शारीरिक गतिविधि: एक्टिव रहे खातिर लइकन आ किशोरन खातिर अनुशंसित अवधि, फायदा, आ मजेदार विचार!
लइका-लइकी हमेशा से खेल खेले आ मस्ती में बितावे खातिर जानल जालें। लेकिन, दुर्भाग्य से आज उ लोग टीवी देखे, वीडियो गेम अवुरी मोबाइल गेम खेले में समय बितावेले। असल में अब ऊ लोग अपना अकैडमिक खातिर लर्निंग ऐप के इस्तेमाल शुरू कर दिहले बा!
त हमनी के ध्यान के जरूरत बा?
ई ‘शारीरिक गतिविधि’ ह, लइकन आ किशोर लोग में शारीरिक गतिविधि से हड्डी के स्वास्थ्य, मांसपेशी के बढ़ती आ बिकास के बढ़ावा मिले ला आ मोटर आ संज्ञानात्मक बिकास में सुधार होला।
शारीरिक गतिविधि खातिर कवन अवधि के अनुशंसित बा?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के सिफारिश बा कि बच्चा अवुरी किशोर के कम से कम ‘60 मिनट/ 1 घंटा प्रति दिन’ शारीरिक रूप से सक्रिय रहे के चाही। मध्यम अवुरी जोरदार तीव्रता वाला शारीरिक गतिविधि दुनो में शारीरिक अवुरी मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होखेला।
शारीरिक रूप से सक्रिय रहला से का फायदा बा?
- शारीरिक फिटनेस (हृदय श्वसन अवुरी मांसपेशी के फिटनेस) अवुरी हड्डी के स्वास्थ्य में सुधार करेला
- कार्डियोमेटाबोलिक स्वास्थ्य (ब्लड प्रेशर, ग्लूकोज आदि) में सुधार करेला अवुरी शरीर के वजन स्वस्थ राखेला
- संज्ञानात्मक परिणाम (शैक्षणिक प्रदर्शन) में सुधार करेला
- मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करेला (डिप्रेशन कम करेला)
हमार बच्चा शारीरिक रूप से कइसे सक्रिय हो सकेला?
कवनो भी शारीरिक गतिविधि जवना में ऊर्जा के खर्चा के जरूरत होखे, जवना में शामिल बा:
- तेज पैदल चलल, तैरल, दौड़ल भा साइकिल चलावल।
- चढ़ाई, कूद, टम्बलिंग, जिमनास्टिक, कूद के दौड़, जानवर के दौड़, हॉपस्कॉच खेलल
- नाच के कवनो रूप
- लिफ्ट के जगह सीढ़ी के इस्तेमाल कइल
मूल रूप से कवनो भी चीज़ जवना में ऊर्जा के खर्चा के जरूरत होखे, हमनी के बच्चा के शारीरिक रूप से सक्रिय राख सकता।
हमरा लइका के का बचे के चाहीं?
- सोफा के आदि होखल : टीवी देखल
- मोबाइल भा वीडियो गेम जइसन बइठल गेम खेलल
- बहुत सारा बोर्ड गेम खेलल
- कम दूरी तक भी कार अवुरी स्कूटर जईसन परिवहन के इस्तेमाल
हमनी के प्रोत्साहित करेनी जा कि बच्चा अवुरी किशोर के शुरुआत कम मात्रा में शारीरिक गतिविधि से करे के चाही, अवुरी समय के संगे धीरे-धीरे एकर आवृत्ति, तीव्रता अवुरी अवधि बढ़ावे के चाही।
Source:-
1.https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/physical-activity
2.https://iris.who.int/bitstream/handle/10665/336656/9789240015128-eng.pdf?sequence=1
ई जानकारी मेडिकल सलाह के विकल्प ना ह। अपना इलाज में कवनो बदलाव करे से पहिले अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं। मेडविकी पर देखल भा पढ़ल कवनो बात के आधार पर पेशेवर चिकित्सा सलाह के अनदेखी भा देरी मत करीं.
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