य तेल के बार-बार इस्तेमाल आ तलला से टोटल पोलर कम्पोउंड (TPC) बने ला जेवना से ई मनुष्य के खपत खातिर अयोग्य हो जाला। खाना बनावे के तेल के पोषण संबंधी गुण प भी बहुत असर पड़ेला, काहेंकी एकरा के बार-बार दोबारा गरम कईल जाला।खाना बनावे के तेल के दोबारा इस्तेमाल से हमनी के स्वास्थ्य प कईसन असर पड़ेला?कई गो अध्ययन सभ से साबित भइल बा कि खाना बनावे के तेल के दोबारा गरम कइल जा सके ला:विषाक्त पदार्थ छोड़ल जवन हानिकारक होखे एकरा में ट्रांस- फैट के मात्रा बढ़ जाला अब ताजा ना रहीं आ एहसे स्वाद भा गंध खराब हो सकेला कुछ बहुत हानिकारक प्रतिक्रिया पैदा करींतेल के दोबारा गरम कईल लोग के स्वास्थ्य खाती बहुत नुकसानदेह हो सकता। तेल के दोबारा गरम कईल लोग के स्वास्थ्य खाती बहुत नुकसानदेह हो सकता। एकर बहुत गंभीर नुकसानदेह असर हो सकता।खाना बनावे खातिर तेल के इस्तेमाल में हमनी के कवन सावधानी बरती सकेनी जा?तेल के दोबारा गरम करत घरी नुकसानदेह प्रभाव के कम करे के कुछ उपाय कईल गईल बा।तेल के ढेर समय तक गरम ना करे के चाहीं , डीप फ्राइंग से पहिले खाद्य पदार्थ में नमक ना डाले तेल में खाद्य कण जमा होखे से बचे के चाहीं ताकि दूषितता कम से कम होखे।हालांकि, हमेशा बेहतर होखेला कि खाद्य तेल के दोबारा इस्तेमाल के कड़ाई से नियंत्रित कईल जाए, ताकि हमनी के खाना बनावे के तेल के दोबारा गरम होखे के नुकसान से बचावे में मदद मिल सके।Source:-1https://www.researchgate.net/publication/336800574_The_Effect_of_Repeatedly_Cooking_Oils_on_Health_and_Wealth_of_a_Country_A_Short_Communication 2. https://fssai.gov.in/upload/media/FSSAI_NEws_Oil_Insider_30_09_2019.pdf

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नवरात्रि के उपवास के टिप्स ठीक से उपवास करे के तरीका !नवरात्रि के व्रत में का खाए के बा?

नवरात्रि के पावन परब शुरू हो गइल बा, आ रउरा सभे में से बहुत लोग व्रत में लागल होई। लेकिन का रउवा कबो सोचले बानी कि हमनी के नवरात्रि के समय व्रत काहे?असल में एह व्रत के वैज्ञानिक आ आध्यात्मिक संबंध बा। हमनी के पुरखा लोग नवरात्रि में उपवास के अवधारणा बनवले रहे ताकि भक्ति के संगे-संगे हमनी के पाचन तंत्र के तनी ढील दे सकेनी जा अवुरी मन अवुरी शरीर के साफ कर सकीले।त आज हम रउआ के व्रत के सही तरीका बतावत बानी, ताकि रउआ पूरा 9 दिन स्वस्थ आ ऊर्जावान रहीं। वीडियो के अंत तक देखीं, काहे कि जवन गलती हम आखिरी बिंदु में बताइब उ सबके द्वारा कईल गईल बा। त आईं शुरुआत कइल जाव:1. हाइड्रेटेड रहे के चाहीं: व्रत के दौरान पानी, नारियल के पानी, लस्सी चाहे रस पीयल जरूरी बा। इ सभ ना सिर्फ आपके शरीर के हाइड्रेटेड राखेला, बालुक इलेक्ट्रोलाइट्स के संतुलित भी करेला। नारियल के पानी में पोटेशियम होखेला, जवन कि मांसपेशियन के थकान कम करेला अवुरी आपके सक्रिय राखेला। सही हाइड्रेशन से भी आपके मेटाबॉलिज्म सही रहेला।2. सही आहार के पालन करीं: एक प्रकार के अनाज, पानी के चेस्टनट अवुरी राजगीरा जईसन लस मुक्त अनाज के पचावल आसान होखेला अवुरी एकरा से जरूरी पोषण मिलेला। एक प्रकार के अनाज में प्रोटीन अवुरी फाइबर के संगे-संगे रूटिन नाम के फ्लेवोनोइड होखेला, जवन कि दिल के स्वास्थ्य खाती निमन होखेला। इ अनाज पाचन के अनुकूल होखेला अवुरी दिन भर ऊर्जा के बरकरार राखेला।3. स्वस्थ वसा लेवे के चाहीं: घी, पनीर अवुरी दही जईसन स्वस्थ वसा आपके शरीर के लंबा समय तक ऊर्जा देवेला अवुरी मेटाबॉलिज्म के समर्थन करेला। घी में ब्यूटाइरिक एसिड होखेला जवन कि पेट के आस्तर के ठीक करे में मदद करेला। इ वसा आपके भूख के काबू में राखेला अवुरी शरीर के जरूरी पोषण देवेला।4. उपवास के समय हल्का खाए के चाहीं उपवास के समय फल आ भुनाइल मखाना जइसन हल्का नाश्ता ले लीं। फल में प्राकृतिक चीनी अवुरी फाइबर होखेला, जवना के चलते पाचन आसान हो जाला। कमल के बीज में एंटीऑक्सीडेंट अवुरी मैग्नीशियम होखेला, जवन कि शरीर के पोषण देवेला। तले वाला खाना से परहेज करीं काहे कि एहसे पाचन के गति धीमा हो सकेला आ पेट में भारीपन हो सकेला.उपवास सभका खातिर ना होला, जइसे कि गर्भवती महिला, स्तनपान करावे वाली माँ, लइका, किशोर, या दिल के समस्या वाला लोग, टीबी, भा कवनो दोसर मेडिकल स्थिति वाला लोग. काहे कि स्वास्थ्य पहिले, ना?त ई नवरात्रि राउर व्रत के स्मार्ट तरीका से मैनेज करीं आ राउर तन-आत्मा के साफ-सुथरा राखीं।माँ दुर्गा रउआ के आपन ताकत आ आशीर्वाद देस, आ राउर व्रत सफल होखे।जय माता दी!

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लीची के 4 जबरदस्त फायदा!

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Mrs. Prerna Trivedi

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बेल फल: गर्मी में सेहत के लिए सुपरफ्रूट!

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गर्मी में तरबूज खइला से कवना कवना आश्चर्यजनक फायदा होला?

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Mrs. Prerna Trivedi

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गर्मी में गन्ना जूस पीने के फायदे!

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