आज हमनी के जानब कि बच्चा में Calcium के कमी यानी hypocalcemia के लक्षण के पहचान कईसे कईल जाला?hypocalcemia का होला?हमनी सभे जानतानी कि Calcium हमनी के शरीर खाती बहुत जरूरी बा। Hypocalcemia एगो अइसन समस्या ह जवना में Calcium के मात्रा बहुत कम हो जाला। Calcium ना सिर्फ हड्डी अवुरी दांत के मजबूत करेला, बालुक इ हमनी के नस, मांसपेशी अवुरी दिल के ठीक से काम करे में मदद करेला।अगर कवनो बच्चा के शरीर में Calcium के मात्रा बहुत कम हो जाला त उ गंभीर रूप से बेमार पड़ सकता। एतने ना, अगर एकर इलाज ना भईल त भविष्य में बच्चा के हड्डी अवुरी नस से जुड़ल समस्या हो सकता।लइकन में Calcium के कमी काहे होला?Calcium के कमी के कई गो कारण हो सकेला, जइसे कि-1.भोजन में Calcium के कमी** - अगर बच्चा के सही पोषण नईखे मिलत त ओकरा शरीर में Calcium के मात्रा कम हो सकता।घर में दूध के पाउडर से बनल बच्चा के बेबी फार्मूला भा बहुत पतला दूध खियावे से Calcium के मात्रा कम हो सकता।एक साल से कम उमिर के बच्चा के गाय के दूध, बकरी के दूध भा कवनो दोसरा जानवर के दूध दिहला से भी इ समस्या हो सकता। सबसे बढ़िया दूध माई के दूध होखेला अवुरी ओकरा बाद बेबी फार्मूला बा जवन कि बाजार में उपलब्ध बा, काहेंकी एकरा में Calcium अवुरी बाकी जरूरी पोषक तत्व सही मात्रा में होखेला।2. विटामिन डी के कमी - Calcium के Absorption खातिर शरीर में विटामिन डी के जरूरत होखेला।बेबी फार्मूला में विटामिन डी पहिले से मौजूद होखेला। लेकिन, जवन बच्चा सिर्फ माँ के दूध पीयेले, ओ बच्चा के विटामिन डी के दवाई अलग से देवे के जरूरत पड़ सकता।3. शरीर में जरूरी हार्मोन के कमी - हमनी के शरीर में Parathyroid अवुरी Calcitonin नाम के हार्मोन मौजूद होखेला, जवन कि Calcium के मात्रा के नियंत्रित करेला। अगर इ हार्मोन कम हो गईल त शरीर में Calcium भी कम हो सकता।4. कुछ बेमारी - कई बेर नवजात शिशु के hypocalcemia नाम के समस्या होखेला, जवना के चलते शरीर में Calcium के स्तर disturb हो सकता।छोट बच्चा, जवन कि समय से पहिले पैदा होखेला, जवना के जन्म के समय वजन कम होखेला, चाहे जवना के माँ के डायबिटीज होखेला, ओकरा में hypocalcemia के खतरा जादे होखेला।Calcium के कमी के लक्षण का होला?अगर कवनो बच्चा Calcium के कमी से पीड़ित बा त उ -बहुत चिड़चिड़ा हो सकेला, - दूध पियला के बाद उल्टी हो सकेला भा दूध ठीक से ना पी सकेला, - बहुत कमजोर भा सुस्त हो जाला, - बहुत धीमा आ चुपचाप लाग सकेला, - हाथ गोड़ में कंपकंपी महसूस होला,- आ, ओकरा कबो-कबो दौरा पड़ सकेला।कुछ बच्चा के Calcium के कमी के चलते रिकेट्स नाम के बेमारी भी हो सकता। एह में हड्डी कमजोर आ मुलायम हो जाला।अपना बच्चा के एह बेमारी से बचावे खातिर हमनी के का कर सकेनी जा?Calcium के कमी के हर बेर रोकल ना जा सकेला, लेकिन हमनी के कुछ महत्वपूर्ण काम क सकतानी, जईसे कि:बच्चा के माँ के दूध भा सही फार्मूला से बनल दूध खियाईं।- एक साल से पहिले गाय के दूध, बकरी के दूध भा कवनो जानवर के दूध बिल्कुल ना देवे के चाही।अगर बच्चा सिर्फ माँ के दूध पी रहल बा त डॉक्टर से सलाह लेके बच्चा के विटामिन डी के दवाई देवे शुरू करीं।आ, अगर रउरा बच्चा के सुस्त लागत बा, दूध ठीक से नइखे पीयत, बहुते रोवत बा भा दौरा पड़ रहल बा, त देरी मत करीं आ तुरते डाक्टर से सलाह लीं.Source:- 1. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC9526821/ 2. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK56060/ 3. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK549792/ 4. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK430912/ 5. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC9311836/
कई बेर अइसन होला कि लइकन बढ़िया से खालें, बाकिर तबहियों ओह लोग के वजन ना बढ़ेला. आ ई कवनो चिंता के बात नइखे! बस हमनी के ओह लोग के शरीर के सही तरीका से ऊर्जा देवे के जरूरत बा-आ उहो स्वस्थ खाद्य पदार्थ के संगे!वजन बढ़ावे खातिर का खियावल जाव?Powerpacked Carbsकार्बोहाइड्रेट लइकन के शरीर खातिर ईंधन जइसन होला। इनकर शरीर के बढ़े खातिर कार्ब्स के जरूरत होखेला! त कार्बोहाइड्रेट खातिर कवन खाद्य पदार्थ सबसे बढ़िया विकल्प बा?आलू – रउआ एकरा के मैश क सकेनी, सेंक सकेनी भा आलू के खस्ता पच्चर बना सकेनी! तनी मक्खन भा पनीर डालला से एकरा के अवुरी स्वादिष्ट अवुरी फायदेमंद बनावल जाई।चावल – चावल नरम, खाए में आसान होखेला अवुरी एकरा अलावे बहुत ऊर्जा भी मिलेला! एकरा के अपना लइकन के दाल, सब्जी भा दही में मिला के खियाईं!Bread – साबुत गेहूं भा मल्टीग्रेन रोटी सबसे बढ़िया होला। एकरा के पनीर, Peanut butter भा केला के स्लाइस के संगे परोसीं-एकर स्वाद बढ़िया होखेला अवुरी वजन बढ़ावे में भी मदद करेला।Healthy Fats:Fats कम मात्रा में भी बहुत ऊर्जा देवेला! लेकिन अपना बच्चा के अस्वस्थ Fats ना, स्वस्थ Fats खियाईं। त, बच्चा के आहार में स्वस्थ Fats के कईसे शामिल कईल जाए?पनीर – एकरा के रउआ साबुत गेहूं के सैंडविच, साबुत गेहूं के पास्ता भा दाल-चावल में डाल सकेनी। पनीर खाना के मलाईदार आ पौष्टिक भी बनावेला!दूध आ डेयरी उत्पाद – खाली सादा दूध पीये के बजाय ओकरा से दलिया बनाईं! एकरा में बादाम अवुरी काजू डाल के एकरा के अवुरी स्वस्थ बना सकतानी।Nuts आ Nut Butter: साबुत गेहूं के टोस्ट पर Peanut butter भा almond butter फैला के अपना लइकन के खियाईं. आप सबेरे नाश्ता के संगे अपना बच्चा के भींजल बादाम अवुरी काजू भी दे सकतानी। ई सुपर हेल्दी आ ऊर्जा से भरल बा!उच्च कैलोरी वाला पेयकबो-कबो लइकन के खाना खइला से बेसी पीये के शौक होला! अइसना में रउआ ओह लोग खातिर कुछ हेल्दी आ स्वादिष्ट बना सकेनी—मिल्कशेक – दूध में केला, आम भा स्ट्रॉबेरी डाल के स्वादिष्ट शेक बनाईं! एकरा के तनी शहद डाल के अवुरी स्वादिष्ट बनावल जा सकता।स्मूदी – दही में केला, सेब भा खजूर डाल के एगो हेल्दी स्नैक तैयार करीं!लस्सी – दही, तनी शहद आ पानी मिला के ठंडा लस्सी बनाईं। इ पेट के ठंडा राखेला अवुरी शरीर के मजबूत बनावेला!स्मार्ट स्नैकिंगकई बेर बच्चा के भारी खाना ना खाए के मन करेला, लेकिन छोट-छोट खाना से वजन के स्वस्थ बढ़ावे में भी मदद मिल सकता।फल के साथ दही – अपना लइकन के दही में मिला के केला भा सेब के टुकड़ा खियाईं।पनीर के संगे साबुत गेहूं के ब्रेडस्टिक – इ एगो मजेदार स्नैक ह, जवना में बच्चा के कार्ब्स अवुरी फैट दुनो मिलेला!साबुत गेहूं के सैंडविच – Peanut butter आ पनीर के साथ छोट-छोट सैंडविच बनाईं। इ सब खाए में आसान अवुरी ऊर्जा से भरल होखेला।विटामिनभोजन के मात्रा बढ़ावल जरूरी बा, लेकिन बच्चा के शरीर के एकर सही इस्तेमाल करे खाती विटामिन अवुरी खनिज के भी जरूरत होखेला!फल आ सब्जी – लइकन के रोज रंग-बिरंग के फल आ सब्जी खियाईं। इ सब शरीर के जरूरी सभ विटामिन देवेला!अंडा – अंडा में प्रोटीन अवुरी विटामिन होखेला जवन कि बच्चा के मजबूत बनावेला।सूखा फल – भींजल बादाम, किशमिश अवुरी काजू खईला से बच्चा के आयरन अवुरी स्वस्थ Fats मिलेला, जवन कि वजन बढ़ावे में मदद करेला।खाना के स्वस्थ बनावे के कुछ आसान तरीकाछोट-छोट खाना खियावत रहीं ज्यादा भूख लगे के इंतजार मत करीं!अलग-अलग खाद्य पदार्थ के ट्राई करीं। लइकन बार-बार एके चीज खा के ऊब जालें।इनका सही मात्रा में पानी दे दीं। इ हमनी के शरीर के खाना के सही तरीका से पचावे में मदद करेला।त दोस्त लोग, हेल्दी खाना लइकन खातिर Boring ना होला-हमनी के बस एकरा के मजेदार आ स्वादिष्ट बनावे के पड़ी! एह सरल टिप्स के पालन करीं आ अपना लइकन के स्वस्थ आ मजबूत बनाईं.Source:- 1. https://www.nhslanarkshire.scot.nhs.uk/services/weight-management-service/child-and-young-person-healthy-weight/2. https://www.uhs.nhs.uk/Media/UHS-website-2019/Patientinformation/Childhealth/Tips-to-help-your-child-maintain-a-healthy-weight-2532-PIL.pdf3. https://www.nhs.uk/live-well/healthy-weight/managing-your-weight/healthy-ways-to-gain-weight/4. https://www.nhs.uk/live-well/healthy-weight/childrens-weight/how-to-help-your-child-gain-weight/5. https://www.kentcht.nhs.uk/leaflet/how-to-fortify-food-for-children/
छोट बच्चा के अक्सर कान में दर्द होखेला, जवना के चलते उ बहुत चिड़चिड़ा हो जाले अवुरी ठीक से नींद ना आवे पावेले। कबो ई दर्द हल्का होला त कबो बहुते गंभीर!आज ही बताईं लइकन में कान के दर्द कम करे के 6 कारगर तरीका!ठंडी सिकाई करींठंडी सिकाई से कान के दर्द अवुरी सूजन से राहत मिलेला, एहसे बच्चा के कान के बाहरी हिस्सा प 20 मिनट तक बर्फ के पैक राखी, एहसे उनुका दर्द से राहत मिली!बच्चा के भरपूर पानी दींअगर कान में दर्द ठंडा के चलते होखेला त भरपूर पानी पियला से कान में मौजूद मोट बलगम के दूर करे में मदद मिलेला अवुरी कान के दर्द में भी कमी आवेला।सुतत घरी बच्चा के माथा ऊँच राखींजब लइका सुतल होखे त ओकरा माथा के नीचे एक दू गो तकिया डाल दीं। अयीसन कईला से कान के भीतर कुछ तरल पदार्थ जमा हो गईल त उ बाहर निकल जाई, जवना से बच्चा के कान प दबाव कम हो जाई अवुरी ओकरा दर्द से भी राहत मिली।कान आ गर्दन के हल्का मालिश करींकान के आसपास अवुरी गर्दन प धीरे से मालिश कईला से खून के बहाव में सुधार होखेला, जवना से कान में दर्द अवुरी सूजन कम हो जाला। लेकिन ध्यान रहे कि बच्चा के कान प जादा दबाव ना होखे के चाही, एकरा से कान में दर्द बढ़ सकता।बच्चा के आराम करे के सलाह दींअधिका हलचल भा खेलला से कान में दर्द आ संक्रमण दुनु बढ़ सकेला एहसे बच्चा के आराम करे के सलाह दीं. आराम कईला से शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होखेला अवुरी संक्रमण से लड़े में मदद मिलेला, जवना के चलते कान में दर्द भी कम हो जाला।कान के दर्द कम करे खातिर दवाई दींटाइलेनोल चाहे इबुप्रोफेन जईसन दवाई से कान के सूजन कम हो सकता, जवना से कान में दबाव भी कम हो जाला अवुरी बच्चा के कान के दर्द से राहत मिलेला।एह तरीका के आजमावे के बाद भी अगर कान के दर्द कम ना होखे, बच्चा के तेज बोखार होखे चाहे कवनो अवुरी गंभीर लक्षण देखाई देवे त तुरंत डॉक्टर से सलाह लीही।Source:- 1. https://www.webmd.com/cold-and-flu/ear-infection/ear-pain-home-treatment2. https://www.webmd.com/first-aid/treating-ear-infections-in-children3. https://www.nhsinform.scot/illnesses-and-conditions/ears-nose-and-throat/earache/4. https://www.nhs.uk/conditions/earache/5. https://newsinhealth.nih.gov/2018/10/pain-ear
UTI (Urinary Tract Infection) तब होला जब बच्चा के मूत्रमार्ग में हानिकारक बैक्टीरिया घुस जाला। एह संक्रमण के चलते बच्चा के पेशाब करत समय दर्द भी हो सकता। अगर समय प एकर इलाज ना भईल त समस्या बढ़ सकता।UTI के लक्षण का होला?छोट बच्चा में UTI के लक्षण कुछ इस प्रकार होला -बोखारपेट में दर्दबदबू वाला पेशाबचिड़चिड़ापनउल्टीथकानदस्तबड़ बच्चा में UTI के लक्षण कुछ इस प्रकार होला -बार-बार पेशाब करे के मन होखलपेशाब करत घरी दर्द होखेपेशाब में खून होखलबोखार आ ठंढा लगलपीठ भा माथा में दर्दबच्चन के UTI से कइसे बचावल जाव?लइकन के UTI से बचावे खातिर एह सब चीजन पर ध्यान दीं।लइकन के साफ-सुथरा रहे के सिखाईं।पानी ठीक से पीये के कह दीं।लइकन के खाली सूती अंडरवियर पहिरे के चाहीं।पेशाब रोके के आदत ना होखे दीं।बच्चन के सुगंधित साबुन से ना नहाये।UTI के इलाज कईसे कईल जाला?UTI के इलाज खातिर रउआ निम्नलिखित steps के पालन जरूर करींतुरंत डॉक्टर से सलाह लीं अवुरी अपना बच्चा के निर्धारित दवाई (एंटीबायोटिक) समय प दे दीं।अपना बच्चा के भरपूर पानी दीं ताकि ओकर पेशाब साफ होखे अवुरी शरीर में पानी के कमी ना होखे।कुछ बच्चा के बार-बार UTI हो जाला। अगर आपके बच्चा के पहिले UTI भईल बा त लक्षण प ध्यान दिहल बहुत जरूरी बा।अगर कवनो लक्षण दोबारा देखाई देवे त जल्दी से अपना डॉक्टर के बताईं।Source:- 1. https://my.clevelandclinic.org/health/symptoms/15533-frequent-urination2. https://my.clevelandclinic.org/health/diseases/12415-urinary-tract-infection-childrens3. https://www.kingstonandrichmond.nhs.uk/patients-and-families/patient-leaflets/urinary-tract-infection-uti-children4. https://www.cuh.nhs.uk/patient-information/bladder-and-voiding-problems-in-children/5. https://www.nhsinform.scot/illnesses-and-conditions/kidneys-bladder-and-prostate/urinary-tract-infection-uti-in-children/
बच्चन में Bedwetting के समस्या के हल करे खातिर कुछ आसान टिप्स:रात में बिस्तर प पेशाब कईल बच्चा, जवना के nocturnal enuresis भी कहल जाला, इ समस्या ज्यादातर समय के संगे हल हो जाला, लेकिन कुछ बच्चा 7 साल चाहे ओकरा से जादे उमर में बिस्तर प पेशाब क सकतारे।याद राखीं कि Bedwetting में बच्चा के कवनो गलती ना होखे एहसे कबो बच्चा के ना डांटीं. एह समस्या के समाधान खातिर ओह लोग के पूरा सहयोग दीं आ धैर्य से काम करीं. बच्चा के मदद करे खातिर कुछ टिप्स:टिप 1: बच्चा के सिखाईं कि दिन में ढेर देर तक पेशाब ना रोकीं।टिप 2: ध्यान राखीं कि आपके बच्चा दिन भर अवुरी रात में सुते से पहिले नियमित रूप से पेशाब करीं।टिप 3: बच्चा के सुते से कुछ घंटा पहिले कम से कम तरल पदार्थ देवे के चाही।टिप 4: जवना रात बच्चा बिस्तर प पेशाब ना करी, ओ रात सबेरे ओकर तारीफ करीं अवुरी ओकरा के एगो छोट उपहार भी दीं।टिप 5: अलार्म के इस्तेमाल करीं ताकि बच्चा रात में जाग के पेशाब करे।तनी धैर्य आ सहयोग से घर में ही ई समस्या आसानी से हल हो सकेला। अगर अभी भी दिक्कत के सामना करे के पड़ता त डॉक्टर से जरूर सलाह लीं।Source:- https://medlineplus.gov/ency/patientinstructions/000703.htm
का रउरो लागत बा कि राउर लइका दुबला बा? हमहूँ पहिले अयीसन सोचत रहनी लेकिन पोषण विशेषज्ञ होखला के नाते एकर समाधान आसानी से मिल गईल अवुरी अब हम इ समाधान रउआ सभे के साझा कईल चाहतानी। आईं एह समाधान पर कदम दर कदम चर्चा कइल जाव.स्टेप 1: सबसे पहिले अपना बच्चा के बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) के गणना करीं। एकर गणना करे खातिर बस आपके बच्चा के जन्म तिथि, कद अवुरी वजन के जरूरत बा। अगर रउरा लगे ई जानकारी बा त आईं एके साथे बीएमआई के गणना कइल जाव.अपना बच्चा के बीएमआई के गणना करे खातिर ए लिंक प क्लिक करीं। डिटेल डालला के बाद आपके रिजल्ट मिली जवन कि परसेंटाइल के रूप में होई अवुरी एकरा से आपके पता चल जाई कि आपके बच्चा के वजन सचमुच कम बा कि आप सिर्फ अयीसन सोचतानी।अगर रिजल्ट से पता चलता कि आपके बच्चा के वजन कम बा, त घबरा मत जाईं। का रउवा जानत बानी कि कुछ खानपान के आदत में बदलाव क के आप अपना बच्चा के वजन में सुधार क सकतानी?का करे के चाहि:आज ही आपन खानपान बदलीं:कार्बोहाइड्रेट के सेवन बढ़ाईं: "ओकनी के आहार में आलू अवुरी चावल जईसन स्टार्च वाला कार्बोहाइड्रेट के शामिल करीं।"स्वस्थ वसा चुनीं: "एवोकैडो, नट्स अवुरी जैतून के तेल जईसन स्वस्थ वसा के संगे उनुकर कैलोरी के सेवन बढ़ाई।"हाई कैलोरी वाला पेय चुनीं: "खाना के अलावे दोसरा समय में मिल्कशेक अवुरी स्मूदी जईसन हाई कैलोरी वाला पेय पदार्थ दिही।"स्वस्थ खानपान के आदत के बढ़ावा दीं: "अपना बच्चा के खाना बनावे में शामिल करीं अवुरी एक संगे पारिवारिक भोजन करीं।"हेल्दी स्नैक्स शामिल करीं: "हमेशा घर में दही, फल अवुरी सब्जी जईसन हेल्दी स्नैक्स राखी।"जरूरी विटामिन प ध्यान दीं: "सुनिश्चित करीं कि आपके बच्चा के विटामिन ए, सी अवुरी डी जईसन सभ जरूरी विटामिन मिलता।वजन बढ़ावे खातिर का ना करे के चाहीं:Unhealthy खाद्य पदार्थ प निर्भर मत करीं: "वजन बढ़ावे खाती जंक फूड चाहे चीनी वाला पेय पदार्थ प निर्भर मत करीं। एकरा बजाय सिर्फ पौष्टिक स्नैक्स अवुरी खाना चुनी।"भोजन से पहिले पेय अवुरी स्नैक्स ना देवे के चाही: "खाना से पहिले ए सभ के खईला चाहे पियला से बच्चा के पेट भर सकता, जवना के चलते उ पौष्टिक खाना ठीक से ना खा पईहे।"भोजन के समय तनाव मुक्त राखीं: "खाना के समय नकारात्मक माहौल से बची। जदी उ लोग अपना थाली में सबकुछ ना खतम करीहे त निराश मत होखीं। ए समय के शांत अवुरी निमन राखी।"शारीरिक गतिविधि के बढ़ावा दीं: "समग्र स्वास्थ्य खातिर नियमित व्यायाम महत्वपूर्ण बा, एकरा से वजन बढ़ावे में भी मदद मिलेला। अपना बच्चा के अयीसन गतिविधि करे खाती प्रोत्साहित करीं, जवना में उनुका मजा आवे अवुरी खुद उनुका खेल के हिस्सा बनी।"का ई आसान नइखे! बच्चा के आहार में कुछ साधारण बदलाव जईसे नियमित पौष्टिक भोजन, स्नैक्स, पेय अवुरी शारीरिक गतिविधि के संगे हमनी के अपना बच्चा के वजन बढ़ावे में स्वस्थ तरीका से मदद क सकतानी। याद राखीं कि धैर्य आ सकारात्मकता रउरा बच्चा के बढ़े आ विकास के असली कुंजी ह.Source:-https://www.nhs.uk/live-well/healthy-weight/childrens-weight/how-to-help-your-child-gain-weight/
कब्ज के कारण बच्चा के हर 20 में करीब एक बेर डॉक्टर के लगे ले जाइल जाला। त अगर इ समस्या आपके घर में भी हो रहल बा त आप अकेले नईखी।बच्चन में कब्ज के लक्षण का होला?बच्चा बहुत चिड़चिड़ा हो जाला अवुरी बच्चा बहुत बेर उल्टी करेले।पोटी बहुत कड़ा आ सूखल हो जाला, एहसे पोटी कइल मुश्किल हो जाला।बच्चा के पोटी करत घरी दर्द महसूस होला।पेट में दर्द होला ना त पेट फूल जाला।बड़ बच्चा खाती सप्ताह में तीन बेर से कम पॉटी कईल कब्ज के लक्षण होखेलाबच्चन के कब्ज काहे होला?कब्ज तब होखेला जब पोटी बहुत देर तक आंत में रहेला। एह दौरान बड़की आंत बहुत पानी सोख लेला, जवना के चलते पोटी कड़ा अवुरी सूखा हो जाला। देखल जाव कि अइसन काहे होला:आहार के चलते: फाइबर से भरपूर फल, सब्जी अवुरी साबुत अनाज के सेवन ना कईला से कब्ज हो सकता, फाइबर के बढ़िया से खईला से पॉटी के तनिका आसानी होखेला।कम तरल पदार्थ पीये से: पानी अवुरी बाकी सभ तरल पदार्थ पॉटी के नरम अवुरी पास करे में आसान बनावे में मदद करेला। पर्याप्त तरल पदार्थ ना पिए से डिहाइड्रेशन हो जाला, जवना के चलते पॉटी कड़ा अवुरी सूखा हो जाला।बाथरूम जाए में देरी:बच्चा कबो-कबो बाथरूम जाए से परहेज करेले, काहेंकी उ खेले में बहुत व्यस्त होखेले, सार्वजनिक शौचालय के इस्तेमाल ना करे के चाहेले चाहे शर्म महसूस करेले। एकरा चलते पोटी बड़ आंत में जादा समय तक रहेला, जवना के चलते कब्ज हो सकता।दिनचर्या में बदलाव: छोट बच्चा में ठोस खाना शुरू कईल, स्तन के दूध से फार्मूला दूध में बदलल, चाहे स्कूल शुरू कईल जईसन बदलाव से बच्चा में तनाव हो सकता, जवना से कब्ज हो सकता।चिकित्सा स्थिति: कुछ खास चिकित्सा स्थिति, जईसे Hypothyroidism, Irritable Bowel Syndrome (IBS), चाहे कुछ दवाई जवन आंत के मांसपेशी के प्रभावित करेला, जवना से कब्ज भी हो सकताभावनात्मक तनाव: कब्ज में भावनात्मक तनाव के भी बहुत बड़ भूमिका होखेला। तनावपूर्ण स्थिति, जईसे कि नया घर में शिफ्ट होखल, चाहे स्कूल में कवनो समस्या होखे, बच्चा के पॉटी रोके के कारण हो सकता, जवना के चलते कब्ज हो सकता।कब्ज के पीछे के वास्तविक कारण के समझला से ए समस्या के कम करे में मदद मिल सकता।हमनी से जुड़ल रहीं आ हमार अगिला वीडियो देखीं जवना में हमनी के कुछ घरेलू उपाय बताइब जा जवन लइकन में कब्ज से राहत दे सकेला।Source:- https://medlineplus.gov/ency/article/003125.htm
हाय, माई आ नया मम्मी के उम्मीद!एगो नया सफर खातिर उत्साहित बानी !!रउआ एतना चीज़ के बारे में सोचले होखब जवना के जरूरत राउर बच्चा के पहिला कुछ दिन में हो सकता, जईसे कि ओकर खाना, कपड़ा, डायपर, साबुन अवुरी शैम्पू।बाकिर हम जानत बानी कि रउरा एह बात पर भी सोचे लागल बानी कि ‘हमरा कवना बात से अधिका सावधान रहे के चाहीं आ कवना चीज से बचे के चाहीं?’आम तौर प महतारी पूछेली कि ‘का हमरा बच्चा के जनम घुट्टी दिहल सुरक्षित बा?’असल में ई सबसे बढ़िया बा कि ना कइल जाव!जनम घुट्टी काहे ना खियाईं?नवजात शिशु के पाचन तंत्र कमजोर होखेला अवुरी ओकरा नाजुक पेट खाती एकमात्र निमन चीज़ होखेला, जवन कि उनुका महतारी के दूध होखेला। माई के दूध से पहिले बच्चा के दिहल जाए वाला कवनो चीज़ के प्रीलैक्टियल फीड कहल जाला। ई चीनी के पानी, शहद, ग्लूकोज पानी भा जनम घुट्टीजइसन कुछ भी हो सकेला।इ सब ना देवे के चाही।जनम घुट्टी कइसे बच्चा के नुकसान पहुंचावेला?एकरा से संक्रमण हो सकेला, स्तनपान चक्र में बाधा आ सकेला। एकरा से स्तनपान शुरू करे में देरी हो सकता जवना के चलते बच्चा के ‘कोलोस्ट्रम’ नाम के तरल सोना के सभ फायदा ना मिले।एहसे सलाह दिहल जाला कि पहिला 6 महीना तक राउर बच्चा के मां के दूध के अलावे अवुरी कवनो चीज़ ना खियावे के चाही। इ राउर बच्चा खाती सबसे निमन खाना ह।Source:-1. https://nursing.dpu.edu.in/blogs/indian-myths-about-newborn-baby-care2. https://upnrhm.gov.in/assets/site-files/gogl/fy2018-19/Training%20Module_English_Lowres.pdf
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यात्रा के दौरान अपना बच्चा खातिर पैक करे के चीज़!

Mrs. Prerna Trivedi
Nutritionist
लइकन में पेट दर्द के 3 जादुई घरेलू उपाय!

Mrs. Prerna Trivedi
Nutritionist
लइकन में बोखार कम करे खातिर 4 आसान घरेलू उपाय!

Mrs. Prerna Trivedi
Nutritionist
लइकन खातिर सुते के समय आसान टिप्स!

Mrs. Prerna Trivedi
Nutritionist