फ्लुफेनाजिन

स्किज़ोफ्रेनिया, पागलपन संक्रमण

दवाई के स्थिति

approvals.svg

सरकारी मंजूरी

US(FDA)

approvals.svg

डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

approvals.svg

ज्ञात टेराटोजेन

approvals.svg

फार्मास्युटिकल वर्ग

None

approvals.svg

नियंत्रित दवा पदार्थ

कुछुओ ना / केहू ना

सारांश

  • फ्लुफेनाजिन मुख्य रूप से स्किजोफ्रेनिया आ अन्य मानसिक विकारन के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई लक्षणन जइसे कि भ्रम, भ्रांतियन, आ अव्यवस्थित सोच के नियंत्रित करे में मदद करेला। ई गंभीर चिंता, द्विध्रुवी विकार, आ टॉरेट सिंड्रोम जइसन हालत में भी डॉक्टर के देखरेख में ऑफ-लेबल इस्तेमाल कइल जा सकेला।

  • फ्लुफेनाजिन दिमाग में डोपामाइन रिसेप्टर्स के ब्लॉक क के काम करेला। ई मूड आ व्यवहार खातिर जिम्मेदार रसायनन के संतुलित करे में मदद करेला। अधिक डोपामाइन के स्किजोफ्रेनिया के लक्षणन से जोड़ल जाला, त डोपामाइन गतिविधि के घटा के, फ्लुफेनाजिन सोच के स्पष्टता, भावनात्मक स्थिरता आ मानसिक लक्षणन में सुधार करेला।

  • बड़ लोग खातिर, सामान्य मौखिक खुराक 2.5 मि.ग्रा से 10 मि.ग्रा रोजाना होला, जेकरा के कई खुराक में बाँटल जाला। रखरखाव खुराक आमतौर पर 1 से 5 मि.ग्रा प्रति दिन होला। दीर्घकालिक इस्तेमाल खातिर, इंजेक्टेबल रूप, फ्लुफेनाजिन डेकानोएट, हर 2 से 4 हफ्ता पर दिहल जाला। बालक आ वृद्ध मरीजन के कम खुराक के जरूरत हो सकेला।

  • फ्लुफेनाजिन के आम साइड इफेक्ट्स में उनींदापन, चक्कर, सुखल मुँह, धुंधला दृष्टि, आ कब्ज शामिल बा। गंभीर जोखिम में अनियंत्रित हरकत, मांसपेशियन के कठोरता, कंपकंपी, आ न्यूरोलेप्टिक मैलिग्नेंट सिंड्रोम कहल जाला, जे जानलेवा हो सकेला। कुछ मरीजन के निम्न रक्तचाप, वजन बढ़ल या नींद में गड़बड़ी हो सकेला।

  • जिनका गंभीर जिगर के बीमारी, पार्किंसन रोग, या गंभीर अवसाद बा, उ लोग फ्लुफेनाजिन से बचे। ई डिमेंशिया-संबंधित मानसिक विकार वाला वृद्ध मरीजन खातिर सिफारिश ना कइल जाला काहे कि ई मृत्यु के जोखिम बढ़ा देला। गर्भवती या स्तनपान करावत महिलन के इस्तेमाल से पहिले डॉक्टर से सलाह लेवे के चाहीं। जे लोग फेनोथियाजिन से एलर्जी बा, उ लोग ई दवाई से बचे।

संकेत आ उद्देश्य

फ्लुफेनाजिन कइसे काम करेला?

फ्लुफेनाजिन दिमाग में डोपामिन रिसेप्टर्स (D2 रिसेप्टर्स) के ब्लॉक कर के काम करेला, जे मूड आ व्यवहार खातिर जिम्मेदार रसायन के संतुलित करे में मदद करेला। अधिक डोपामिन के स्किजोफ्रेनिया लक्षण से जोड़ल जाला, त डोपामिन गतिविधि के कम कर के, फ्लुफेनाजिन सोच के स्पष्टता, भावनात्मक स्थिरता, आ साइकोटिक लक्षण में सुधार करेला।

का फ्लुफेनाजिन प्रभावी बा?

हाँ, फ्लुफेनाजिन स्किजोफ्रेनिया आ दोसरा साइकोटिक विकारन के इलाज में प्रभावी बा। अध्ययन देखावे ला कि ई साइकोटिक लक्षणन के कम करे आ पुनरावृत्ति के रोकथाम में मदद करेला। ई खासकर दीर्घकालिक रखरखाव खातिर उपयोगी बा जे मरीजन के इलाज पर अच्छा प्रतिक्रिया देत बा। हालांकि, प्रभावशीलता अलग-अलग होला, आ कुछ मरीजन के खुराक समायोजन या वैकल्पिक दवाई के जरूरत हो सकेला।

फ्लुफेनाजिन का ह?

फ्लुफेनाजिन एगो एंटीसाइकोटिक दवाई हवे जे स्किजोफ्रेनिया आ दोसरा साइकोटिक विकारन के इलाज में इस्तेमाल होला। ई दिमाग में कुछ रसायन के असर डाल के भ्रम, भ्रांतियाँ, आ अव्यवस्थित सोच जइसन लक्षणन के नियंत्रित करे में मदद करेला। ई फेनोथियाजिन वर्ग में आवेला आ डोपामिन रिसेप्टर्स के ब्लॉक कर के काम करेला, जे मूड आ व्यवहार के नियंत्रित करे में मदद करेला, मरीजन के समग्र मानसिक स्थिरता में सुधार करेला।

इस्तेमाल के निर्देश

हम फ्लुफेनाजिन कब तक लीं?

फ्लुफेनाजिन उपचार के अवधि स्थिति के अनुसार अलग-अलग होला। स्किजोफ्रेनिया आ पुरान साइकोटिक विकारन खातिर, ई लक्षण नियंत्रण बनावे खातिर दीर्घकालिक रूप से निर्धारित कइल जा सकेला। कुछ मरीजन के जीवनभर उपचार के जरूरत हो सकेला, जबकि कुछ लोग चिकित्सा पर्यवेक्षण में धीरे-धीरे बंद कर सकेला। आपके डॉक्टर आपके प्रतिक्रिया आ लक्षण प्रबंधन के आधार पर सबसे अच्छा उपचार अवधि निर्धारित करिहें।

हम फ्लुफेनाजिन कइसे लीं?

फ्लुफेनाजिन खाना के साथ या बिना लिहल जा सकेला लेकिन एके हर दिन एके समय पर लगातार लिहल चाहीं। ए दवाई के लेत घरी शराब आ अत्यधिक कैफीन से बचे के चाहीं। अगर इंजेक्टेबल रूप के इस्तेमाल करत बानी, त एगो स्वास्थ्य पेशेवर एकरा के देई। बिना अपने डॉक्टर से परामर्श कइले फ्लुफेनाजिन के अचानक बंद मत करीं, काहे कि वापसी लक्षण हो सकेला।

फ्लुफेनाजिन के काम करे में कति समय लागेला?

फ्लुफेनाजिन कुछ दिन में काम करे लागेला, लेकिन पूरा प्रभाव देखे में 2 से 4 हफ्ता लाग सकेला। कुछ लक्षण, जइसे उत्तेजना, जल्दी सुधार हो जाला, जबकि दोसरा, जइसे भ्रांतियाँ, में अधिक समय लाग सकेला। मरीजन के दवाई के निर्धारित रूप से लेत रहे के चाहीं, भले ही ऊ लोग तुरंत सुधार ना देखे।

हम फ्लुफेनाजिन के कइसे स्टोर करीं?

फ्लुफेनाजिन के कमरा के तापमान (20-25°C) पर स्टोर करीं, गर्मी, नमी, आ सीधा धूप से दूर। एकरा के टाइट बंद कंटेनर में आ बच्चन से दूर रखीं। तरल रूप के फ्रीज मत करीं। समाप्त दवाई के सही से निपटान करीं।

फ्लुफेनाजिन के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर, सामान्य मौखिक खुराक 2.5 मि.ग्रा से 10 मि.ग्रा रोजाना होला, जे कई खुराक में बाँटल जाला। रखरखाव खुराक आमतौर पर 1 से 5 मि.ग्रा प्रति दिन होला। दीर्घकालिक उपयोग खातिर, इंजेक्टेबल रूप (फ्लुफेनाजिन डेकानोएट) हर 2 से 4 हफ्ता पर दिहल जाला। बालक आ बुजुर्ग मरीजन के उनकर स्थिति आ सहनशीलता के आधार पर कम खुराक के जरूरत हो सकेला।

चेतावनी आ सावधानी

का फ्लुफेनाजिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

फ्लुफेनाजिन स्तन दूध में पास हो जाला आ बेबी में उनींदापन, खुराक के समस्या, या चिड़चिड़ापन पैदा कर सकेला। ई आमतौर पर स्तनपान करावत घरी सिफारिश ना कइल जाला। अगर जरूरत होखे, त वैकल्पिक उपचार पर चर्चा करीं या बेबी के कवनो साइड इफेक्ट खातिर करीबी से निगरानी करीं।

का फ्लुफेनाजिन गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

फ्लुफेनाजिन गर्भावस्था श्रेणी C में वर्गीकृत बा, मतलब ई जोखिम पैदा कर सकेला। एकरा के तबे इस्तेमाल कइल चाहीं जब लाभ जोखिम से अधिक होखे। गर्भावस्था के दौरान एक्सपोज बेबी वापसी लक्षण, साँस लेवे में समस्या, या मांसपेशी कठोरता अनुभव कर सकेला। इस्तेमाल से पहिले अपने डॉक्टर से चर्चा करीं।

का हम फ्लुफेनाजिन के साथ दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

फ्लुफेनाजिन एंटीडिप्रेसेंट, सेडेटिव, ओपिओइड, रक्तचाप दवाई, आ एंटीकॉलिनर्जिक दवाई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। एकरा के शराब या सीएनएस डिप्रेसेंट के साथ मिलावे से उनींदापन आ चक्कर बढ़ सकेला। नया दवाई जोड़ला से पहिले हमेशा अपने डॉक्टर से जाँच करीं।

का फ्लुफेनाजिन बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग मरीज, खासकर जिनका डिमेंशिया-संबंधित साइकोसिस बा, ऊ लोग स्ट्रोक, भ्रम, आ अचानक मौत के अधिक जोखिम में बा। साइड इफेक्ट के प्रति बढ़ल संवेदनशीलता के कारण कम खुराक के जरूरत हो सकेला। सुरक्षा खातिर करीबी से निगरानी जरूरी बा।

का फ्लुफेनाजिन लेत घरी शराब पिए सुरक्षित बा?

फ्लुफेनाजिन एगो एंटीसाइकोटिक दवाई हवे जे स्किजोफ्रेनिया आ दोसरा साइकोटिक विकारन के इलाज में इस्तेमाल होला। ई दिमाग में डोपामिन रिसेप्टर्स के ब्लॉक कर के काम करेला, जे भ्रम, भ्रांतियाँ, आ साइकोसिस के दोसरा लक्षणन के कम करे में मदद कर सकेला। शराब फ्लुफेनाजिन के प्रभाव के बढ़ा सकेला, मतलब ई फ्लुफेनाजिन के अधिक प्रभावी बना सकेला। हालांकि, शराब फ्लुफेनाजिन के कारण उनींदापन भी बढ़ा सकेला। ए कारण से, फ्लुफेनाजिन लेत घरी शराब से बचे के जरूरी बा।

का फ्लुफेनाजिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?

अधिकांश लोग ए दवाई के अच्छा से सहन करेला आ ई आपके व्यायाम करे के क्षमता के सीमित ना करे के चाहीं। हालांकि, हर कोई दवाई के प्रति अलग-अलग प्रतिक्रिया दे सकेला। हमेशा कवनो बदलाव के ट्रैक करीं जे आप देखत बानी आ जब नया लक्षण चिंता के कारण बने त अपने डॉक्टर के जानकारी दीं - ई सुनिश्चित करे में मदद करी कि ए दवाई आपके खातिर सही बा।

के फ्लुफेनाजिन लेवे से बचे के चाहीं?

जिनका गंभीर जिगर के बीमारी, पार्किंसन रोग, या गंभीर अवसाद बा, ऊ लोग फ्लुफेनाजिन से बचे के चाहीं। ई बुजुर्ग मरीजन खातिर भी सिफारिश ना कइल जाला जिनका डिमेंशिया-संबंधित साइकोसिस बा, काहे कि ई मौत के जोखिम बढ़ा देला। गर्भवती या स्तनपान करावे वाली महिलन के इस्तेमाल से पहिले डॉक्टर से परामर्श करे के चाहीं। जिनका फेनोथियाजिन से एलर्जी बा, ऊ लोग ए दवाई से बचे के चाहीं।