सल्बुटामोल / अल्बुटेरोल

दमा , ब्रॉन्कियल स्पैज़्म

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

सारांश

  • सल्बुटामोल, जेकरा अल्बुटेरोलो कहल जाला, के सांस लेवे में दिक्कत जइसे दमा आ ब्रोंकाइटिस के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई रउआ फेफड़ा में हवा के रास्ता खोल के सांस लेवे में आसानी करेला।

  • सल्बुटामोल शरीर में रिसेप्टर के सक्रिय कर के काम करेला, जेकरा से एगो पदार्थ के उत्पादन बढ़ जाला जे सांस के नली के आराम देला आ सूजन कम करेला। ई सांस लेवे में आसानी करेला।

  • सल्बुटामोल के मौखिक रूप में गोली या सिरप के रूप में लिहल जा सकेला। बड़का आ 12 साल से ऊपर के बच्चा खातिर, शुरुआती खुराक 2-4 मि.ग्रा., 3-4 बेर रोजाना होला। 6-12 साल के बच्चा खातिर, 2 मि.ग्रा. से शुरू करीं, 3-4 बेर रोजाना। 2-5 साल के बच्चा खातिर, शरीर के वजन के प्रति किलो पर 0.1 मि.ग्रा., 3 बेर रोजाना से शुरू करीं।

  • सल्बुटामोल के आम साइड इफेक्ट में घबराहट, कंपकंपी, दिल के धड़कन बढ़ल, सिरदर्द, आ मिचली शामिल बा। कभी-कभी, ई गंभीर त्वचा प्रतिक्रिया पैदा कर सकेला।

  • सल्बुटामोल कुछ लोगन में गंभीर दमा के दौरा पैदा कर सकेला। ई दिल के धड़कन आ रक्तचाप बढ़ा सकेला, एही से दिल के समस्या वाला लोगन के सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं। अगर रउआ गर्भवती बानी, स्तनपान करावत बानी, या सल्बुटामोल से एलर्जी बा, त इस्तेमाल से पहिले डॉक्टर से सलाह लीं।

संकेत आ उद्देश्य

सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल कइसे काम करेला?

अल्ब्युटेरोल, जेकरा के सल्बुटामोलो कहल जाला, शरीर में रिसेप्टर के सक्रिय करके संकीर्ण साँस लेवे वाला नली के खोल देला, जेकरा से नली के आराम देवे वाला पदार्थ के उत्पादन बढ़ जाला आ सूजन कम हो जाला। ई दोसरा दवाई से जादे देर तक चलेला काहे कि शरीर एकरा के जल्दी से तोड़ ना पावे।मुँह से लेवे पर, ई खून में आपन उच्चतम स्तर पर पहुँचे में लगभग 2 घंटा लेला, आ एकर प्रभाव लगभग 5 घंटा ले चलेला। एकर ज्यादातर हिस्सा 24 घंटा के भीतर पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाला। अल्ब्युटेरोल दिमाग तक भी पहुँच सकेला, बाकिर ई बस थोड़े मात्रा में होला।

का सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल प्रभावी बा?

अल्ब्युटेरोल, जेकरा के सल्बुटामोलो कहल जाला, फेफड़ा में संकीर्ण एयरवे के खोल देला, जेकरा से साँस लेवे में आसानी होला। परीक्षण में:10 में से 6 लोग 4 घंटा बाद काफी बेहतर महसूस कइलन।10 में से 4 लोग 6 घंटा बाद काफी बेहतर महसूस कइलन।कम से कम 10 में से 4 लोग 8 घंटा बाद सुधार देखवलन।

सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल का ह?

अल्ब्युटेरोल, जेकरा के सल्बुटामोलो कहल जाला, एगो प्रिस्क्रिप्शन दवाई ह, जे साँस लेवे में आसानी खातिर एयरवे के खोल देला। ई 8 घंटा ले चल सकेला, बाकिर ई तेज दिल के धड़कन, काँपल, आ बेचैनी जइसन साइड इफेक्ट पैदा कर सकेला। गर्भवती भा स्तनपान करावत महिलन के अल्ब्युटेरोल इस्तेमाल करे से पहिले डॉक्टर से सलाह लेवे के चाहीं।

इस्तेमाल के निर्देश

हम सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल कब लेवे के चाहीं?

अल्ब्युटेरोल, जेकरा के सल्बुटामोलो कहल जाला, तोहार फेफड़ा में एयरवे के खोल देला, जेकरा से साँस लेवे में आसानी होला। ई 8 घंटा भा ओकरा से जादे ले चल सकेला। बाकिर ई जरूरी बा कि डॉक्टर जेतना बतावे ओकरा से जादे ना लीं। अगर तोहार साँस लेवे में दिक्कत बढ़ जाला भा गोली के जादे इस्तेमाल करे के जरूरत पड़े, त फौरन डॉक्टर के बताईं।

हम सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल कइसे लीं?

गोली भा सिरप के मुँह से, खाना के साथ भा बिना, जइसन तोहार डॉक्टर बतावे, लेवे के चाहीं। अनुशंसित आवृत्ति भा खुराक से जादे ना लीं।

सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल के काम करे में कतना समय लागेला?

अल्ब्युटेरोल गोली अस्थमा आ दोसरा फेफड़ा के स्थिति के इलाज खातिर इस्तेमाल होखे वाला दवाई ह। ई एयरवे के मांसपेशियन के आराम देके साँस लेवे में आसानी करेला।ई दवाई के प्रभाव 8 घंटा भा ओकरा से जादे ले चल सकेला। ई मतलब बा कि तोहरा के लक्षण के नियंत्रण खातिर एक बेर भा दू बेर रोज लेवे के पड़ सकेला।

हम सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल के कइसे स्टोर करीं?

दवाई के एगो सील कंटेनर में स्टोर करीं जे रोशनी से बचावे। एकरा के 68° से 77°F के बीच रूम टेम्परेचर पर रखीं। कंटेनर के टाइट बंद करीं आ बच्चा के पहुँच से दूर रखीं।

सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल के सामान्य खुराक का ह?

**बड़ लोग आ 12 साल से ऊपर के बच्चा खातिर:** * 2-4 मिग्रा से शुरू करीं, दिन में 3-4 बेर। * अगर जरूरत होखे, त 8 मिग्रा, दिन में 4 बेर ले जा सकेला। * दिन में 32 मिग्रा से जादे ना लीं। **6-12 साल के बच्चा खातिर:** * 2 मिग्रा से शुरू करीं, दिन में 3-4 बेर। * अगर जरूरत होखे, त 24 मिग्रा दिन में ले जा सकेला। **2-5 साल के बच्चा खातिर:** * शरीर के वजन के हिसाब से 0.1 मिग्रा प्रति किलो, दिन में 3 बेर। * दिन में 2 मिग्रा से जादे ना लीं।

चेतावनी आ सावधानी

का हम सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकेनी?

सावधानियाँ:दोसरा मौखिक इनहेलर: दोसरा इनहेलर के साथ इस्तेमाल ना करीं जे तोहार एयरवे के खोल देला, काहे कि ई तोहार दिल के ओवरवर्क कर सकेला।डायूरेटिक्स (पानी के गोली): ई गोली पोटैशियम स्तर के घटा सकेला, जे अल्ब्युटेरोल के प्रभाव के खराब बना सकेला।एमएओआई भा टीसीए (एंटीडिप्रेसेंट): ई अल्ब्युटेरोल के दिल पर प्रभाव के बढ़ा सकेला।बीटा-ब्लॉकर (दिल के दवाई): ई अल्ब्युटेरोल के फेफड़ा पर प्रभाव के ब्लॉक कर सकेला आ अस्थमा अटैक के ट्रिगर कर सकेला।

का सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

ई अस्थमा के इलाज खातिर इस्तेमाल होखे वाला दवाई ह। ई नइखे मालूम कि ई स्तन दूध में पास होखेला कि ना।अगर तू अल्ब्युटेरोल ले रहल बाड़ू आ स्तनपान करावत बाड़ू, त स्तनपान जारी रखे के जोखिम आ लाभ के बारे में तोहार डॉक्टर से बात करीं। तोहार डॉक्टर तोहरा के ई तय करे में मदद करी कि तोहरा के स्तनपान बंद करे के चाहीं भा अल्ब्युटेरोल लेवे के।

का सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

गर्भावस्था के दौरान एकरा के सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं। जबकि कुछ दुर्लभ जन्म दोष के रिपोर्ट भइल बा, अल्ब्युटेरोल आ ई दोष के बीच कवनो सिद्ध लिंक नइखे। अगर तू गर्भवती बाड़ू, त ई दवाई के इस्तेमाल के जोखिम आ लाभ के बारे में तोहार डॉक्टर से बात करीं।

का सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?

शराब चक्कर भा टैकीकार्डिया जइसन साइड इफेक्ट के खराब बना सकेला। सेवन के सीमित करीं।

का सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?

हाँ, बाकिर अगर काँपल भा धड़कन तेज होखे त तीव्र व्यायाम से बचे।

का सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग लोग भा कुछ दवाई के प्रति संवेदनशील लोग खातिर, कम खुराक से शुरू करीं आ धीरे-धीरे बढ़ाईं। अधिकतम दैनिक खुराक 32 मिग्रा बा। अगर दिल के समस्या बा त सावधानी से इस्तेमाल करीं।

केकरा के सल्बुटामोल / अल्ब्युटेरोल से बचे के चाहीं?

अल्ब्युटेरोल, जेकरा के सल्बुटामोलो कहल जाला, साँस लेवे में दिक्कत के राहत देवे वाला दवाई ह। बाकिर, ई कुछ लोग में गंभीर अस्थमा अटैक भी पैदा कर सकेला। एकरा के पैरेडॉक्सिकल ब्रोंकोस्पाज्म कहल जाला आ एकरा के तुरंत चिकित्सा ध्यान के जरूरत होला।अल्ब्युटेरोल दिल के धड़कन आ रक्तचाप बढ़ा सकेला, एह से दिल के समस्या वाला लोग के सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं। जे लोग अल्ब्युटेरोल से एलर्जी रखेला, ओकरा के एकरा के इस्तेमाल ना करे के चाहीं।