का गर्भावस्था के दौरान चाय चाहे कॉफी पीयल सुरक्षित बा?
गर्भावस्था एगो खूबसूरत सफर ह जवन उत्साह अवुरी सवाल से भरल होखेला, खास तौर प ए बारे में कि रऊवाॅं का खा सकतानी अवुरी का ना खा सकतानी। एगो आम सवाल बा कि का गर्भावस्था के दौरान चाय चाहे कॉफी पीयल सुरक्षित बा?आम तौर प गर्भावस्था के दौरान चाय अवुरी कॉफी के सही मात्रा में सेवन कईल सुरक्षित होखेला। चाय अवुरी कॉफी दुनो में कैफीन होखेला, संगही कोल्ड ड्रिंक, डार्क चॉकलेट अवुरी सफेद चॉकलेट में भी कैफीन होखेला। चाय में मौजूद कैफीन नाल से होके बच्चा तक पहुंच सकता अवुरी ओकरा विकास प असर पड़ सकता। कैफीन के जादा सेवन से गर्भपात अवुरी जन्म के समय कम वजन के खतरा बढ़ सकता।त गर्भावस्था के दौरान केतना चाय चाहे कॉफी पीये के चाही? अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनोकोलॉजिस्ट गर्भावस्था के दौरान प्रति दिन 200 मिलीग्राम से जादा कैफीन ना लेवे के सलाह देले बा। आमतौर प चाय में कॉफी के मुक़ाबले कैफीन कम होखेला, जवन कि कप के आकार के आधार प लगभग 25-80एमजी प्रति कप होखेला। एक कप पीसल कॉफी में 70-140एमजी कैफीन होखेला। कोला अवुरी एनर्जी ड्रिंक में 40-100एमजी कैफीन होखेला, जबकि डार्क चॉकलेट में 5-35एमजी अवुरी मिल्क चॉकलेट में 15एमजी तक होखेला।त चाय भा कॉफी पीयत घरी कुल कैफीन के सेवन 200एमजी से कम जरूर राखीं।अगर रउरा सभे के ई वीडियो पसंद आइल त लाइक आ शेयर जरूर करीं, आ हमनी के चैनल मेडविकी के सब्सक्राइब करे के मत भूलीं।source: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7035149/ https://www.bmj.com/content/337/bmj.a2332
प्रजनन क्षमता आहार - राउर आहार में 6 चीज़ राउर गर्भधारण में मदद करेला
अगर रऊवाॅं गर्भधारण के योजना बनावत बानी त राउर खानपान में कुछ बदलाव बहुत मददगार हो सकता। हमनी के वीडियो अधिक जानकारी खातिर देखीं!गर्भधारण के योजना बनावत बानी? एगो अस्वास्थ्यकर वजन रास्ता में आ सकेला। एह से 2 गो बात पर ध्यान दिहल सबसे बढ़िया होई:स्वस्थ आहारएगो सक्रिय जीवनशैलीआईं आज बात कइल जाव Healthy diet के बारे में।घर में बनल स्वस्थ भोजन के सेवन करीं। एक दिन में 3 बेर भोजन करीं आ बीच में हल्का नाश्ता करीं आ हर दिन 3 से 5 सर्विंग फल आ सब्जी खाईं।अपना आहार में इ 6 चीज़ शामिल करीं:साबुत अनाज के खाद्य पदार्थ जइसे कि साबुत गेहूं के आटा के चपाती, साबुत गेहूं के रोटी, ब्राउन राइस अवुरी जई।जवन खाद्य पदार्थ प्रोटीन से भरपूर होखे जईसे अंडा, मछली, मुर्गी, मसूर अवुरी सोया।फोलेट से भरपूर खाद्य पदार्थ जइसे कि हरियर पत्ता वाला सब्जी।खाना बनावे के समय डबल फोर्टिफाइड नमक (आयोडीन अवुरी आयरन युक्त) के इस्तेमाल करीं।गर्भवती होखे के कोशिश करत घरी ओमेगा-3 अवुरी ओमेगा-6 फैटी एसिड बहुत जरूरी होखेला। त रोजमर्रा के आहार में सूरजमुखी के बीज, अखरोट, कद्दू के बीज, सन के बीज अवुरी चिया के बीज के शामिल करीं।अंत में आयरन बहुत जरूरी बा, गर्भावस्था के दौरान आयरन के कमी से बचाव खातिर एनीमिया।सलाह दिहल गईल बा कि जवन महिला गर्भवती होखे के कोशिश करतारी, उ आयरन अवुरी फोलिक एसिड (IFA) के गोली लेवे शुरू करस।एहसे, गर्भावस्था खाती शरीर के तैयार करे खाती निमन से खाना खईल जरूरी बा।
Mpox के प्रकोप पर डब्ल्यूएचओ हाई अलर्ट के घोषणा कइलसि!
साल 2022 में चेचक के प्रकोप के बाद बिस्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) बिसेसज्ञ लोग के एकट्ठा क के ई तय करे के फैसला कइले बा कि ई फइलल अउरी खतरनाक बा कि ना आ एकरा के अंतर्राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कइल जाय कि ना, काहें से कि एकर असर अफिरकी के 10 से ढेर देस सभ पर पड़ल बा।चेचक, जेकरा के एमपॉक्स भी कहल जाला, एगो वायरल जूनोटिक बेमारी हवे जे जानवर से मनुष्य में फइल जाले। एकर कारण चेचक वायरस होला। इतिहासी रूप से ई मध्य अफिरका आ पच्छिमी अफिरका में पावल गइल। चेचक के पहिला मानव मामला मध्य अफ्रीका के कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के नौ महीना के बच्चा रहे।आमतौर पर चेचक एगो हल्का बेमारी ह जवन 2-4 हप्ता में ठीक हो सकेला। लच्छन सभ में लिम्फ नोड्स के सूजन, बोखार, सिरदर्द, मांसपेशी सभ में दर्द, पीठ दर्द, थकान, आ पिंपल्स आ फफोला के साथ दाना होखल सामिल बा जे शरीर के बिबिध हिस्सा सभ पर लउक सके ला, जवना में चेहरा, हथेली आ ग्रोइन इलाका सामिल बा आ दर्द भी हो सके ला।एकर संचार निम्नलिखित के माध्यम से होला:निकट संपर्क, जइसे कि संक्रमित व्यक्ति के चुंबन, छूवल, भा यौन संपर्क।शरीर के तरल पदार्थ, जइसे कि छींक भा खांसी से निकले वाला बूंद।संक्रमित जानवर, खासकर शिकार भा खाना बनावे के दौरान।दूषित तौलिया, कपड़ा, भा बिस्तर के सामान।एकरा के नाल के माध्यम से महतारी से गर्भ में पलत बच्चा में भी संक्रमण हो सकता।कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाला लोग आ कई गो सेक्स पार्टनर वाला लोग भा सेक्स वर्कर लोग के चेचक होखे के खतरा ढेर होला।आमतौर पर चेचक के निदान पीसीआर (Polymerase Chain Reaction) टेस्ट के इस्तेमाल से कइल जाला, जहाँ शरीर के तरल पदार्थ भा त्वचा से स्वाब लिहल जाला। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में अइला के 4 दिन के भीतर एमपॉक्स टीका लगावल एह बेमारी के रोके में मदद कर सकेला।रोकथाम के उपाय:साबुन पानी से बार बार हाथ धोवल।संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क से बचे के।मास्क पहिरे के आ सतह के बिना कीटाणुनाशक के छूवे से बचे के चाहीं।अगर रउरा चेचक के लक्षण लउकत बा त अउरी जटिलता से बचाव खातिर डाक्टर से सलाह लीं!अगर रउरा सभे के ई वीडियो मददगार लागल त हमनी के चैनल मेडविकी के लाइक, शेयर, आ सब्सक्राइब जरूर करीं।Source:- 1.https://www.health.gov.au/diseases/monkeypox-mpox 2. https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/monkeypox
इमोशनल हैंगओवर का होला? इमोशनल हैंगओवर के कारण का बा?
कबो बिना शराब पियले हैंगओवर हो गईल बा? माने, उहे हैंगओवर फीलिंग-भावुक होखला के नाते, राउर तन आ दिमाग दुनु थक गइल बा आ ठीक से काम नइखे करत? ना मिलल बा? चलीं समझल जाव!का कबो अइसन समय आइल बा जब घर में रउरा बहस भइल होखे भा नौकरी के इंटरव्यू वाकई में खराब होखे? आ ओह अनुभव के ठीक बाद रउरा बेहद थकान महसूस होला, भावुक हो जाला, माथा में भारी भाव आवेला आ दिमाग काम कइल बंद हो जाला? बस रउरा बिछौना पर रहे के बा।बहुत लोग के संगे अयीसन होखेला, लेकिन सचमुच केहु के नईखे मालूम कि एकरा के का कहल जाए। एह स्थिति के इमोशनल हैंगओवर कहल जाला, अवुरी इ ठीक ओसही महसूस होखेला जईसे शराब पियला के बाद हैंगओवर होखेला।त भावनात्मक हैंगओवर काहे होला?भावनात्मक हैंगओवर तब होला जब रउआँ अपना के अइसन स्थिति में पा लेनी जवन रउआँ के भावना भा भावना के ट्रिगर करे, जइसे कि:परिवार भा करीबी आदमी से बहस होखल, काम के तनाव, जीवन में बड़ बदलाव जइसे कि बियाह, नौकरी बदलल, एक शहर से दोसरा शहर में जाए, भा कवनो प्रियजन के मौत।अइसना में तनाव के स्तर बहुत जादा हो जाला, अवुरी राउर दिमाग में तनाव के हार्मोन कोर्टिसोल के बहुत उत्पादन होखेला। जब राउर शरीर अवुरी दिमाग के ए स्थिति से उबर जाए खाती समय के जरूरत होखेला त राउर थकान, चिड़चिड़ापन, चाहे सोचे अवुरी समझे में परेशानी जईसन लक्षण के अनुभव हो सकता।इ राउर शरीर के ठीक होखे अवुरी ठीक से काम करे खाती समय मांगे के एगो सामान्य तरीका बा।
5 ब्रेन गेम जवन रउवा के 10X होशियार बनावेला!
का रउरा कबो भुला गइल बानी कि रउरा आपन चाभी कहाँ छोड़ले बानी, आपन महत्वपूर्ण फाइल कहाँ रखले बानी, भा बातचीत का दौरान कवनो आदमी भा कवनो जगह के नाम छूट गइल बानी? असल में इ सामान्य बा, लेकिन जदी आप स्मार्ट होखे के चाहतानी, अपना एकाग्रता अवुरी सोच के कौशल में सुधार करे के चाहतानी त इ वीडियो राउर खाती बा।नमस्कार दर्शक लोग, स्वास्थ्य सेवा आ जीवनशैली के समर्पित एकमात्र चैनल मेडविकी में राउर स्वागत बा।आज हमनी के खेल के बात करब, उ दिमाग के खेल जवन राउर याददाश्त के बढ़ावेला चाहे राउर दिमाग के तेज क सकता, संक्षेप में कहल जाए त दिमाग के खेल जवन राउर होशियार बनावेला। पिछला खेल सुपर दिलचस्प बा। त, ई वीडियो के अंत तक देखीं!पहिला, का रउवा जानत बानी कि दिमाग के खेल का होला?ब्रेन गेम कुछ खास गेम हवें जइसे कि पहेली, मेमोरी गेम भा समस्या के समाधान करे वाला गेम, जवन राउर दिमाग के उत्तेजित करे ला आ न्यूरोप्लास्टिसिटी के बढ़ावे ला, मने कि दिमाग के नया चीज सभ के बदले आ अनुकूलित करे के क्षमता बढ़ावल आ संज्ञानात्मक कामकाज में सुधार कइल।इहाँ ब्रेन के 5 गो टॉप गेम बा जवन रउआ के 10% ज्यादा होशियार बना सकेला:क्रॉसवर्ड पहेली : इ पहेली अयीसन बनावल गईल बा जहां राउर अलग-अलग शब्द के याद करे अवुरी जोड़े के पड़ेला, जवना से शब्दावली, भाषा कौशल अवुरी याददाश्त में सुधार होखेला।सुडोकू: इ दिमाग के खेल सुपर दिलचस्प बा। ई खेल बस एगो संख्या आधारित पहेली ह, जहाँ रउरा के बिना दोहरावले सही संख्या से वर्ग भरे के पड़ी. इ राउर तार्किक सोच अवुरी समस्या के समाधान के कौशल में सुधार करे में मदद करेला।शतरंज : दिमाग के इ खेल अपना राजा के रक्षा के बारे में बा ठीक ओसही जईसे मन से खेलल युद्ध होखेला। एकरा खातिर सोच समझ के आ सावधानी से चाल के जरूरत होला, एह बात पर विचार करत कि रउरा प्रतिद्वंदी आगे का कर सकेला. दिमाग के इ खेल राउर रणनीतिक सोच, याददाश्त अवुरी एकाग्रता में सुधार करेला।ब्रेन टीजर : ब्रेन गेम में पहेली अवुरी दृश्य पहेली शामिल बा जवन कि राउर सोच के सभ कोण से चुनौती देवेला। एहसे राउर संज्ञानात्मक कौशल, समस्या के समाधान करे के कौशल आ रचनात्मकता में सुधार होला।आरा पहेली : दिमाग के ए खेल में टुकड़ा से पहेली के हल कईल, आकृति, रंग अवुरी इ याद राखल शामिल बा कि इ कइसे एगो बड़ तस्वीर में फिट होखेला। इ राउर अल्पकालिक याददाश्त में सुधार करेला अवुरी जादे आरामदायक होखेला।ई सभ गेम अखबार, ऐप स्टोर भा प्ले स्टोर पर लगभग मुफ्त में उपलब्ध बा। त, एकरा के आजमा के देखीं आ हमनी के कमेंट सेक्शन में बताईं कि ई रउरा के कइसे मदद कइलसि।source: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5930973/ https://www.sciencedaily.com/releases/2017/04/170417095528.htm
hallucinations के प्रकार का होला!
मतिभ्रम संवेदी धारणा ह जवन असली ना होखे. इनहन में अइसन आवाज के अनुभव कइल, अइसन चीज देखल, गंध, स्वाद भा स्पर्श संवेदना सामिल होला जे वास्तविक लागे ला बाकी खाली दिमाग में मौजूद होखे, मने कि ई वास्तविक में मौजूद ना होखे या कबो ना भइल होखे।मतिभ्रम के अलग-अलग प्रकार का होखेला?मतिभ्रम अलग-अलग प्रकार के हो सके ला जेकर चर्चा हमनी के करब जा:श्रवण मतिभ्रम : श्रवण मतिभ्रम में आदमी के अयीसन आवाज़ सुनाई देवेला, जवन कि केहु अवुरी ना सुन पावेला। जइसे कि: केहू से बात कइल जे मौजूद तक नइखे, भा केहू के आपन नाम, कदम, सीटी, आ अउरी बहुत कुछ बोलावत सुनल जवन बस ओह आदमी के माथा में बा।दृश्य मतिभ्रम : दृश्य मतिभ्रम के मतलब होला कि आदमी दोसरा आदमी के देख सकेला जे उहाँ नइखे, रोशनी, कुछ वस्तु भा जानवर जवन वास्तव में नइखे, मतलब कि कवनो सामान्य आदमी ओकरा के ना देख सकेला।स्पर्श मतिभ्रम : स्पर्श मतिभ्रम के मतलब होखेला कि आदमी कवनो प्रकार के स्पर्श संवेदना, चाहे शरीर प कुछ हिलत महसूस क सकता, जईसे कि त्वचा प कुछ कीड़ा चाहे कीड़ा रेंगत चाहे कबो-कबो आंतरिक अंग में भी।घ्राण मतिभ्रम : घ्राण मतिभ्रम के मतलब होला गंध के मतिभ्रम। मतलब कि आदमी के कवनो सड़ल, जरल, भा कवनो खुशबू जइसन चीज के गंध आ सकेला जवन असल में नइखे, भा केहू दोसरा के गंध ना आ सके।गुस्टेटरी मतिभ्रम : गुस्टेटरी मतिभ्रम के मतलब होला असामान्य स्वाद के अनुभव कइल। मतलब कि आदमी अपना खाना में अप्रिय स्वाद के अनुभव क सकता। सबसे आम बा धातु के स्वाद।गतिज मतिभ्रम : गतिज मतिभ्रम के मतलब होला कि आदमी के लागेला कि ओकर शरीर हिलत, उड़त भा तैरत बा, जबकि असल में ओकरा शरीर में कवनो गति ना होखेला।source: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2702442/
शॉर्ट्स के बा
डिप्रेशन से राहत देवे खातिर तीन प्राकृतिक जड़ी-बूटी!
Dr. Beauty Gupta
Doctor of Pharmacy
डिप्रेशन के प्राकृतिक रूप से इलाज खातिर 3 जड़ी-बूटी!
Dr. Beauty Gupta
Doctor of Pharmacy
चेहरा खातिर गुलाब जल के फायदा!
Dr. Beauty Gupta
Doctor of Pharmacy
यात्रा के दौरान अपना बच्चा खातिर पैक करे के चीज़!
Mrs. Prerna Trivedi
M.Sc. Nutrition