मेगेस्ट्रोल

एनोरेक्सिया, छाती के गांठ ... show more

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

हाँ

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

कुछुओ ना / केहू ना

सारांश

  • मेगेस्ट्रोल के कुछ खास कैंसर, जइसे कि स्तन आ एंडोमेट्रियल कैंसर के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई ओह मरीजन में भूख बढ़ावे खातिर भी इस्तेमाल होला जेकरा में कैंसर, एचआईवी/एड्स, या दोसरा दीर्घकालिक बीमारी के चलते महत्वपूर्ण वजन घट गइल बा।

  • मेगेस्ट्रोल कैंसर से लड़ाई करे खातिर कुछ तरीका से काम करेला। ई शरीर के एस्ट्रोजन स्तर के घटा सकेला आ सीधे कैंसर कोशिका के मार सकेला। ई दोसरा हार्मोन के काम पर भी असर डाले ला। दवाई के ज्यादातर हिस्सा 10 दिन के भीतर पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाला।

  • कैंसर के इलाज खातिर, सामान्य खुराक 40-320 मि.ग्रा. रोजाना होला, जेकरा के कई खुराक में बाँटल जाला। भूख बढ़ावे खातिर, सामान्य खुराक 400-800 मि.ग्रा. रोजाना होला। ई आमतौर पर टैबलेट या मौखिक सस्पेंशन के रूप में, खाना के साथ या बिना लिहल जाला।

  • मेगेस्ट्रोल के आम साइड इफेक्ट में वजन बढ़ना, मूड में बदलाव, अनिद्रा, सिरदर्द, आ मिचली शामिल बा। कम आम साइड इफेक्ट में दस्त, नपुंसकता, दाने, गैस, कमजोरी, एनीमिया, बुखार, आ सेक्स ड्राइव में बदलाव शामिल बा।

  • मेगेस्ट्रोल खून के थक्का के खतरा बढ़ा सकेला, मधुमेह के खराब कर सकेला, आ आपके अधिवृक्क ग्रंथियों के समस्या पैदा कर सकेला। गर्भावस्था के दौरान ई बहुत खतरनाक बा आ स्तनपान करावे वाली माई लोग के दूध पिलावल बंद कर देवे के चाहीं। ई भी महत्वपूर्ण बा कि कवनो हर्बल उत्पाद से बचे के चाहीं जे मेगेस्ट्रोल के साथ प्रतिक्रिया कर सकेला।

संकेत आ उद्देश्य

मेगेस्ट्रोल कइसे काम करेला?

मेगेस्ट्रोल एसीटेट एगो दवाई ह जे कुछ तरीका से कैंसर से लड़ेला। ई शरीर के एस्ट्रोजन स्तर के कम कर सकेला आ सीधे कैंसर कोशिकन के मार सकेला। ई दोसरा हार्मोन के काम पर भी असर डालेला। ज्यादातर दवाई 10 दिन के भीतर पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाला, जबकि छोटा मात्रा मल के माध्यम से बाहर निकल जाला। केवल बहुत छोटा हिस्सा दोसरा पदार्थ में टूटेला।

का मेगेस्ट्रोल प्रभावी बा?

मेगेस्ट्रोल एसीटेट नाम के एगो दवाई एड्स वाला लोग के मदद कइलस जे बहुत वजन घटा चुकल रहल आ भूख ना रहल। अध्ययन देखवलस कि जे लोग दवाई ले रहल रहल उ लोग वजन बढ़वलस, जबकि जे लोग चीनी के गोली (प्लेसबो) ले रहल रहल उ लोग वजन घटवलस या ओही पर रहल। उदाहरण खातिर, एगो समूह लगभग 11 पाउंड वजन बढ़वलस, जबकि प्लेसबो समूह लगभग 2 पाउंड वजन घटवलस। दवाई भूखो में सुधार कइलस।

मेगेस्ट्रोल का ह?

मेगेस्ट्रोल एगो सिंथेटिक प्रोजेस्टिन हार्मोन ह जे खासकर कुछ कैंसर (जैसे स्तन या एंडोमेट्रियल कैंसर) के इलाज खातिर आ मरीजन में भूख बढ़ावे खातिर इस्तेमाल होला जे कैंसर, एचआईवी/एड्स, या दोसरा क्रॉनिक बीमारी के चलते महत्वपूर्ण वजन घटाव के अनुभव करत बाड़े।

इस्तेमाल के निर्देश

मेगेस्ट्रोल केतना दिन ले लीं?

इलाज के अवधि इलाज हो रहल स्थिति पर निर्भर करेला। रउरा डॉक्टर के मार्गदर्शन के करीबी से पालन करीं, काहे कि दीर्घकालिक इस्तेमाल से जोखिम हो सकेला।

मेगेस्ट्रोल कइसे लीं?

मेगेस्ट्रोल के ठीक ओही तरह से लीं जइसे बतावल गइल बा। ई आमतौर पर टैबलेट या मौखिक सस्पेंशन के रूप में लेहल जाला, खाना के साथ या बिना। इस्तेमाल से पहिले सस्पेंशन के अच्छी तरह से हिलाईं आ सटीकता खातिर दिहल गइल माप उपकरण के इस्तेमाल करीं।

मेगेस्ट्रोल के काम करे में केतना समय लागेला?

भूख बढ़ावे में 1–2 हफ्ता लाग सकेला, जबकि कैंसर के इलाज के प्रभाव में अधिक समय लाग सकेला, व्यक्ति आ बीमारी के प्रगति पर निर्भर करेला।

मेगेस्ट्रोल के कइसे स्टोर करीं?

मेगेस्ट्रोल के कमरा के तापमान (68°F–77°F या 20°C–25°C) पर गर्मी, नमी, आ रोशनी से दूर स्टोर करीं। एकरा के बच्चन के पहुँच से दूर राखीं।

मेगेस्ट्रोल के सामान्य खुराक का ह?

सामान्य खुराक स्थिति पर निर्भर करेला:

  • कैंसर के इलाज: 40–320 मिग्रा रोजाना, कई खुराक में बाँटल।
  • भूख बढ़ावे: 400–800 मिग्रा रोजाना, आमतौर पर एगो मौखिक सस्पेंशन के रूप में।

चेतावनी आ सावधानी

का मेगेस्ट्रोल के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?

कल्पना करीं कि रउरा लगे दू गो दवाई बा, एगो के नाम इंडिनाविर आ दोसरा के नाम मेगेस्ट्रोल एसीटेट। जब रउरा इनकरा के एक साथ लेत बानी, त मेगेस्ट्रोल एसीटेट रउरा शरीर के इंडिनाविर के जल्दी से बाहर निकाल देला। ई मतलब बा कि रउरा शरीर में कम इंडिनाविर वास्तव में काम कर रहल बा। एह के ठीक करे खातिर, रउरा के इंडिनाविर के बड़ खुराक लेवे के जरूरत बा ताकि रउरा लगे पर्याप्त मात्रा में होखे जे प्रभावी होखे। हालांकि, अगर रउरा दोसरा दवाई जैसे जिडोवुडिन या रिफाबुटिन भी ले रहल बानी, त रउरा के इनकरा के खुराक बदलल के जरूरत नइखे।

का मेगेस्ट्रोल के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

मेगेस्ट्रोल एसीटेट नाम के दवाई ले रहल महिला लोग के स्तनपान ना करावे के चाहीं। ई एहसे कि दवाई के कारण एचआईवी के स्तन दूध के माध्यम से बच्चा के पास होखे के संभावना बा। साथ ही, हमनी के ना जानत बानी कि ई दवाई स्तनपान करावे वाला बच्चा पर कइसे असर डालेला या ई माई के दूध के आपूर्ति कइसे बदलेला।

का मेगेस्ट्रोल के गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से ले सकीला?

मेगेस्ट्रोल एसीटेट एगो दवाई ह जे गर्भावस्था के दौरान ना लेहल जाव। जानवरन पर कइल गइल परीक्षण देखवलस कि ई एगो विकसित हो रहल बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला, कम जन्म वजन, जन्म के समय कम बच्चा के जीवित रहला, आ पुरुष बच्चा के शरीर में बदलाव के कारण बन सकेला। जबकि इंसान में एह के प्रमाण नइखे, जानवरन के अध्ययन काफी चिंताजनक बा कि डॉक्टर लोग गर्भावस्था के दौरान एह से बचे के सिफारिश करेला। महिला लोग के ई लेवे से पहिले गर्भावस्था परीक्षण करावे के चाहीं आ दवाई लेत घरी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करे के चाहीं।

का मेगेस्ट्रोल लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?

शराब के सावधानी से पियला चाहीं, काहे कि ई साइड इफेक्ट जइसे मतली या चक्कर के बढ़ा सकेला। रउरा डॉक्टर से चर्चा करीं।

का मेगेस्ट्रोल लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?

हाँ, हल्का से मध्यम व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा, लेकिन अगर रउरा थकान या तरल पदार्थ के प्रतिधारण अनुभव होखेला त अधिक मेहनत से बचे।

का मेगेस्ट्रोल बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग लोग खातिर, मेगेस्ट्रोल एसीटेट के सबसे कम संभव खुराक से शुरू करीं। ई एहसे कि बुजुर्ग लोग के अक्सर कमजोर जिगर, गुर्दा, या दिल होला, या उ लोग दोसरा दवाई ले रहल होला। चूंकि दवाई गुर्दा के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाला, गुर्दा के कार्य में समस्या साइड इफेक्ट के जोखिम बढ़ा देला। डॉक्टर लोग के गुर्दा के कार्य के करीबी से देखे के चाहीं। हमनी के ना जानत बानी कि ई दवाई बुजुर्ग आ जवान लोग में अलग-अलग काम करेला कि ना।

केहू के मेगेस्ट्रोल लेवे से बचे के चाहीं?

ई दवाई, मेगेस्ट्रोल एसीटेट, के कुछ गंभीर संभावित समस्या बा। ई रउरा के रक्त के थक्का के जोखिम बढ़ा सकेला, मधुमेह के खराब कर सकेला, आ रउरा एड्रिनल ग्रंथि (जे हार्मोन के नियंत्रित करेला) के समस्या पैदा कर सकेला। ई गर्भावस्था के दौरान लेवे में बहुत खतरनाक बा आ स्तनपान करावे वाली माई लोग के दूध पिलावे बंद कर देवे के चाहीं। बहुत लोग ई लेवे के दौरान वजन बढ़ा लेला। रउरा डॉक्टर रउरा के कवनो साइड इफेक्ट खातिर करीबी से देखे के जरूरत बा।