एर्गोकैल्सिफेरोल
रिकेट्स , हाइपोपैराथायरॉइडिजम ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
एर्गोकैल्सिफेरोल, जेकरा के विटामिन D2 के नाम से भी जानल जाला, के इस्तेमाल हाइपोपराथायरायडिज्म, रिफ्रैक्टरी रिकेट्स, आ पारिवारिक हाइपोफॉस्फेटेमिया जइसन स्थिति के इलाज खातिर कइल जाला। ई स्थिति कैल्शियम आ फॉस्फेट मेटाबोलिज्म में समस्या के शामिल करेला।
एर्गोकैल्सिफेरोल तोहार शरीर के अधिक कैल्शियम आ फॉस्फोरस सोखल में मदद करेला, जे हड्डी के स्वास्थ्य खातिर जरूरी बा। ई जिगर आ गुर्दा में सक्रिय रूप में बदल जाला, छोट आंत में कैल्शियम आ फॉस्फोरस के सोखल के बढ़ावा देला, हड्डी के खनिजीकरण आ कुल मिलाके कैल्शियम संतुलन के समर्थन करेला।
एर्गोकैल्सिफेरोल आमतौर पर मुँह से कैप्सूल के रूप में लिहल जाला। हाइपोपराथायरायडिज्म खातिर वयस्क खुराक 50,000 से 200,000 USP यूनिट रोजाना हो सकेला। विटामिन D प्रतिरोधी रिकेट्स खातिर, ई 12,000 से 500,000 USP यूनिट रोजाना हो सकेला। बाल चिकित्सा खुराक के व्यक्तिगत रूप से तय कइल जाला आ स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा निर्धारित कइल जाला।
एर्गोकैल्सिफेरोल के आम साइड इफेक्ट में थकान, पीयर त्वचा, साफ सोच में कठिनाई, भूख के कमी, मिचली, उल्टी, कब्ज, बढ़ल प्यास, बढ़ल पेशाब, वजन घटाव, उनींदापन, आ मांसपेशी में दर्द शामिल बा। अगर ई लक्षण में से कोई भी गंभीर बा या लगातार बा, त स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करीं।
एर्गोकैल्सिफेरोल हाइपरकैल्सीमिया, मालएब्सॉर्प्शन सिंड्रोम, आ विटामिन D के असामान्य संवेदनशीलता वाला मरीजन में निषिद्ध बा। मरीजन के ई से बचल चाहीं अगर ऊ लोग के खून में कैल्शियम या विटामिन D के उच्च स्तर बा। हाइपरविटामिनोसिस D के संकेत के निगरानी कइल महत्वपूर्ण बा आ विषाक्तता से बचल खातिर खुराक के सावधानी से समायोजित कइल जाला।
संकेत आ उद्देश्य
एर्गोकैल्सिफेरोल कइसे काम करेला?
एर्गोकैल्सिफेरोल छोट आंत में कैल्शियम आ फॉस्फोरस के अवशोषण के बढ़ावा देके काम करेला, जे सीरम कैल्शियम आ फॉस्फेट स्तर के बढ़ावे में मदद करेला। ई प्रक्रिया हड्डी के खनिजीकरण आ समग्र हड्डी के स्वास्थ्य के समर्थन करेला। ई हड्डी से कैल्शियम आ फॉस्फेट के गतिशीलता भी कर सकेला आ किडनी में एकर पुनःअवशोषण बढ़ा सकेला।
का एर्गोकैल्सिफेरोल प्रभावी बा?
एर्गोकैल्सिफेरोल हाइपोपराथायरायडिज्म, रिफ्रैक्टरी रिकेट्स, आ पारिवारिक हाइपोफॉस्फेटेमिया जइसन स्थिति के इलाज में प्रभावी बा काहे कि ई कैल्शियम आ फॉस्फोरस के अवशोषण के बढ़ावा देला, जे हड्डी के खनिजीकरण में मदद करेला। ई सीरम कैल्शियम आ फॉस्फेट स्तर के बढ़ावे के क्षमता से समर्थित बा।
एर्गोकैल्सिफेरोल का ह?
एर्गोकैल्सिफेरोल, जे विटामिन डी2 के नाम से भी जानल जाला, हाइपोपराथायरायडिज्म, रिफ्रैक्टरी रिकेट्स, आ पारिवारिक हाइपोफॉस्फेटेमिया जइसन स्थिति के इलाज में इस्तेमाल कइल जाला। ई शरीर के कैल्शियम आ फॉस्फोरस के अवशोषण में मदद करेला, जे हड्डी के स्वास्थ्य आ खनिजीकरण के बढ़ावा देला। सीरम कैल्शियम आ फॉस्फेट स्तर के बढ़ाके, ई सही हड्डी के विकास आ रखरखाव के समर्थन करेला।
इस्तेमाल के निर्देश
एर्गोकैल्सिफेरोल केतना दिन ले लिहल जाला?
एर्गोकैल्सिफेरोल के उपयोग के अवधि इलाज हो रहल स्थिति आ दवाई पर रोगी के प्रतिक्रिया पर निर्भर करेला। अपने डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं आ प्रगति के निगरानी खातिर नियमित चेक-अप में शामिल होखीं।
एर्गोकैल्सिफेरोल के कइसे लीं?
एर्गोकैल्सिफेरोल के रोजाना एक बेर, एके समय पर, मुँह से कैप्सूल के रूप में लीं। ई खाना के साथ भा बिना खा सकीला। सुनिश्चित करीं कि रउआ के आहार से सही मात्रा में कैल्शियम मिल रहल बा, काहे कि बहुत अधिक भा बहुत कम दवाई के प्रभावशीलता पर असर डाल सकेला। अपने डॉक्टर के आहार संबंधी सिफारिश के पालन करीं।
एर्गोकैल्सिफेरोल के काम करे में केतना समय लागेला?
एर्गोकैल्सिफेरोल के काम करे में आमतौर पर 10 से 24 घंटा लागेला, काहे कि एकरा के जिगर आ किडनी में सक्रिय मेटाबोलाइट में बदलल जरूरी होला। पूरा प्रभाव में अधिक समय लाग सकेला, ई इलाज हो रहल स्थिति आ व्यक्तिगत प्रतिक्रिया पर निर्भर करेला।
एर्गोकैल्सिफेरोल के कइसे स्टोर करीं?
एर्गोकैल्सिफेरोल के ओकर मूल कंटेनर में, कस के बंद, कमरा के तापमान पर रोशनी, अधिक गर्मी, आ नमी से दूर स्टोर करीं। एकरा के बच्चा लोग के पहुंच से दूर राखीं आ बाथरूम में स्टोर मत करीं।
एर्गोकैल्सिफेरोल के सामान्य खुराक का ह?
हाइपोपराथायरायडिज्म वाला बड़का लोग खातिर एर्गोकैल्सिफेरोल के रोजाना खुराक 50,000 से 200,000 यूएसपी यूनिट रोजाना होला, जबकि विटामिन डी प्रतिरोधी रिकेट्स खातिर ई 12,000 से 500,000 यूएसपी यूनिट रोजाना के बीच होला। बाल रोगी के खुराक व्यक्तिगत होखे के चाहीं आ ई स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा निर्धारित कइल जाव।
चेतावनी आ सावधानी
का एर्गोकैल्सिफेरोल स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
स्तनपान करावत घरी एर्गोकैल्सिफेरोल के इस्तेमाल में सावधानी बरते के सलाह बा, काहे कि उच्च खुराक शिशु में हाइपरकैल्सीमिया के ओर ले जा सकेला। शिशु के सीरम कैल्शियम एकाग्रता के निगरानी के सिफारिश कइल जाला। व्यक्तिगत सलाह खातिर अपने डॉक्टर से सलाह लीं।
का एर्गोकैल्सिफेरोल गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
एर्गोकैल्सिफेरोल के गर्भावस्था के दौरान तबे इस्तेमाल कइल जाव जब संभावित लाभ जोखिम से अधिक होखे, काहे कि अत्यधिक विटामिन डी भ्रूण के असामान्यता पैदा कर सकेला। व्यक्तिगत सलाह खातिर अपने डॉक्टर से सलाह लीं आ अनुशंसित आहार भत्ता से अधिक ना लीं।
का हम एर्गोकैल्सिफेरोल के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?
एर्गोकैल्सिफेरोल खनिज तेल के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जे विटामिन के अवशोषण पर असर डाले ला, आ थियाजाइड डाइयूरेटिक्स, जे हाइपरकैल्सीमिया पैदा कर सकेला। संभावित इंटरैक्शन से बचे खातिर रउआ जे दवाई ले रहल बानी, ओकरा बारे में अपने डॉक्टर के जानकारी दीं।
का एर्गोकैल्सिफेरोल बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग मरीज लोग के एर्गोकैल्सिफेरोल सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं, खुराक रेंज के निचला छोर से शुरू करत। ई कम हो रहल जिगर, किडनी, भा दिल के कार्य के अधिक आवृत्ति आ अन्य रोग भा दवाई के मौजूदगी के कारण बा। स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा नियमित निगरानी के सिफारिश कइल जाला।
केकरा के एर्गोकैल्सिफेरोल लेवे से बचे के चाहीं?
एर्गोकैल्सिफेरोल हाइपरकैल्सीमिया, मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम, आ विटामिन डी के प्रति अतिसंवेदनशीलता वाला मरीज लोग में निषिद्ध बा। ई किडनी भा जिगर के रोग वाला लोग में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव। विषाक्तता से बचे खातिर कैल्शियम स्तर के नियमित निगरानी जरूरी बा।

