भावनात्मक हैंगओवर क्या है? भावनात्मक हैंगओवर के कारण क्या हैं?
बिना शराब पिए हैंगओवर हुआ है कभी? मेरा मतलब वही same हैंगओवर वाली फीलिंग, इमोशनल होना, शरीर और दिमाग दोनों, थक के काम कम ना कर रहे हो? समझ नहीं आया.. आइए समझते हैं!
क्या कभी ऐसा हुआ है, कि घर में किसी से बहस हो गई या फिर बहुत बुरा जॉब इंटरव्यू हुआ हो? और ठीक इस अनुभव के बाद आपको बहुत ज्यादा थकान महसूस होने लगती है, आप इमोशनल हो जाते हो, सर में भरापन, और दिमाग काम करना बंद कर देता है, बस जी करता है, कि बेड में पड़े रहें।
ऐसा काफी लोगों के साथ होता है, लेकिन इसका क्या नाम है किसी को पता नहीं होता। इस कंडीशन को Emotional Hangover कहते हैं, जिसका असर बिलकुल शराब के बाद वाले हैंगओवर जैसे होता है।
तो, Emotional Hangover क्यों होता है?
Emotional Hangover तब होता है, जब आप ऐसे किसी situation में आते हैं, जहाँ आपका emotion, या feelings, trigger होती है जैसे कि:
फैमिली में या किसी क्लोज पर्सन से बहस हो गई हो, काम का stress हो, लाइफ में बड़े changes हुए हों जैसे, नई नई शादी होना, job shift होना, एक शहर से दूसरे शहर में move होना या फिर किसी अपने की death हो गई हो।
ऐसी कंडीशन में stress का level बहुत हाई हो जाता है, और आपके दिमाग में stress hormone यानी cortisol बहुत बढ़ जाता है। और जब आप इस कंडीशन से recover होने के लिए आपके body और brain को time चाहिए होता है, जिसके कारण आपको थकान, चिढ़चिढ़ापन, या सोचने समझने में दिक्कत आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
ये एक normal तरीका है आपके body का आपसे time मांगने का, ताकि वो खुद को वापस से संभाल पाए और ठीक से सब काम कर सके।
source: https://www.sciencedaily.com/releases/2016/12/161226211238.htm
https://www.sciencedirect.com/science/article/abs/pii/S030646032300014X
यह जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. अपने उपचार में कोई भी बदलाव करने से पहले अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें। मेडविकी पर आपने जो कुछ भी देखा या पढ़ा है, उसके आधार पर पेशेवर चिकित्सा सलाह को अनदेखा या विलंब न करें।
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