ऑक्सिमोर्फोन
पीड़ा
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
ऑक्सिमोर्फोन के गंभीर तीव्र आ पुरान दर्द के प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जाला जब मरीज के ओपिओइड एनाल्जेसिक के जरूरत होला आ दोसरा दर्द निवारक दवाइयाँ से इलाज ना हो सके। ई तब इस्तेमाल होला जब दर्द एतना गंभीर होखे कि लगातार ओपिओइड इलाज के जरूरत होखे।
ऑक्सिमोर्फोन मस्तिष्क आ रीढ़ की हड्डी में ओपिओइड रिसेप्टर्स से बंध के काम करेला। ई दर्द के धारणा आ ओकरा प्रति भावनात्मक प्रतिक्रिया के बदल देला, जेसे दर्द से राहत मिलेला। हालाँकि, एकर साइड इफेक्ट आ लत के जोखिम भी बा।
बड़ लोग खातिर, ऑक्सिमोर्फोन तात्कालिक-रिलीज टैबलेट के सामान्य खुराक 10 से 20 मि.ग्रा. हर 4 से 6 घंटा पर दर्द खातिर जरूरत अनुसार होला। ई बच्चा लोग खातिर सिफारिश ना कइल जाला। हमेशा आपन डॉक्टर के सलाह के पालन करीं।
ऑक्सिमोर्फोन के आम साइड इफेक्ट में मिचली, उल्टी, कब्ज, चक्कर आ उनींदापन शामिल बा। गंभीर प्रतिकूल प्रभाव में श्वसन अवसाद आ लत शामिल हो सकेला।
ऑक्सिमोर्फोन खातिर प्रमुख चेतावनी में लत के जोखिम, श्वसन अवसाद, आ शराब आ सीएनएस डिप्रेसेंट्स के साथे बातचीत शामिल बा। ई गंभीर अस्थमा, श्वसन अवसाद, आ जठरांत्रीय रुकावट के मामिला में निषिद्ध बा। इस्तेमाल से पहिले हमेशा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं।
संकेत आ उद्देश्य
ऑक्सिमोर्फोन कइसे काम करेला?
ऑक्सिमोर्फोन दिमाग आ रीढ़ के हड्डी में ओपिओइड रिसेप्टर्स से बंध के दर्द के अनुभूति आ ओकर भावनात्मक प्रतिक्रिया के बदल देला. ई क्रिया दर्द से राहत देला लेकिन एकर साथे साइड इफेक्ट्स आ लत के जोखिम भी होला.
का ऑक्सिमोर्फोन प्रभावी बा?
ऑक्सिमोर्फोन एगो ओपिओइड एनाल्जेसिक बा जे शरीर के दर्द के प्रति प्रतिक्रिया बदल के गंभीर दर्द के प्रभावी रूप से राहत देला. क्लिनिकल परीक्षण देखवले बा कि ई तीव्र आ पुरान दर्द के प्रबंधन में प्रभावी बा जब दोसरा उपचार अपर्याप्त होखेला.
ऑक्सीमोर्फोन का ह?
ऑक्सीमोर्फोन एगो ओपिओइड एनाल्जेसिक ह जेकरा के गंभीर दर्द के प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जाला जब दोसरा इलाज पर्याप्त ना होखे। ई शरीर के दर्द के प्रति प्रतिक्रिया के बदल के राहत देला। हालाँकि, एकर लत लागे के आ श्वसन अवसाद के खतरा बा, एही से एकरा के चिकित्सा पर्यवेक्षण में इस्तेमाल कइल जाए के चाहीं।
इस्तेमाल के निर्देश
कति देर ले हम ऑक्सिमोर्फोन ली?
ऑक्सिमोर्फोन आमतौर पर तीव्र दर्द के अल्पकालिक प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जाला। उपयोग के अवधि व्यक्ति के स्थिति आ उपचार के प्रतिक्रिया पर निर्भर करेला। दीर्घकालिक उपयोग आमतौर पर लत आ अन्य साइड इफेक्ट के जोखिम के कारण से बचल जाला।
हम ऑक्सिमोर्फोन कइसे लीं?
ऑक्सिमोर्फोन खाली पेट पर लीं, कम से कम एक घंटा पहिले या खाना खाए के दू घंटा बाद. शराब से बचे के चाहीं आ आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से कवनो दोसरा खाना के पाबंदी या आपन दवाई के साथ कवनो इंटरैक्शन के बारे में सलाह लीं.
ऑक्सिमोर्फोन के काम करे में कतना समय लागेला?
ऑक्सिमोर्फोन आमतौर पर 30 मिनट से एक घंटा के भीतर दर्द के राहत देवे लागेला जब तत्काल-रिलीज फॉर्म लिहल जाला। शुरुआत के समय व्यक्तिगत कारक आ इस्तेमाल कइल गइल विशेष फॉर्मूलेशन पर निर्भर कर सकेला।
हमनी के ऑक्सिमॉर्फोन के कइसे रखल चाहीं?
ऑक्सिमॉर्फोन के एगो कस के बंद कंटेनर में कमरा के तापमान पर रखल चाहीं, गरमी आ नमी से दूर. एकरा के बच्चन के पहुँच से दूर आ सुरक्षित जगह पर रखल चाहीं ताकि गलत इस्तेमाल ना होखे. बिना इस्तेमाल कइल दवाई के वापस लेवे के प्रोग्राम से या शौचालय में फ्लश क के निपटा दीं.
ऑक्सिमोर्फोन के सामान्य खुराक का ह?
बड़का लोग खातिर, ऑक्सिमोर्फोन इमीजिएट-रिलीज टैबलेट के सामान्य खुराक 10 से 20 मि.ग्रा. हर 4 से 6 घंटा पर दर्द खातिर जरूरत अनुसार होला। बच्चा लोग खातिर, सुरक्षा आ प्रभावशीलता स्थापित नइखे भइल, एसे एकर सिफारिश नइखे कइल जात। हमेशा आपन डॉक्टर के सलाह के पालन करीं।
चेतावनी आ सावधानी
का हम ऑक्सिमोर्फोन के दोसरा पर्चा दवाई के साथ ले सकीला?
महत्वपूर्ण इंटरैक्शन में बेंजोडायजेपाइन, दोसरा CNS डिप्रेसेंट, आ शराब शामिल बा, जेकरा से सांस लेवे में दिक्कत आ सुस्ती के खतरा बढ़ सकेला। हमेशा आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के सभ दवाई आ सप्लीमेंट के बारे में जानकारी दीं।
का ऑक्सिमॉर्फोन के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
ऑक्सिमॉर्फोन दूध में पास हो जाला आ ई एक नर्सिंग शिशु के नुकसान पहुँचा सकेला। शिशु में बढ़ल नींद, साँस लेवे में कठिनाई, या ढीलापन खातिर निगरानी करीं। स्तनपान करावत घरी ऑक्सिमॉर्फोन के इस्तेमाल से पहिले आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं।
का ऑक्सिमोर्फोन के गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
गर्भावस्था के दौरान ऑक्सिमोर्फोन के इस्तेमाल से नवजात अफीम वापसी सिंड्रोम हो सकेला, जेकरा से जान के खतरा हो सकेला। भ्रूण के नुकसान पर सीमित डाटा बा, बाकिर अफीम भ्रूण के विकास पर असर डाल सकेला। व्यक्तिगत सलाह खातिर आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं।
का ऑक्सिमोर्फोन लेत घरी शराब पीअल सुरक्षित बा?
ऑक्सिमोर्फोन लेत घरी शराब पीअल खतरनाक बा आ ई गंभीर, जानलेवा साइड इफेक्ट्स के कारण बन सकेला। शराब से सांस लेवे में दिक्कत, बेहोशी, कोमा, आ यहाँ तक कि मौत के खतरा बढ़ जाला। एह दवाई के लेत घरी शराब से पूरा तरह से बचे के बहुत जरूरी बा।
का ऑक्सिमोर्फोन लेत घरी व्यायाम करे में सुरक्षित बा?
ऑक्सिमोर्फोन चक्कर, उनींदापन, आ थकान के कारण बन सकेला, जेकरा से सुरक्षित रूप से व्यायाम करे के क्षमता सीमित हो सकेला. शारीरिक गतिविधि में शामिल होखे से पहिले ई समझल जरूरी बा कि दवाई रउआ पर कइसे असर डालत बा. व्यक्तिगत सलाह खातिर अपना डॉक्टर से सलाह लीं.
का ऑक्सिमोर्फोन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग मरीज लोग के ऑक्सिमोर्फोन के इस्तेमाल सावधानी से करे के चाहीं काहे कि एकरा से सांस लेवे में दिक्कत आ अउरी साइड इफेक्ट के खतरा बढ़ जाला। सबसे कम प्रभावी खुराक से शुरू करीं आ खराब प्रतिक्रिया खातिर ध्यान से निगरानी करीं। व्यक्तिगत सलाह खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं।
कवन लोग के ऑक्सिमोर्फोन ना लेवे के चाहीं?
ऑक्सिमोर्फोन खातिर मुख्य चेतावनी में लत लागे के खतरा, साँस लेवे में कमी, आ शराब आ CNS डिप्रेसेंट्स के साथे इंटरैक्शन शामिल बा। कड़ा मना बा गंभीर अस्थमा, साँस लेवे में कमी, आ जठरांत्र रुकावट। इस्तेमाल से पहिले हमेशा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं।