का रउवा कबो सोचले बानी कि “जब रउवा सर्दी भा दर्द होखे त रउवा मम्मी भा दादी हर खाना में आ तेल में भी लहसुन काहे डाल के मालिश करेली?एकर कारण बा कि लहसुन राउर शरीर खाती प्रतिरक्षा बढ़ावे से लेके चमकदार त्वचा तक चमत्कार क सकता। एकर बहुत बढ़िया स्वाद अवुरी स्वास्थ्य के फायदा बेमारी के इलाज क सकता अवुरी राउर लंबा समय तक जिंदा रह सकता।रोज कच्चा लहसुन खइला से स्वास्थ्य के अविश्वसनीय फायदा:1. दिल के स्वास्थ्यखराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर कम क के दिल के दौरा अवुरी हाई ब्लड प्रेशर के खतरा 15 से 40% कम हो सकता।लहसुन में एलिसिन होखेला, जवन कि खून के नली के आराम देवे में मदद करेला, जवना से खून के बहाव आसान हो जाला अवुरी ब्लड प्रेशर कम हो जाला।2. संज्ञानात्मक स्वास्थ्यलहसुन में एलिसिन नाम के एगो एंटीऑक्सीडेंट होखेला, जवन कि कोशिका के नुकसान अवुरी संज्ञानात्मक गिरावट के रोकेला।अल्जाइमर रोग के खतरा के कम करेला।3. पाचन तंत्रकच्चा लहसुन खइला से खराब बैक्टीरिया के मौत हो सकता, जवन कि संक्रमण अवुरी कीड़ा पैदा करेला।ई. कोलाई बैक्टीरिया के बढ़ती के भी कम करेला, जवन मूत्रमार्ग के संक्रमण (UTI) पैदा करेला।4. जोड़ के दर्दलहसुन के लौंग खइला से गठिया के चलते जोड़ में होखेवाला दर्द अवुरी सूजन कम हो सकता।रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा के अवुरी वायरस के बढ़े से रोक के सर्दी अवुरी खांसी से भी बचावल जा सकता।5. वजन घटावे में मददगारलहसुन से वसा के संग्रहण करेवाली कोशिका के निर्माण कम हो जाला।शरीर में चर्बी जरे के दर भी बढ़ जाला।लहसुन कवनो अउरी स्वास्थ्य पूरक चाहे दवाई से बहुत जादे कारगर होखेला। ई स्वाद आ स्वास्थ्य के अंतिम संयोजन हवे।Source:-1. Bayan, L., Koulivand, P. H., & Gorji, A. (2014). Garlic: a review of potential therapeutic effects. Avicenna journal of phytomedicine, 4(1), 1–14.https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4103721/2. Ansary, J., Forbes-Hernández, T. Y., Gil, E., Cianciosi, D., Zhang, J., Elexpuru-Zabaleta, M., Simal-Gandara, J., Giampieri, F., & Battino, M. (2020). Potential Health Benefit of Garlic Based on Human Intervention Studies: A Brief Overview. Antioxidants (Basel, Switzerland), 9(7), 619. https://doi.org/10.3390/antiox90706193. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7402177/
हाँ, अरंडी के तेल के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते बा जेकर बारे में जानकारी राखल जरूरी बा। एह दुष्प्रभावन के समझल अउर सावधानी बरतल बहुत महत्वपूर्ण बा।अरंडी के तेल के ओवरडोज अउर उपयोग के संदर्भ में निम्नलिखित बात पर ध्यान देवे के चाहीं:1. ओवरडोज के समस्या: अगर रउवा 60 से 90 एमएल अरंडी के तेल के ओवरडोज कर लेले बानी, त पेट में ऐंठन, मतली, उल्टी अउरी दस्त हो सकेला।2. त्वचा के एलर्जी: अरंडी के तेल लगावे से कुछ लोगन में त्वचा के एलर्जी जईसन कि दाना चाहे त्वचा में जलन हो सकेला।3. पानी के कमी: अरंडी के तेल के अधिक मात्रा में सेवन से दस्त चाहे मल त्याग बढ़ल के चलते पानी के कमी हो सकेला।4. गर्भावस्था में खतरा: गर्भवती महिला लोग के अरंडी के तेल ना लेवे के चाहीं, काहेंकि एकर सेवन से गर्भाशय सिकुड़ सकेला अउरी समय से पहिले बच्चा पैदा हो सकेला।5. अन्य दुष्प्रभाव: अरंडी के तेल के अउरी दुष्प्रभाव में छाती में दर्द, चक्कर आवे, बेहोश होखल, गला में जकड़न अउरी सांस लेवे में तकलीफ शामिल बा।ई जानकारी रउवा खातिर उपयोगी होला, अउरी अरंडी के तेल के उपयोग से पहिले डॉक्टर से सलाह लेवे के चाहीं, खासकर के अगर रउवा पहिले से कवनो स्वास्थ्य समस्या से ग्रसित बानी।Source:-1. Al-Tamimi, F. A., & Hegazi, A. E. (2008). A case of castor bean poisoning. Sultan Qaboos University medical journal, 8(1), 83–87.https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3087745/2. https://emergency.cdc.gov/agent/ricin/facts.asp
हीमोग्लोबिन खून में एगो प्रोटीन ह जवन शरीर में ऑक्सीजन के परिवहन करेला। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, सामान्य हीमोग्लोबिन स्तर बनाए रखे खातिर पुरुसन के रोजाना लगभग 8 मिलीग्राम आ महिलन के 18 मिलीग्राम तक आयरन के जरूरत होला (महिलन खातिर 12-16 mg/dL आ पुरुसन खातिर 14-18 mg/dL)।कई कारण हो सकेला जवन आयरन आ हीमोग्लोबिन स्तर के घटा सकेला, जइसे कि एनीमिया, विटामिन के कमी, आ आयरन के कमी।एहिजा कुछ प्राकृतिक तरीका दिहल जात बा जवन रउआ हीमोग्लोबिन स्तर बढ़ावे में मदद कर सकेला:1. चुकंदरफायदा: आयरन, फाइबर, आ फोलिक एसिड से भरपूर।कैसे इस्तेमाल करीं: चुकंदर के रस पियीं या रोजाना एक चुकंदर खाईं।2. खजूरफायदा: आयरन आ चीनी के समृद्ध स्रोत।कैसे इस्तेमाल करीं: अपने भोजन में खजूर शामिल करीं।ध्यान दिहल जाय: डायबिटीज से पीड़ित लोग खजूर से बचीं।3. बीन्स, दाल आ मूंगफलीफायदा: आयरन आ फोलिक एसिड से भरपूर।कैसे इस्तेमाल करीं: अपने भोजन में बीन्स, दाल, या मूंगफली जोड़ल जाय।4. कद्दू के बीजफायदा: लगभग 100 ग्राम कद्दू के बीज में लगभग 10 मिलीग्राम आयरन होला।कैसे इस्तेमाल करीं: भूंजल कद्दू के बीज स्नैक्स के रूप में खाईं या सलाद आ स्मूदी में मिलाईं।5. खट्टा खाद्य पदार्थ (टमाटर, संतरा, नींबू, बेरी)फायदा: विटामिन C से भरपूर जवन आयरन के अवशोषण में मदद करेला।कैसे इस्तेमाल करीं: अपने आहार में एह खाद्य पदार्थन के शामिल करीं।अतिरिक्त सुझाव:डार्क चॉकलेट: आयरन से भरपूर होला।भूरा चावल: आयरन से भरपूर होला।लोहे के बर्तन: लोहे के बर्तन में खाना बनावे से खाना में आयरन के मात्रा बढ़ सकेला।Source:-1. Ghose, B., & Yaya, S. (2018). Fruit and vegetable consumption and anemia among adult non-pregnant women: Ghana Demographic and Health Survey. PeerJ, 6, e4414. https://doi.org/10.7717/peerj.44142. Widowati, R. (2023, October). Utilization of various honey, fruits, and vegetables to increase hemoglobin levels in pregnant women with anemia in Indonesia. In IOP Conference Series: Earth and Environmental Science (Vol. 1255, No. 1, p. 012037). IOP Publishing. https://www.researchgate.net/publication/375818360
रउआ शरीर के संकेतन पर ध्यान देबे के बहुत जरूरी बा, काहे कि पोषक तत्व के कमी के बहुत गहिरा स्वास्थ्य परिणाम हो सकेला।एहिजा कुछ प्रमुख संकेत आ ओकरे संबंधित पोषक तत्वन के जानकारी दिहल जात बा:1. कैल्शियम के कमीसंकेत: शरीर सुन्न होखल, अंगुरी में झुनझुनी, दिल के धड़कन असामान्य।महत्व: हड्डी के स्वास्थ्य, मांसपेशियन के ताकत आ नस के कामकाज खातिर जरूरी।स्रोत: दही, पनीर, दूध।2. विटामिन डी के कमीसंकेत: हर समय थकान, मूड में बदलाव, जोड़ में दर्द, डिप्रेशन।महत्व: हड्डी आ दिमाग के स्वास्थ्य खातिर महत्वपूर्ण।स्रोत: मशरूम, दूध, चर्बीदार मछरी।3.आयरन के कमीसंकेत: नाखून टूटल, लगातार थकान आ कमजोरी, हाथ-गोड़ ठंडा, सांस लेवे में दिक्कत।महत्व: लाल रक्त कोशिका बनावे आ ऑक्सीजन के परिवहन खातिर जरूरी।स्रोत: पालक, चुकंदर, अनार।4. फोलिक एसिड के कमीसंकेत: चिड़चिड़ापन, जीभ नरम, लगातार थकान, दस्त।स्रोत: बीन्स, मूंगफली, सूरजमुखी के बीज।5.मैग्नीशियम के कमीसंकेत: भूख नईखे लागत, मतली, थकान, कमजोरी, शरीर सुन्न।स्रोत: बादाम, काजू, करिया बीन्स।एह लक्षणन के सुन के आ खानपान में सुधार करे से रउआ स्वास्थ्य सही बनल रह सकेला आ लंबा समय तक नुकसान से बाचल जा सकेला। अगर रउआ के लागता कि कवनो पोषक तत्व के कमी बा, त स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेबे के उचित बा, ताकि सही निदान आ इलाज हो सके।Source:-1. Kiani, A. K., Dhuli, K., Donato, K., Aquilanti, B., Velluti, V., Matera, G., Iaconelli, A., Connelly, S. T., Bellinato, F., Gisondi, P., & Bertelli, M. (2022). Main nutritional deficiencies. Journal of preventive medicine and hygiene, 63(2 Suppl 3), E93–E101. https://doi.org/10.15167/2421-4248/jpmh2022.63.2S3.27522. Wong, C. Y., & Chu, D. H. (2021). Cutaneous signs of nutritional disorders. International journal of women's dermatology, 7(5Part A), 647–652. https://doi.org/10.1016/j.ijwd.2021.09.003
फास्ट फूड खाइल आम खाना के विकल्प ह जवना के रऊवाॅं भूख से चुनेनी, चाहे दुपहरिया चाहे रात के खाना खाए जाए के समय, चाहे दोस्त के संगे घूमे के समय चुनेनी।फास्ट फूड एतना स्वादिष्ट होखेला कि स्वस्थ के बारे में भी आप नईखी सोच सकत। बीच-बीच में फास्ट फूड खईला से कवनो नुकसान ना होई लेकिन, जदी आप सप्ताह में चाहे रोज दु बेर से जादे फास्ट फूड खईनी त एकर नुकसान राउर शरीर के अलग-अलग अंग प देखाई दिही अवुरी कबो-कबो एकरा से मौत भी हो सकता। रोज फास्ट फूड खाए के हानिकारक प्रभाव इहाँ बतावल गईल बा:1. रोज फास्ट फूड खईला से राउर ब्लड प्रेशर बढ़ सकता, काहेंकी फास्ट फूड में प्रिजरवेटिव के रूप में सोडियम के मात्रा जादा होखेला, जवन कि जब खून के संचार में जाला त खून के नली के संकुचन हो जाला अवुरी हाई ब्लड प्रेशर हो जाला।2. जदी रऊवाॅं रोज फास्ट फूड खातानी त एकरा से राउर ब्लड प्रेशर बढ़ सकता अवुरी अंत में स्ट्रोक हो सकता।3. रोज फास्ट फूड खईला से डायबिटीज हो सकता, काहेंकी फास्ट फूड में चीनी के मात्रा जादा होखेला, जवना के चलते शरीर में चीनी के तुरंत स्पाइक होखेला अवुरी बाकी चीनी कार्बोहाइड्रेट के रूप में जमा हो जाला, जवना के चलते इंसुलिन के प्रतिरोधक क्षमता होखेला अवुरी डायबिटीज हो जाला।4. जब रऊवाॅं नियमित रूप से फास्ट फूड खातानी त एकरा से राउर कोलेस्ट्रॉल के स्तर बढ़ सकता, काहेंकी इ खाद्य पदार्थ संतृप्त वसा से बनल होखेला जवन कि रोज के जरूरत के संतृप्त वसा के लगभग 75% होखेला, जवना के चलते कोलेस्ट्रॉल के मात्रा जादा होखेला।5. जदी रऊवाॅं रोज फास्ट फूड खात बानी त एकरा से पोषण के बहुत कमी हो सकता, काहेंकी ए खाद्य पदार्थ में फाइबर, विटामिन अवुरी खनिज के कमी होखेला अवुरी इ कैलोरी, कार्ब अवुरी फैट से भरपूर होखेला।Source:- 1. Fuhrman J. (2018). The Hidden Dangers of Fast and Processed Food. American journal of lifestyle medicine, 12(5), 375–381. https://doi.org/10.1177/1559827618766483 2. Singh S, A., Dhanasekaran, D., Ganamurali, N., L, P., & Sabarathinam, S. (2021). Junk food-induced obesity- a growing threat to youngsters during the pandemic. Obesity medicine, 26, 100364. https://doi.org/10.1016/j.obmed.2021.100364
लइका-लइकी हमेशा से खेल खेले आ मस्ती में बितावे खातिर जानल जालें। लेकिन, दुर्भाग्य से आज उ लोग टीवी देखे, वीडियो गेम अवुरी मोबाइल गेम खेले में समय बितावेले। असल में अब ऊ लोग अपना अकैडमिक खातिर लर्निंग ऐप के इस्तेमाल शुरू कर दिहले बा!त हमनी के ध्यान के जरूरत बा?ई ‘शारीरिक गतिविधि’ ह, लइकन आ किशोर लोग में शारीरिक गतिविधि से हड्डी के स्वास्थ्य, मांसपेशी के बढ़ती आ बिकास के बढ़ावा मिले ला आ मोटर आ संज्ञानात्मक बिकास में सुधार होला।शारीरिक गतिविधि खातिर कवन अवधि के अनुशंसित बा?विश्व स्वास्थ्य संगठन के सिफारिश बा कि बच्चा अवुरी किशोर के कम से कम ‘60 मिनट/ 1 घंटा प्रति दिन’ शारीरिक रूप से सक्रिय रहे के चाही। मध्यम अवुरी जोरदार तीव्रता वाला शारीरिक गतिविधि दुनो में शारीरिक अवुरी मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होखेला।शारीरिक रूप से सक्रिय रहला से का फायदा बा?शारीरिक फिटनेस (हृदय श्वसन अवुरी मांसपेशी के फिटनेस) अवुरी हड्डी के स्वास्थ्य में सुधार करेलाकार्डियोमेटाबोलिक स्वास्थ्य (ब्लड प्रेशर, ग्लूकोज आदि) में सुधार करेला अवुरी शरीर के वजन स्वस्थ राखेलासंज्ञानात्मक परिणाम (शैक्षणिक प्रदर्शन) में सुधार करेलामानसिक स्वास्थ्य में सुधार करेला (डिप्रेशन कम करेला)हमार बच्चा शारीरिक रूप से कइसे सक्रिय हो सकेला?कवनो भी शारीरिक गतिविधि जवना में ऊर्जा के खर्चा के जरूरत होखे, जवना में शामिल बा:तेज पैदल चलल, तैरल, दौड़ल भा साइकिल चलावल।चढ़ाई, कूद, टम्बलिंग, जिमनास्टिक, कूद के दौड़, जानवर के दौड़, हॉपस्कॉच खेललनाच के कवनो रूपलिफ्ट के जगह सीढ़ी के इस्तेमाल कइलमूल रूप से कवनो भी चीज़ जवना में ऊर्जा के खर्चा के जरूरत होखे, हमनी के बच्चा के शारीरिक रूप से सक्रिय राख सकता।हमरा लइका के का बचे के चाहीं?सोफा के आदि होखल : टीवी देखलमोबाइल भा वीडियो गेम जइसन बइठल गेम खेललबहुत सारा बोर्ड गेम खेललकम दूरी तक भी कार अवुरी स्कूटर जईसन परिवहन के इस्तेमालहमनी के प्रोत्साहित करेनी जा कि बच्चा अवुरी किशोर के शुरुआत कम मात्रा में शारीरिक गतिविधि से करे के चाही, अवुरी समय के संगे धीरे-धीरे एकर आवृत्ति, तीव्रता अवुरी अवधि बढ़ावे के चाही।Source:-1.https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/physical-activity2.https://iris.who.int/bitstream/handle/10665/336656/9789240015128-eng.pdf?sequence=1
हमनी के अक्सर ‘हमार स्वास्थ्य’ पर चरचा करत रहेनी जा आ एकर तुलना अपना ‘बेकार जीवनशैली’ से करत रहेनी जा. बेकार व्यवहार असल में ओह कामन में शामिल हो रहल बा जहाँ हमनी के जागल रहला पर ऊर्जा के खरचा काफी कम होला, जइसे कि: बइठल, झुकल भा लेटल।हमनी के कवना बात के चिंता करे के चाही?हमनी के इस्तेमाल करे वाला मोटर चालित परिवहन आ काम, शिक्षा आ मनोरंजन खातिर स्क्रीन के इस्तेमाल बढ़ला का चलते जिनिगी बेकार हो रहल बा, बेकार व्यवहार के अधिका मात्रा निम्नलिखित खराब स्वास्थ्य परिणाम से जुड़ल बा:हृदय रोग,कैंसरटाइप-2 डायबिटीज।असल में का कमी बा?‘शारीरिक गतिविधि’:शारीरिक गतिविधि हृदय रोग, डायबिटीज अवुरी कैंसर जईसन गैर-संक्रामक बेमारी के रोकथाम अवुरी प्रबंधन में मदद करेला। एकरा अलावे इ डिप्रेशन अवुरी चिंता के लक्षण के कम करेला, दिमाग के स्वास्थ्य में बढ़ोतरी करेला अवुरी समग्र भलाई में सुधार करेला।विश्व स्वास्थ्य संगठन के सिफारिश बा कि:सभ वयस्क के नियमित शारीरिक गतिविधि करे के चाही।वयस्क लोग के कम से कम 150-300 मिनट ले मध्यम तीव्रता वाला एरोबिक शारीरिक गतिविधि (तेजी से चलल, तैरल, दौड़ल, साइकिल चलावल) करे के चाहीं; या पूरा हप्ता में कम से कम 75-150 मिनट के जोरदार-तीव्रता वाला एरोबिक शारीरिक गतिविधि (तेजी से दौड़ल, रस्सी कूदल, एरोबिक डांसिंग) कइल, स्वास्थ्य के पर्याप्त फायदा खातिर।वयस्क लोग के मांसपेशी के मजबूत करे वाला गतिविधि भी मध्यम चाहे ओकरा से जादा तीव्रता से करे के चाही, जवना में सप्ताह में 2 चाहे एकरा से जादे दिन सभ प्रमुख मांसपेशी समूह शामिल होखे, काहेंकी एकरा से स्वास्थ्य के अतिरिक्त फायदा मिलेला।शारीरिक रूप से सक्रिय रहे खातिर सरल टिप्स:अपना काम के समय में कई बेर स्ट्रेचिंग ब्रेक लींलिफ्ट के जगह सीढ़ी के इस्तेमाल करींगाड़ी भा स्कूटर के इस्तेमाल करे के बजाय पैदल/ साइकिल से पास के इलाका में जाए के चाहींटीवी देखे के बजाय, शाम के समय बच्चा के संगे टहलत चाहे खेल के आराम करींतैराकी के क्लास, जिमिंग में अपना के शामिल करींवयस्क लोग के शुरुआत कम मात्रा में शारीरिक गतिविधि से करे के चाहीं, आ समय के साथ धीरे-धीरे एकर आवृत्ति, तीव्रता आ अवधि बढ़ावे के चाहीं।Source:-1.https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/physical-activity2. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6881900
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, स्वस्थ वयस्क के रोज 50 ग्राम से जादे चीनी ना खाए के चाही जवन कि रोज 12 चम्मच चीनी के बराबर होखेला।लेकिन, लोग फास्ट फूड, किराना अवुरी पैकेज्ड फूड के माध्यम से, अनुशंसित मात्रा से जादे चीनी के सेवन क रहल बाड़े, जवना से उनुका स्वास्थ्य के संभावित खतरा बा।किराना दुकान में लगभग 68% प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ में चीनी डालल गईल बा। लेकिन, प्रकृति माता हमेशा हमनी के पीछे रहेला। हमनी के बहुत सारा प्राकृतिक मिठास देवे वाला पदार्थ देलेबा जवन कि हमनी के स्वास्थ्य अवुरी स्वाद से भी समझौता ना करेला।1. स्टेविया : दक्षिण अमेरिका में सदियन से स्टेविया के इस्तेमाल ब्लड शुगर के नियंत्रित करे खातिर कईल जाता। स्टेविया में स्टेविओसाइड नाम के एगो यौगिक होखेला जवन चीनी से 200 गुना से जादे मीठा होखेला। एकरा में जीरो कैलोरी अवुरी जीरो कार्ब्स होखेला जवन कि निस्संदेह डायबिटीज के मरीज के संगे-संगे वजन कम करे के चाहत लोग खाती सबसे निमन विकल्प बा। लेकिन, कबो-कबो एकरा के खईला के बाद मेटालिक टेस्ट छोड़ सकता।2. एरिथ्रिटोल : एरिथ्रिटोल एगो प्राकृतिक चीनी ह जवन कुछ फल में पावल जाला। एकरा में कैलोरी के मात्रा बहुत कम होखेला जवना से राउर ब्लड शुगर के स्तर अवुरी कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी बढ़ोतरी ना होखेला। इ चीनी के अवुरी विकल्प से बेहतर बा, काहेंकी एकरा से शायदे कवनो पाचन संबंधी समस्या होखेला।3. ज़ाइलिटोल : ज़ाइलिटोल में चीनी के मिठास के मात्रा ओतने होखेला लेकिन एकरा से ब्लड शुगर के स्तर ना बढ़ेला। एकरा से स्वास्थ्य के कुछ फायदा भी मिलेला जईसे कि दंत गुहा अवुरी ऑस्टियोपोरोसिस के खतरा कम हो जाला। लेकिन, एकरा से पाचन संबंधी कुछ मुद्दा जईसे गैस, अवुरी दस्त हो सकता, जदी एकरा के जादा खुराक में लिहल जाए।4. भिक्षु फल चीनी : भिक्षु फल चीनी भिक्षु फल के अर्क ह जवना के इस्तेमाल 19वीं सदी से हो रहल बा। एकरा में मोगरोसाइड्स नाम के एगो यौगिक होखेला जवन कि एकरा के नियमित चीनी से 300 गुना से जादे मीठा बनावेला। एकरा में जीरो कैलोरी अवुरी कार्ब्स होखेला अवुरी एकरा से ब्लड शुगर के स्तर ना बढ़ेला अवुरी आम तौर प एकरा के इंसान के सेवन करे खाती सुरक्षित मानल जाला। इ जांचल जरूरी बा कि इ अवुरी मिठास देवे वाला पदार्थ के संगे मिलावल बा कि ना, जवना के दुष्प्रभाव हो सकता।5. एल्यूलोज : एल्यूलोज एगो प्राकृतिक चीनी ह जवन अंजीर, किशमिश भा मेपल सिरप से मिलेला। नियमित चीनी के मुक़ाबले एकरा में जीरो कैलोरी अवुरी तनिका मात्रा में कार्ब्स होखेला। एकरा से बाकी कृत्रिम मिठास देवे वाला पदार्थ निहन पाचन संबंधी कवनो मुद्दा ना होखेला।Source:- 1. Arshad, S., Rehman, T., Saif, S., Rajoka, M. S. R., Ranjha, M. M. A. N., Hassoun, A., Cropotova, J., Trif, M., Younas, A., & Aadil, R. M. (2022). Replacement of refined sugar by natural sweeteners: focus on potential health benefits. Heliyon, 8(9), e10711. https://doi.org/10.1016/j.heliyon.2022.e10711 2. Sharma, A., Amarnath, S., Thulasimani, M., & Ramaswamy, S. (2016). Artificial sweeteners as a sugar substitute: Are they really safe?. Indian journal of pharmacology, 48(3), 237–240. https://doi.org/10.4103/0253-7613.182888
Shorts
खाना बनावे के तेल के दोबारा गरम करे के बुरा असर!
Mrs. Prerna Trivedi
M.Sc. Nutrition, Certified Lactation Consultant
नवरात्रि के उपवास खातिर प्रोटीन वाला आहार!
Dr. Beauty Gupta
Doctor of Pharmacy
बहुत ज्यादा सूर्य के रोशनी नुकसानदेह होला!
Dr. Beauty Gupta
Doctor of Pharmacy
Simple Hygiene Tips से संक्रामक बेमारी से बचे के तरीका अवुरी स्वस्थ रहे के तरीका!
Mrs. Prerna Trivedi
M.Sc. Nutrition, Certified Lactation Consultant