बच्चों में डिप्रेशन के काफी कारण होते हैं, जैसे family history, या कोई बीमारी, या बचपन में हुए हादसे, और भी बहुत कारण हैं।बच्चों को उनके hard times में support और care देना जरूरी होता है, ताकि डिप्रेशन के असर को कम कर सकें। लेकिन, बच्चों में डिप्रेशन को treat करने के लिए उनको therapy की जरूरत होती है।इस therapy का नाम है, CBT यानी Cognitive Behavioral Therapy।इस therapy में बच्चों को अपनापन और supported feel होता है। उन बच्चों को क्या feel होता है, या वो क्या सोच रहे हैं, इस बारे में बात की जाती है।Even बच्चों को अलग-अलग Stories, drama, या फिर अपने डर को कम कैसे करें या उससे deal कैसे करें ये सब सिखाया जाता है। कभी-कभी बच्चों के parents को भी इस therapy में include किया जाता है ताकि बच्चे को comfortable feel हो सके।ये तो हो गई therapy, लेकिन आपको as a parent क्या करना चाहिए जब आपका बच्चा depressed हो तब?अगर आपको लगता है कि बच्चा depressed है, तो ये steps आपको as a parent जरूर करने चाहिए:अपने बच्चे से उसके उदास होने का कारण पूछिए। बच्चे को feel कराइए कि आप हैं उसको सुनने के लिए, उसकी help करने के लिए। अपने बच्चे को doctor से दिखाएं, ताकि पता चले वो depressed है या कोई stress है उसे। अपने बच्चे को therapist के पास ले जाएं और उसकी therapy करवाएं। बच्चे से शांति और प्यार से बात कीजिए। और अपने बच्चे के साथ ज्यादा से ज्यादा time spend कीजिए, ताकि उसे अच्छा feel हो और उसको positive thoughts आएं।source: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC8465814/ https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3788699/
Hello parents, आज हम बात करेंगे एक बहुत ही सेंसिटिव टॉपिक “child abuse” पे। Abuse.. जिसका मतलब गलत use है, तो सोचिए “child abuse” कितना गलत होगा। हर घर में बच्चे होते हैं, जो हँसते खेलते अच्छे लगते हैं, लेकिन यही बच्चे जब चुप चुप से, और डर डर के जीने लगे, तो मतलब साफ़ है, आपका बच्चा कहीं न कहीं unsafe है, उसके साथ कुछ गलत हो रहा है, वो child abuse का शिकार हो गए हैं और शायद आपसे कह नहीं पा रहे।Child abuse क्या होता है? और कितने types के होते हैं।Child abuse एक ऐसी स्थिति है जिसमें parents, caregivers, या local guardians, जो बच्चे के लिए जिम्मेदार होते हैं, उन्हें या तो नुकसान पहुंचाते हैं या उनकी ठीक से देखभाल नहीं करते।Child abuse एक बहुत गंभीर मसला है और ये अलग-अलग तरीकों से हो सकता है:Physical abuse: Physical abuse में जान बूझकर बच्चे को चोट पहुंचाना शामिल है। जैसे मारना, धक्का देना, जलाना, या किसी object से बच्चे को चोट पहुंचाना।Physical abuse के signs: बच्चे के शरीर पर बिना वजह के चोटें, जलने के निशान, हड्डी टूटना या cuts देखे जा सकते हैं।Emotional abuse: Emotional abuse में बच्चे को डांटना, चिल्लाना, धमकाना, criticize करना, reject करना या लगातार उसका मजाक उड़ाना शामिल है।Emotional abuse के signs: बच्चे का आत्म-विश्वास कम हो जाना, उदासी या depression में रहना देखा जा सकता है।Sexual abuse: Sexual abuse में किसी भी तरह की sexual activity के लिए बच्चे को मजबूर करना शामिल है, जैसे गलत जगह पर हाथ लगाना या दूसरी कोई sexual activity।Sexual abuse के signs: बच्चा किसी जगह या व्यक्ति से डरने लगता है, genital area में दर्द महसूस करता है, बिना वजह के private parts से bleeding होती है, या उम्र से ज्यादा sexual acts का knowledge रखता है।अगर आप अपने बच्चे में ऐसे signs notice करते हैं जैसे कि वो अचानक से चुप हो जाए या किसी जगह या व्यक्ति से डरने लगे, तो उनसे बात करें, उन्हें समझें और उन्हें जो support और care चाहिए, वो दें।soutce: https://www.qld.gov.au/community/getting-support-health-social-issue/support-victims-abuse/child-abuse/what-is-child-abuse/child-abuse-types https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK459146/#:~:text=The World Health Organization
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