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Indian Women की Top 5 Health Issues जिनका वो रोज़ाना सामना करती हैं (With Solutions)!

Balancing work, family, and personal responsibilities can leave little room to focus on yourself. यह एक common challenge है, especially Indian women के लिए, जो अक्सर इसकी वजह से health issues face करती हैंचलिए, हम explore करते हैं पांच common health concerns और उनके practical solutions.Stress and Anxietyलगभग 43% Indian women को regularly stress और anxiety होती है. Professional और personal life को balance करते हुए जो pressure होता है, वो कभी भी खत्म नहीं होता. पर, छोटे-छोटे consistent actions जैसे deep breathing exercises या थोड़ा daily walk करना एक noticeable difference ला सकता हैं. सिर्फ 10 मिनट mindfulness practice करने से daily stress काफी reduce हो सकता है और आपकी life में clarity ला सकता है.PCOS (Polycystic Ovary Syndrome)PCOS India की हर पांच women में से एक को affect करता है, जो irregular periods, weight changes, और emotional instability की वजह हो जाता है. अगर आपको भी pcos है चिंता की कोई बात नहीं है , क्यूकी यह manageable है. Healthy diet, regular physical activity, and appropriate medical care लेना important है. Yoga और meditation भी stress reduce करने और hormones को naturally balance करने में help कर सकते हैं.Anemiaआधी Indian women anemia से suffer करती हैं, जो low iron levels की वजह से होता है, और इससे body में fatigue and weakness हो सकती है. अपनी diet में iron-rich foods जैसे spinach, lentils, और pomegranates को include करना इससे लड़ने में help कर सकता है. साथ ही, doctor से iron supplements लेने से recovery faster हो सकती है.Back Painलगभग 70% Indian women को back pain होता है, जो ज्यादा बैठने या heavy physical tasks करने की वजह से होता है. Strengthening exercises, stretching routines, और proper posture maintain करना pain को कम करने में help करता है. Yoga भी flexibility improve करने और pain के कारण हुए discomfort को reduce करने में effective होता है.Breast CancerBreast cancer अभी भी Indian women में सबसे common cancer है, और 1 in 22 urban women इसके risk पे हैं. Regular self-examinations और annual screenings early detection और effective treatment के लिए important हैं.आपकी health आपका foundation hai. इन issues को address करके, आप अपनी ज़िंदगी को stronger, healthier, और more fulfilling बना सकती है . आज से पहला कदम उठाये—आपकि well-being के लिए यह ज़रूरी है.Source:-1. https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1946710 2. https://www.india.gov.in/official-website-ministry-women-and-child-development-0

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Vegetarian लोगों के लिए GYM DIET: क्या खाने से होगा फ़ायदा?

क्या आप एक gymgoer हैं जो muscle growth और recovery के लिए high-protein vegetarian foods ढूंढ रहे हैं? महंगे supplements या meat पर rely करने की ज़रूरत नहीं है—India के पास कुछ amazing vegetarian options हैं जो आपके workout को effectively fuel करेंगे।ये रहे 5 high-protein foods जो आसानी से मिलते हैं और muscle-building benefits से भरपूर हैं:1. Sattu (Roasted Bengal Gram Flour)Sattu एक ancient superfood है जो protein से loaded है। सिर्फ़ एक tablespoon sattu में लगभग 4g protein होता है, जो इसे एक nutritious pre- या post-workout snack बनाता है। यह muscle recovery में help करता है, long-lasting energy देता है और fiber-rich होने की वजह से digestion के लिए भी helpful है।2. Rajma (Kidney Beans)Rajma हर Indian kitchen का common food है, पर क्या आप जानते हैं कि एक cup cooked rajma में लगभग 15g protein होता है? यह iron और fiber में rich होता है, जो intense workouts के बाद muscles की repair और growth में help करते है।3. Chana (Chickpeas)Chana एक protein powerhouse हैं, एक cup cooked चने के अंदर 15g तक protein होता है। यह muscle recovery में help करता है और magnesium-rich होने के कारण muscle contraction और relaxation को भी support करता है। Roasted chana post-workout snack के लिए एक perfect option है।4. Soya Beanसोया बीन एक amazing protein source है जो लगभग 100g beans में 10g protein provide करता है। इसमें low-fat है और यह essential amino acids से भरपूर है, जो इसे muscle building के लिए ideal बनाता है। Soya bean को आप आसानी से curries, salads, या sandwiches में include कर सकते हैं।5. Quinoa (Badhua)Quinoa एक complete protein source है जो 9 essential amino acids provide करता है। एक cup cooked quinoa में 8g protein होता है, जो muscle repair और metabolism boost करने में help करता है।ये protein-rich foods न सिर्फ़ muscle-building के लिए best हैं, बल्कि easily available, affordable और delicious भी हैं।Try कीजिए और अपनी fitness journey को next level पर ले जाइए!

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Tooth Pain Relief: 7 आसान Home Remedies for Quick Comfort!

दांत का दर्द एक आम समस्या है, जो किसी को भी हो सकती।दांत के दर्द के कारणदांतों का सड़नामसूड़ों की समस्यादांतों पर चोट लगनादांत का दर्द क्यों नजरअंदाज नहीं करना चाहिए?दांत का दर्द एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इसलिए, डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी है।घर पर दांत के दर्द से कैसे पाएं राहत?जब तक आप डॉक्टर के पास नहीं जाते, तब तक इन घरेलू उपायों से आप थोड़ी राहत पा सकते हैं:ठंडी सिकाई: एक तौलिये में बर्फ लपेट लें या आइस पैक का इस्तेमाल करें। इसे अपने चेहरे के उस हिस्से पर रखें जहां दर्द हो रहा हो। यह सूजन को कम करता है और दर्द में राहत देता है। इसे शाम के समय 15 से 20 मिनट तक हर २ घंटे में करने से रात को सोते समय दर्द होने की संभावना कम हो जाती है।लौंग का तेल: लौंग के तेल में Eugenol होता है जो की एक natural painkiller है। यह दर्द वाले हिस्से को सुन्न कर देता है, जिससे दर्द महसूस नहीं होता। इसको तीन तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।कुछ लौंग को पानी में भिगोकर उसका पेस्ट बनाएं और इसे दर्द वाले दांत पर लगाएं।या फिर इस पेस्ट को खाली चाय बैग में रखकर मुंह में रखें।आप चाहें तो एक लौंग को धीरे-धीरे चबाकर या चूसकर दर्द वाले दांत के पास भी रख सकते हैं।सिर को ऊंचा करके सोएं: सोते समय सिर के नीचे ज्यादा तकिए रखें। सिर को शरीर से ऊंचा रखने से दबाव और दर्द कम हो सकता है।नमक के पानी से कुल्ला: गुनगुने पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर कुल्ला करें। नमक एक natural antibacterial agent है, जो सूजन को कम करता है और दांतों को infection से बचाता है। इसे एक दिन में कई बार करें।पेपरमिंट चाय: Peppermint चाय पिएं या Peppermint चाय का बैग दर्द वाले दांत पर रखें। पुदीने में antibacterial और antioxidants होते हैं, जो दर्द वाले हिस्से को सुन्न करके दर्द कम कर देते हैं।हाइड्रोजन पेरोक्साइड: Hydrogen Peroxide और पानी को बराबर मात्रा में मिलाएं और कुल्ला करें। यह bacteria को खत्म करता है और plaque को कम करता है। ध्यान रखें, इस पानी को पीना नहीं है।दर्द निवारक दवाएं: दुकान पर मिलने वाली painkillers, जैसे Non - Steroidal Anti -inflammatory दवाएं, दांत दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं। कुछ दवाएं और जैल जिनमें benzocaine होता हैं, वह दर्द वाली जगह को सुन्न करके थोड़े समय के लोए आराम दे सकते हैं।याद रखें: ये उपाय केवल temporary राहत देते हैं। दांत के दर्द के permanent इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करना सबसे अच्छा तरीका है।कब डॉक्टर को दिखाएं?अगर दर्द बहुत तेज होअगर दर्द कुछ दिनों में ठीक न होअगर आपके मुंह में सूजन होअगर आपको बुखार आ जाएSource:-https://www.medicalnewstoday.com/articles/326133#9-remedies

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बच्चों की खांसी के इलाज के लिए 5 घरेलू आयुर्वेदिक उपचार!

5 natural home remedies जो आपके बच्चे के गले को आराम पहुंचा सकते हैं और खांसी ज़ुखाम को कम कर सकते हैं।अदरक: अदरक में anti-inflammatory properties होती हैं, जो dry खांसी और asthma वाली खांसी को कम करने में मदद करती हैं। इसके अलावा, यह nausea और pain को दूर करने में भी मदद करता है।आप बच्चे को अदरक की चाय पिला सकते हैं या 1 चम्मच शहद के साथ अदरक के रस की कुछ बूंदें दे सकते हैं। 2. भाप/Steam: गीली बलगम वाली खांसी में steam लेना काफी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इससे बलगम ढीला होता है और सांस लेने में आसानी होती है।आप बच्चे को गर्म पानी से नहलाएं और bathroom में steam भरने दें, फिर बच्चे को कुछ मिनट तक इस steam में रखें।एक बड़े bowl में गर्म पानी भरें और बच्चे के सिर को तौलिए से ढक दें ताकि bowl से निकलने वाली steam को लगभग 10 से 15 मिनट तक बच्चा inhale कर सके। इस पानी में कुछ बूंदें Eucalyptus या Rosemary oil डालने से राहत और बढ़ सकती है, क्योंकि इन essential oils में भी respiratory को आराम देने वाले गुण होते हैं।दिन में दो-तीन बार steam देने से खांसी में जल्दी आराम मिलेगा। 3. नमक के पानी से गरारे:** नमक के पानी से गरारे करने से गले में खराश जैसे symptoms को दूर करने में मदद मिलती है क्योंकि यह बलगम को बाहर निकालता है और दर्द में भी राहत देता है।एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं और इसे पूरी तरह से घोल लें। नमक के पानी का एक घूंट लें, इसे कुछ पलों के लिए गले के पिछले हिस्से में बैठने दें और फिर थूक दें।खांसी में सुधार होने तक दिन में कई बार ऐसा करें। 4. ब्रोमेलैन (Bromelain): Bromelain, Pineapple में पाया जाने वाला एक enzyme है। Bromelain में एंटी inflammatory और mucolytic गुण होते हैं, जो कि बलगम को शरीर से बाहर निकालते हैं।बच्चे को Pineapple का juice पिलायेंBromelain के supplements दें (supplements लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह कर लें)। 5. प्रोबायोटिक्स/ Probiotics: हालांकि Probiotics सीधे सीधे खांसी से राहत नहीं देते, लेकिन वो हमारी gut health में सुधार करके immunity को improve करते हैं। और एक अच्छा immune system infection से लड़ने में मदद कर सकता है। Lactobacillus, एक प्रकार का Probiotic, common cold को रोकने में काफी effective होता है। Lactobacillus और दूसरे probiotics वाले आहार medical store पर उपलब्ध हैं।Miso Soup और Yoghurt जैसी कुछ चीज़ें probiotics से भरपूर होते हैं।Probiotics के supplements के साथ साथ probiotics अपनी diet में add करना भी अच्छा हो सकता है।इन सरल home remedies को try करें और अपने बच्चे को सर्दी और खांसी के infections से बचाएं।Source:-https://www.medicalnewstoday.com/articles/322394#natural-cough-remedies

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क्या आपको भी सर्दियों में बार बार छींक आती है? छुटकारा पाने के लिए अपनाए ये 5 घरेलू नुस्ख़े!

छींक से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, और यह अक्सर airway inflammation का sign होता है। अगर आप इससे छुटकारा पाने के तरीक़े खोज रहे हैं, तो आप इन घरेलू नुस्ख़ों को अपनाकर अपनी छींक को ठीक कर सकते हैं।5 घरेलू नुस्ख़े जो आपकी छींक को जल्दी से ठीक कर सकते हैं।भांप लें (Steam Therapy)भाँप लेना आपके नाक के airways को साफ़ करने का एक आसान तरीका है। यह inflammation को कम करता है और mucus को भी कम करता है। बस गर्म पानी के एक bowl से 10 minutes तक भांप लें। आप extra आराम के लिए नीलीगिरी का तेल भी डाल सकते हैं।शहद और गर्म पानी मिलाकर पियें (Honey and Warm Water)शहद में anti-inflammatory properties होती हैं। इसे warm water में mix करके आप अपने गले को आराम दे सकते हैं और छींक को कम कर सकते हैं। शहद cough और गले की जलन को भी कम करता है, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है।अदरक की चाय (Ginger Tea)अदरक की चाय अपनी anti-inflammatory properties के लिए जानी जाती है। यह नाक के airways को खोलने में मदद करती है और छींक को कम करती है। अदरक की चाय पीने या अदरक को चबाने से आपको जल्दी आराम मिल सकता है।लहसुन (Garlic)लहसुन respiratory health को बेहतर बनाता है। यह गले की खराश को कम करता है और छींक को कम करता है। आप लहसुन को अपने ख़ाने में डालकर खा सकते हैं।गहरी सांस लें (Breathing Exercises)कभी कभी, बस थोडी देर गहरी सांस लेने की ही ज़रूरत होती है। Deep breathing exercises lungs को खोलती हैं और airflow को improve करती हैं। यह एक simple नुस्ख़ा है जो छींक को कम करता है और आपके overall breathing को भी बेहतर बनाता है।यह घरेलू नुस्ख़े try करने में simple हैं। लेकिन अगर छींक बढ़ती है, तो doctor के पास जाना ना भूलें।Source:- 1. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC10541225/ 2. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK482454/

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सर्दियों में घुटनों के दर्द से राहत पाने के आसान तरीके!

सर्दियों में घुटनों का दर्द अचानक से बढ़ जाता है। ऐसा क्यों होता है और आप इसे कम करने के लिए क्या कर सकते हैं? चलिए जानते हैं।सर्दियों में घुटने का दर्द क्यों होता है?ठंड के मौसम में blood flow कम हो जाता है: जब ठंडी पड़ती है, तब आपके blood vessels contract हो जाते हैं, जिससे आपके घुटनों को blood circulation कम मिलता है। इससे पैरों में अकड़न हो जाती है और घुटने दर्द करते हैं।Pressure में बदलाव: सर्दियों के दौरान barometric pressure गिरने से जोड़ों के आस-पास की tissues में सूजन हो सकती हैं, जिससे घुटनों में extra pressure पड़ता है और घुटने का दर्द भी बढ़ जाता है।कम चलना फिरना: सर्दियों में हम ज्यादा नहीं चलते, और जब हम कम active होते हैं, तब हमारे muscles weak हो जाते हैं। और फिर हम जब चलने की कोशिश करते हैं, तब दर्द और बढ़ जाता है।घुटनों के दर्द से छुटकारा कैसे पाएं?अपने घुटनों को गर्म रखें: अपने घुटनों को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़े पहनें। ऐसा करने से शरीर में blood circulation बढ़ जाता है, जो अकड़न और दर्द को कम करता है।रोज़ exercise करें: ठंड में भी exercise करना जरूरी है। Walking या cycling करने से आपके घुटने flexible रहेंगे।Hot Baths लें और Warm Compresses का इस्तेमाल करें: एक गर्म bath लेने से घुटने के आस-पास की muscles relax हो जाती हैं और blood circulation improve हो जाता है। आप अपने घुटनों पर warm compress भी लगा सकते हैं जो आपको तुरंत आराम दे सकता है।खूब पानी पीए: पानी पीना बहुत जरूरी है! ठंडी हवा dehydration का कारण बन सकती है, जो आपके घुटनों पर असर डालती है। पानी पीने से cartilage lubricated रहता है, जिससे घुटनों का दर्द कम हो जाता है।Massage करें: Olive या mustard oil से अपने घुटनों को massage करने से blood flow improve होता है, muscles relax होती हैं और घुटनों में दर्द भी कम होता है।घुटनों के दर्द के लिए Supplements लें।Glucosamine और chondroitin जैसे supplements inflammation कम करने में मदद करते हैं और cartilage को rebuild करते हैं। Omega-3 fatty acids के anti-inflammatory benefits होते हैं जो घुटनों के अकड़न को कम करते हैं। लेकिन, किसी भी supplement को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।इन tips को follow करके, आप घुटनों के दर्द को कम कर सकते हैं और सर्दियों को ज्यादा comfortable बना सकते हैं।Source:- 1. https://www.health.harvard.edu/pain/take-control-of-your-knee-pain 2. https://www.health.harvard.edu/topics/knees/all

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क्या सर्दियों में आपको भी साँस लेने में तकलीफ़ होती है? जानिये इससे निपटने के तरीके।

सर्दियों के मौसम में बहुत से लोगों को साँस लेने में परेशानी होती है। चलिए समझते हैं कि सर्दियों में respiratory issues क्यों बढ़ जाते हैं और उनसे छुटकारा पाने के लिए आप को क्या करना चाहिए।सर्दियों में Respiratory Issues क्यों बढ़ जाते हैं?ठंडी हवा और वायरस: जब तापमान कम होता है, तब आपके नाक के अंदर की हवा भी ठंडी हो जाती है। यह आपके cells की immunity को कम कर देती है। इससे आपको flu या common cold जैसे infections हो सकते हैं।सूखी हवा: सर्दियों की हवा बहुत ज्यादा सूखी होती है, और जब आप इस हवा में सांस लेते हैं, तब आपकी नाक के airways भी सूख हो जाते हैं जिसके कारण आपको inflammation हो सकता है। यह inflammation आपके asthma को भी बढ़ा सकता है।इंडोर हीटिंग: घर के अंदर के heating systems हवा का humidity level कम कर देते हैं, यह आपके respiratory system को dry कर सकती हैं। इस वजह से आपको sinusitis और bronchitis जैसी problems का सामना करना पड़ सकता है।ठंड में होने वाले आम Respiratory Issues और उनसे निपटने के TipsSinusitisSinusitis तब होता है जब आपके sinuses infection की वजह से inflamed हो जाते हैं, जिसकी वजह से आपकी नाक बंद हो जाती है और आपको काफ़ी भयानक सर दर्द भी होता है।इसे manage करने के लिए, आप अपनी नाक और माथे पर गर्म compresses लगा सकते हैं ताकि आपको सर दर्द से थोड़ा आराम मिले।आप saline nasal spray से अपने blocked sinuses भी साफ़ कर सकते हैं।आप भाँप लेकर भी sinuses को ठीक कर सकते हैं। भाँप लेने के समय आप eucalyptus oil का इस्तेमाल करें, इससे आपकी नाक खुलेगी और आपको जल्दी आराम मिलेगा।BronchitisBronchitis तब होता है जब आपके airways inflamed हो जाते हैं। यह problem आपको virus या smoke जैसी चीज़ों के कारण हो सकती है।इसे ठीक करने के लिए आप regular भाँप ले सकते हैं। ऐसा करने से आपके नाक में मौजूद mucus loosen होता हैं, जिससे साँस लेना फिर से आसान हो जाता हैं।नमक पानी से गरारे करें ताकि गले का irritation कम हो।Smoking से बचने की कोशिश करें और अपने immune system को support देने के लिए vitamin D लें।Asthmaसर्दियों की हवा आपके airways को irritate कर सकती है, जो asthma के symptoms जैसे wheezing, coughing, और chest tightness को बढ़ा सकती है।Asthma attacks से बचने के लिए धूल और pollen जैसे चीज़ों से दूर रहें और बाहर जाने पर mask पहनें।ठंड के मौसम में बाहर exercise करने से बचें, क्योंकि dry air asthma attack होने के chances बढ़ा सकती है।ऐसी Deep breathing exercises करें जो आपके नाक के airways को relax करने में मदद करती हैं।अगर तबीयत ज़्यादा ख़राब हो जाएं या ठीक न हो, तो अपने doctor से ज़रूर consult करें।सही precautions और care के साथ, आप सर्दियों के मौसम में भी आसानी से सांस ले सकते हैं!Source:-1. https://www.health.harvard.edu/staying-healthy/7-strategies-to-fight-winter-breathing-problems 2. https://www.health.harvard.edu/staying-healthy/preventing-seasonal-maladies

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Ashwagandha के फायदे: तनाव कम करने, Memory & Immunity बढ़ाने के उपाय!

Ashwagandha एक shrub है जिसमें ऐसे chemicals होते हैं जो brain को शांत करने, सूजन को कम करने, रक्तचाप (blood pressure) को कम करने और immune system को सुधारने में मदद कर सकते हैं। Ashwagandha, stress को कम करने के लिए बहुत पुराने समय से ही उपयोग में लाया गया है। ऐसा माना जाता है कि यह body को physical और mental stress से लड़ने में मदद करता है।Ashwagandha के लाभ:तनाव और चिंता को काम करता है: कई researches से पता चला है कि Ashwagandha stress hormone cortisol को कम करने में मदद करता है, जो तनाव और चिंता के levels को काफी कम कर देता है और साथ ही इससे body को rest मिलता है।नींद में सुधार: कई लोग अच्छी नींद के लिए Ashwagandha लेते हैं, और कुछ researches से पता भी चला है कि यह नींद की समस्याओं को manage करने में मदद कर सकता है।संज्ञानात्मक क्षमता (Cognitive function ) में सुधार: Ashwagandha ****cognitive function को improve करता है। यह memory, focus और ध्यान अवधि (attention span) में सुधार करने में भी मदद करता है।Immunity को improve करता है: Ashwagandha में immunity को improve करने वाले गुण होते हैं। यह immunity को manage करने और infections से बचाने में भी मदद करता है।Fertility बढ़ाता है: Ashwagandha तनाव और infertility (बांझपन )दोनों के लिए ही एक प्रभावी herbal उपचार है। यह blood circulation में सुधार करता है और natural तरीके से sperms की quality को बढ़ाता है।क्या Ashwagandha का सेवन सुरक्षित है?देखा गया है कि Ashwagandha लगभग 3 महीने तक use करने के लिए सुरक्षित है। Ashwagandha long term use में कितना सुरक्षित है इसका अभी सही से पता नहीं लग पाया है। हालांकि, यह देखा गया है कि Ashwagandha को ज़्यादा मात्रा में खाने से पेट खराब, दस्त (loosemotions) और उल्टी (vomiting) का कारण बन सकती है। Liver से related कुछ समस्याएं जैसे severe liver failure और liver transplant की आवश्यकता भी कभी कभी देखी जाती है।हालांकि Ashwagandha आम तौर पर सुरक्षित है, इसका उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से consult ज़रूर करें।Source:- https://medlineplus.gov/druginfo/natural/953.html

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