नैप्रोक्सेन + सुमाट्रिप्टान
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गठिया, बालक, सिर दुखाव ... show more
Advisory
- This medicine contains a combination of 2 drugs: नैप्रोक्सेन and सुमाट्रिप्टान.
- Based on evidence, नैप्रोक्सेन and सुमाट्रिप्टान are more effective when taken together.
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
None
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
NO
ज्ञात टेराटोजेन
NO
फार्मास्युटिकल वर्ग
and
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
सारांश
नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के एक साथ इस्तेमाल तीव्र माइग्रेन सिरदर्द के इलाज खातिर होला। ई सिरदर्द के संवहनी आ सूजन घटावे वाला घटकन के पता लगाके काम करेला। कृपया ध्यान दीं, ई माइग्रेन के रोकथाम खातिर ना ह आ ना ही दोसरा प्रकार के सिरदर्द के इलाज खातिर।
सुमाट्रिप्टान दिमाग में रक्त वाहिकन के संकुचित करके आ दर्द के संकेत के रोक के काम करेला, जेकरा से सिरदर्द के दर्द में राहत मिलेला। नैप्रोक्सेन, एगो सूजनरोधी दवा, सूजन आ दर्द के कम करेला। जब ई दूनो दवा मिलावल जाला, त ई माइग्रेन के प्रबंधन खातिर एगो व्यापक तरीका प्रदान करेला जेकरा में दर्द आ सूजन दुनो के पता लगावल जाला।
नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन के सामान्य खुराक एगो टैबलेट होला जेमें 85 मिग्रा सुमाट्रिप्टान आ 500 मिग्रा नैप्रोक्सेन होला। ई संयोजन आमतौर पर माइग्रेन के शुरुआत में लिहल जाला। अगर लक्षण में सुधार होला लेकिन फेर से लवट आवेला, त कम से कम 2 घंटा बाद दोसरा खुराक लिहल जा सकेला, 24 घंटा के अवधि में अधिकतम दू खुराक।
नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के आम साइड इफेक्ट्स में चक्कर, उनींदापन, मिचली, आ पेट खराबी शामिल बा। सुमाट्रिप्टान झुनझुनी, गर्मी, या दबाव के एहसास पैदा कर सकेला, जबकि नैप्रोक्सेन जठरांत्र संबंधी समस्याएं जइसे हार्टबर्न या अपच पैदा कर सकेला। गंभीर साइड इफेक्ट्स में हृदय संबंधी घटनाएं जइसे दिल के दौरा या स्ट्रोक, जठरांत्र रक्तस्राव, आ गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाएं शामिल बा।
नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के इस्तेमाल उ मरीजन में ना होखे के चाहीं जेकरा दिल के बीमारी, स्ट्रोक, या अनियंत्रित उच्च रक्तचाप के इतिहास बा, जेकर मतलब बा उच्च रक्तचाप। ई उ मरीजन में भी ना होखे के चाहीं जेकरा गंभीर जिगर या गुर्दा के खराबी बा। नैप्रोक्सेन जठरांत्र रक्तस्राव पैदा कर सकेला, खासकर बुजुर्गन में या जेकरा अल्सर के इतिहास बा। सुमाट्रिप्टान के दोसरा समान दवाओं के साथ इस्तेमाल ना होखे के चाहीं काहे कि ई अतिरिक्त प्रभाव के जोखिम पैदा कर सकेला।
संकेत आ उद्देश्य
नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन कइसे काम करेला?
सुमाट्रिप्टान मस्तिष्क में सेरोटोनिन रिसेप्टर्स के सक्रिय क के काम करेला, जेकरा से रक्त वाहिकन के संकुचन आ दर्द के संकेत के रोकथाम होला, जेकरा से माइग्रेन के प्रभावी इलाज होला। नैप्रोक्सेन, एगो एनएसएआईडी, प्रोस्टाग्लैंडिन्स के उत्पादन के रोक देला, जे शरीर में सूजन आ दर्द के कारण बनेला। जबकि सुमाट्रिप्टान खास माइग्रेन के रास्ता के लक्षित करेला, नैप्रोक्सेन एगो व्यापक विरोधी-भड़काऊ आ एनाल्जेसिक प्रभाव प्रदान करेला। दुनो दवाई दर्द के कम करेला, बाकिर अलग-अलग तंत्र के माध्यम से, जेकरा से माइग्रेन के लक्षण के इलाज में एक-दूसरा के पूरक बनावेला।
नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन कतना प्रभावी बा?
क्लिनिकल परीक्षण देखवले बा कि सुमाट्रिप्टान माइग्रेन के लक्षण, जइसे कि सिरदर्द, मिचली, आ रोशनी आ आवाज के प्रति संवेदनशीलता, के कुछ घंटा में प्रभावी रूप से कम करेला। नैप्रोक्सेन देखावल गइल बा कि ई गठिया, गाउट, आ मासिक धर्म के दर्द जइसन स्थिति में दर्द आ सूजन के प्रभावी रूप से कम करेला। दुनो दवाई मरीज के जीवन के गुणवत्ता में सुधार करे खातिर सिद्ध भइल बा लक्षण के कम करके आ सामान्य दैनिक गतिविधि के अनुमति देके। ई दवाई के संयोजन माइग्रेन से पीड़ित लोग खातिर व्यापक राहत प्रदान कर सकेला दर्द आ सूजन दुनो के पता लगाके।
इस्तेमाल के निर्देश
नेप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन के सामान्य खुराक का ह?
सुमाट्रिप्टान खातिर, सामान्य वयस्क खुराक 25 मि.ग्रा., 50 मि.ग्रा., या 100 मि.ग्रा. ह, जेकरा के माइग्रेन के पहिला संकेत पर लिहल जाला। अगर लक्षण जारी रहेला, त दोसरा खुराक 2 घंटा बाद लिहल जा सकेला, 24 घंटा में अधिकतम 200 मि.ग्रा. तक। नेप्रोक्सेन के दर्द से राहत खातिर सामान्य वयस्क खुराक 500 मि.ग्रा. से 1000 मि.ग्रा. प्रतिदिन ह, जेकरा के दू खुराक में बाँटल जाला, आ अल्पकालिक उपयोग खातिर प्रतिदिन अधिकतम 1500 मि.ग्रा. ह। दुनो दवाई के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के निर्देश अनुसार इस्तेमाल कइल चाहीं, आ अनुशंसित खुराक से अधिक ना लिहल चाहीं ताकि प्रतिकूल प्रभाव से बचल जा सके।
कइसे नेप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन लिहल जाला?
सुमाट्रिप्टान खाना के साथ या बिना खाना के लिहल जा सकेला, बाकिर खाना के साथ लिहला से पेट के परेशानी कम हो सकेला। नेप्रोक्सेन के खाना या दूध के साथ लिहल चाहीं ताकि जठरांत्र संबंधी असुविधा कम हो सके। ई जरूरी बा कि हर दवाई खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या फार्मासिस्ट द्वारा दिहल गइल विशेष निर्देश के पालन कइल जाव। दुनो दवाई पूरा गिलास पानी के साथ लिहल चाहीं, आ मरीज लोग के शराब से बचे के चाहीं ताकि पेट के जलन आ दोसरा साइड इफेक्ट के खतरा कम हो सके।
कति देर ले नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन लिहल जाला?
सुमाट्रिप्टान के जरूरत पर आधारित रूप में तीव्र माइग्रेन हमला खातिर इस्तेमाल कइल जाला आ ई दीर्घकालिक इस्तेमाल भा रोकथाम खातिर ना होला। नैप्रोक्सेन के तीव्र दर्द आ सूजन के अल्पकालिक राहत खातिर आ गठिया जइसन दीर्घकालिक स्थिति के प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जा सकेला। हालाँकि, नैप्रोक्सेन के लंबा समय तक इस्तेमाल के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा निगरानी कइल जाए के चाहीं काहे कि संभावित साइड इफेक्ट हो सकेला। दुनों दवाई के निर्धारित दिशानिर्देश के अनुसार इस्तेमाल कइल जाए के चाहीं ताकि जोखिम कम हो सके।
नेप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन के काम करे में कतना समय लागेला?
सुमाट्रिप्टान आमतौर पर 30 मिनट से 2 घंटा के भीतर काम करे लागेला, माइग्रेन के लक्षण से राहत देवे खातिर। दोसरा ओर, नेप्रोक्सेन 1 घंटा के भीतर दर्द आ सूजन के राहत दे सकेला, ओकर प्रभाव ओकर विस्तारित-रिलीज फॉर्मूलेशन के चलते लमहर समय तक टिकेला। दुनो दवाई के उपयोग तीव्र स्थिति के इलाज खातिर होला, जहाँ सुमाट्रिप्टान खासकर माइग्रेन के निशाना बनावेला आ नेप्रोक्सेन विभिन्न प्रकार के दर्द आ सूजन के पता लगावेला। ई दुनो दवाई के संयोजन माइग्रेन के लक्षण के प्रबंधन खातिर एक अधिक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान कर सकेला, दर्द आ सूजन दुनो के पता लगाके।
चेतावनी आ सावधानी
का नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन लेवे से नुकसान आ जोखिम बा?
सुमाट्रिप्टान के आम साइड इफेक्ट में फ्लशिंग, झुनझुनी, उनींदापन, आ चक्कर शामिल बा। गंभीर साइड इफेक्ट में छाती में दर्द, सांस लेवे में तकलीफ, आ दृष्टि में बदलाव शामिल हो सकेला। नैप्रोक्सेन से पेट में दर्द, हार्टबर्न, चक्कर, आ उनींदापन जइसन साइड इफेक्ट हो सकेला। गंभीर प्रतिकूल प्रभाव में जठरांत्र रक्तस्राव, अल्सर, आ दिल के दौरा या स्ट्रोक के बढ़ल जोखिम शामिल बा। दुनो दवाई चक्कर आ उनींदापन पैदा कर सकेला, आ मरीजन के गाड़ी चलावत या मशीनरी चलावत समय सावधानी बरते के चाहीं। गंभीर साइड इफेक्ट के निगरानी करे आ अगर उ होखे त मेडिकल ध्यान खोजे के महत्वपूर्ण बा।
का हम नाप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?
सुमाट्रिप्टान के दोसरा माइग्रेन दवाई जइसे एरगोटामिन्स भा दोसरा ट्रिप्टान्स के साथ 24 घंटा के भीतर ना लिहल चाहीं काहे कि एकर से गंभीर कार्डियोवास्कुलर साइड इफेक्ट्स के खतरा बा। नाप्रोक्सेन एंटीकौगुलेंट्स के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जेकरा से ब्लीडिंग के खतरा बढ़ जाला, आ एंटीहाइपरटेंसिव दवाई के प्रभावशीलता घट सकेला। दुनो दवाई एसएसआरआई आ एसएनआरआई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जेकरा से सेरोटोनिन सिंड्रोम के खतरा बढ़ जाला। मरीज लोगन के चाहीं कि ऊ लोग अपन हेल्थकेयर प्रोवाइडर के आपन सभ दवाई के बारे में जानकारी देस ताकि संभावित इंटरैक्शन से बचल जा सके आ सुरक्षित उपयोग हो सके।
का हम गर्भावस्था में नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन ले सकीला?
सुमाट्रिप्टान आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित मानल जाला, लेकिन एकरा के तबही इस्तेमाल कइल चाहीं जब संभावित लाभ जोखिम से अधिक होखे। नैप्रोक्सेन, दोसरा एनएसएआईडीएस नियर, तिसरका तिमाही में सिफारिश ना कइल जाला काहे कि ई भ्रूण के डक्टस आर्टेरियोसस के समय से पहिले बंद होखे के जोखिम आ दोसरा जटिलताएं के कारण हो सकेला। दुनो दवाई के गर्भावस्था के दौरान सावधानी से इस्तेमाल कइल चाहीं, आ केवल स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के मार्गदर्शन में, ताकि माँ आ विकसीत हो रहल भ्रूण दुनो के सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
का हम स्तनपान करावत घरी नेप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन ले सकीला?
सुमाट्रिप्टान स्तन दूध में निकासित होला, बाकिर मात्रा आमतौर पर कम होला, आ ई स्तनपान के दौरान इस्तेमाल खातिर तुलनात्मक रूप से सुरक्षित मानल जाला। हालांकि, सुमाट्रिप्टान लेवे के बाद 12 घंटा तक स्तनपान से बचे के सिफारिश कइल जाला ताकि शिशु के संपर्क कम हो सके। नेप्रोक्सेन भी स्तन दूध में निकासित होला, आ जबकि ई आमतौर पर सुरक्षित मानल जाला, लमहर समय तक इस्तेमाल से बचे के चाहीं काहे कि शिशु पर संभावित प्रभाव हो सकेला। दुनो दवाई के इस्तेमाल स्तनपान के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के मार्गदर्शन में कइल जाव ताकि शिशु खातिर सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
केकरा के नैप्रोक्सेन आ सुमाट्रिप्टान के संयोजन लेवे से बचे के चाहीं?
सुमाट्रिप्टान दिल के बीमारी, स्ट्रोक, या अनियंत्रित उच्च रक्तचाप के इतिहास वाला मरीजन में निषिद्ध बा काहे कि ई गंभीर हृदय संबंधी घटना के जोखिम बढ़ा सकेला। नैप्रोक्सेन के पेट के रक्तस्राव या अल्सर के इतिहास वाला मरीजन में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव, काहे कि ई स्थिति के जोखिम बढ़ा सकेला। दुनो दवाई के जिगर या गुर्दा के बीमारी वाला मरीजन में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव। मरीजन के चाहीं कि ऊ लोग अपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के आपन पूरा चिकित्सा इतिहास बतावे ताकि सुरक्षित उपयोग आ संभावित जटिलता से बचे जा सके।