डोलुटेग्राविर
एचआईवी संक्रमण
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
डोलुटेग्राविर एगो एंटीरिट्रोवायरल दवाई हवे जे एचआईवी-1, जे एड्स के कारण बनावे ला, के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई हमेशा दोसरा एचआईवी दवाईयन के साथे मिलाके इस्तेमाल कइल जाला।
डोलुटेग्राविर एचआईवी के शरीर के कोशिकन में मिलावे से रोक के काम करेला। ई खून में वायरस के मात्रा के घटा देला आ इम्यून सिस्टम के मजबूत करे ला।
डोलुटेग्राविर आमतौर पर रोजाना एक या दू बार, खाना के साथ या बिना खइला के लिहल जाला। बड़का लोगन खातिर रोजाना सामान्य खुराक 50 मिलीग्राम हवे आ 20 किलोग्राम या अधिक वजन वाला बच्चन खातिर भी।
डोलुटेग्राविर के सबसे आम साइड इफेक्ट में नींद में परेशानी, थकान, आ सिरदर्द शामिल बा। गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया भी हो सकेला। कुछ लोगन में जिगर के एंजाइम, कोलेस्ट्रॉल, खून में चीनी, आ दोसरा खून के टेस्ट में बदलाव हो सकेला।
डोलुटेग्राविर के एंटासिड, जुलाब, या कैल्शियम, मैग्नीशियम, या एल्युमिनियम वाला सप्लीमेंट के साथ 2 घंटा पहिले या 6 घंटा बाद में ना लिहल जाव। ई बड़का लोगन आ जिगर या किडनी के समस्या वाला लोगन में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव। औरत लोगन के डोलुटेग्राविर शुरू करे से पहिले गर्भावस्था के टेस्ट करावे के चाहीं।
संकेत आ उद्देश्य
डोलुटेग्राविर कइसे काम करेला?
डोलुटेग्राविर एगो दवाई ह जे एचआईवी, जे एड्स के कारण बनावे वाला वायरस ह, से लड़ेला। ई शरीर के कोशिका में एचआईवी के समाहित होखे से रोक के खून में वायरस के मात्रा कम करेला। ई इम्यून सिस्टम (शरीर के संक्रमण से लड़ाई करे वाला सिस्टम) के मजबूत बनावे ला। डोलुटेग्राविर एचआईवी के इलाज ना ह, लेकिन ई एचआईवी दवाई के साथे इस्तेमाल कइला पर एड्स आ संबंधित बीमारियन के विकास के जोखिम के काफी कम करेला। महत्वपूर्ण बा कि डोलुटेग्राविर के सुरक्षित सेक्स प्रथन आ दोसरा स्वस्थ जीवनशैली में बदलाव के साथे इस्तेमाल कइला पर दूसरन के एचआईवी फैलावे के संभावना भी कम हो सकेला। याद राखीं, लगातार मेडिकल देखभाल आ निर्धारित दवाई के पालन एचआईवी के प्रबंधन खातिर बहुत जरूरी बा।
का डोलुटेग्राविर प्रभावी बा?
डोलुटेग्राविर एगो दवाई ह जे एचआईवी-1 संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल होला। एचआईवी-1 एगो वायरस ह जे एड्स के कारण बनावे ला। डोलुटेग्राविर अकेले काम ना करेला; ई हमेशा दोसरा एचआईवी दवाई के साथे इस्तेमाल होला। बड़ लोग खातिर, ई दोसरा दवाई रिलपिविरिन के साथे पूरा इलाज के रूप में इस्तेमाल हो सकेला। बड़ लोग आ 3 किलोग्राम से अधिक वजन वाला आ 4 हफ्ता से अधिक उमिर वाला बच्चा लोग खातिर, ई दोसरा एचआईवी दवाई के साथे इस्तेमाल होला। हालांकि, ई नइखे मालूम कि डोलुटेग्राविर 4 हफ्ता से कम उमिर वाला या 3 किलोग्राम से कम वजन वाला बच्चा लोग खातिर सुरक्षित या प्रभावी बा कि ना, या ओह लोग खातिर जे कुछ दोसरा एचआईवी दवाई ले चुकल बा। एह समूह में अउरी रिसर्च के जरूरत बा।
डोलुटेग्राविर का ह?
डोलुटेग्राविर एगो दवाई ह जे एचआईवी-1, जे एड्स के कारण बनावे वाला वायरस ह, के इलाज में इस्तेमाल होला। ई अकेले ना इस्तेमाल होला; ई हमेशा दोसरा एचआईवी दवाई के साथे मिलाके इस्तेमाल होला। डॉक्टर लोग एकरा के ओह लोग खातिर लिख सकेला जे एचआईवी इलाज शुरू करत बा या जे दोसरा दवाई से बदल रहल बा। ई कइसे एचआईवी से लड़े ला, एकर व्याख्या इहाँ ना कइल गइल बा। डोलुटेग्राविर शुरू करे से पहिले, महिलन के गर्भावस्था परीक्षण करावे के जरूरत होला। ई बहुत जरूरी बा कि अगर रउआ ई दवाई लेतानी त गर्भावस्था आ स्तनपान के बारे में अपना डॉक्टर से बात करीं। एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) एगो वायरस ह जे शरीर के इम्यून सिस्टम पर हमला करेला, आ एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम) एचआईवी संक्रमण के उन्नत अवस्था ह।
इस्तेमाल के निर्देश
हम डोलुटेग्राविर कब तक लीं?
दिहल गइल पाठ में कहल गइल बा कि डोलुटेग्राविर के ठीक ओही तरह से लेवे के चाहीं जइसे रउआ डॉक्टर बतावे। जब तक रउआ डॉक्टर ना कहे तब तक एकरा के लेना बंद मत करीं। अगर रउआ खुराक भूला जाईं, त जइसे याद आवे तइसे ले लीं। दिहल गइल पाठ में दवाई के उद्देश्य या संभावित साइड इफेक्ट के बारे में अउरी जानकारी उपलब्ध नइखे। डोलुटेग्राविर एगो एंटीरेट्रोवायरल दवाई ह जे एचआईवी संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल होला। एंटीरेट्रोवायरल दवाई वायरस से लड़ेला, खासकर के रेट्रोवायरस, जइसे एचआईवी। खुराक भूला से दवाई के प्रभावशीलता कम हो सकेला आ वायरस के प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो सकेला, जे भविष्य में इलाज के कठिन बना सकेला। हमेशा अपना डॉक्टर के निर्देश के सावधानी से पालन करीं।
हम डोलुटेग्राविर कइसे लीं?
डोलुटेग्राविर खाना के साथे या बिना खाना के, रोजाना एक बार या दू बार एके समय पर ले सकीला। अगर रउआ एंटासिड (हार्टबर्न के दवाई), लैक्सेटिव (कब्ज के दवाई), या कैल्शियम, मैग्नीशियम, या एल्युमिनियम वाला सप्लीमेंट लेतानी, त डोलुटेग्राविर लेवे से 2 घंटा बाद या 6 घंटा पहिले इंतजार करीं, जब तक रउआ एकरा के खाना के साथे ना लेतानी; तब रउआ एकरा के एक साथे ले सकीला। सेंट जॉन वॉर्ट (एक हर्बल सप्लीमेंट) से बचे के चाहीं। बिना डॉक्टर से बात कइले डोलुटेग्राविर लेना बंद मत करीं।
डोलुटेग्राविर काम करे में कतना समय लेला?
माफ करीं, हम ओह सवाल के जवाब नइखी दे सकत। का रउआ आपन सवाल फेर से पूछ सकीला?
हम डोलुटेग्राविर के कइसे स्टोर करीं?
डोलुटेग्राविर के ओकर मूल कंटेनर में कमरा के तापमान पर, अधिक गर्मी आ नमी से दूर स्टोर करीं। बोतल के कस के बंद राखीं आ सुखल राखे में मदद करे वाला डेसिकेंट पैकेट के ना हटाईं।
डोलुटेग्राविर के सामान्य खुराक का होला?
ई दवाई के सामान्य दैनिक खुराक बड़ लोग खातिर 50 मिलीग्राम (mg) होला। 20 किलोग्राम (kg) या अधिक वजन वाला बच्चा लोग भी रोजाना 50 mg लेला। एगो किलोग्राम वजन के इकाई ह, जे लगभग 2.2 पाउंड के बराबर होला। एह से, 44 पाउंड या अधिक वजन वाला बच्चा लोग के बड़ लोग के समान खुराक लेवे के चाहीं। 44 पाउंड से कम वजन वाला बच्चा लोग खातिर, सही खुराक निर्धारित करे खातिर रउआ के डॉक्टर से सलाह लेवे के चाहीं। ई एहसे कि दवाई के उचित मात्रा बच्चा के वजन आ दोसरा कारक पर निर्भर करेला जे डॉक्टर आकलन कर सकेला। मिलीग्राम (mg) दवाई के मात्रा के माप के इकाई ह।
चेतावनी आ सावधानी
का डोलुटेग्राविर स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
डोलुटेग्राविर स्तन दूध में पावल जाला, लेकिन एकर दूध उत्पादन या स्तनपान करावे वाला बच्चा पर प्रभाव के बारे में जानकारी नइखे। कुछ संभावित जोखिम बा। एचआईवी-1 (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस टाइप 1) एड्स के कारण बनावे वाला वायरस ह; डोलुटेग्राविर के स्तन दूध में होखला से माई के बच्चा के एचआईवी देवे के संभावना हो सकेला। बच्चा में दवाई के प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित हो सकेला, मतलब कि अगर बाद में जरूरत होखे त ई दवाई उतना अच्छा ना काम करी। आखिरकार, बच्चा में दवाई के खराब प्रतिक्रिया हो सकेला। ई अनजान आ संभावित जोखिम के कारण, ई बहुत जरूरी बा कि रउआ के डॉक्टर से बात करीं कि डोलुटेग्राविर लेत घरी स्तनपान रउआ आ रउआ के बच्चा खातिर सुरक्षित बा कि ना। ऊ रउआ के स्तनपान के लाभ आ एह संभावित जोखिम के तुलना करे में मदद कर सकेला।
का डोलुटेग्राविर गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
गर्भावस्था के दौरान डोलुटेग्राविर के इस्तेमाल के सावधानी से विचार करे के जरूरत बा। पशु अध्ययन में उच्च खुराक पर कवनो नुकसान ना देखावल गइल, लेकिन मानव डेटा के पर्याप्तता नइखे कि जन्म दोष या गर्भपात के जोखिम के बारे में पूरा तरह से निश्चित हो सके। गर्भावस्था रजिस्ट्री से डेटा जन्म दोष के जोखिम में वृद्धि ना देखावे ला। एगो अध्ययन में पहिला तिमाही में एक्सपोजर भइल बच्चा में 3.3% आ बाद के तिमाही में 5% जन्म दोष पावल गइल। (ई मतलब बा कि 100 बच्चा में से 3 या 5 में जन्म दोष रहल)। दोसरा अध्ययन में न्यूरल ट्यूब दोष (रीढ़ या मस्तिष्क के समस्या) के समान दर पावल गइल, जब तुलना कइल गइल ओह बच्चा से जेकर माई डोलुटेग्राविर ना ले रहल बा या जे एचआईवी-निगेटिव माई रहल। भरोसेमंद डेटा के बावजूद, गर्भावस्था के दौरान डोलुटेग्राविर के इस्तेमाल से पहिले रउआ के डॉक्टर से संभावित लाभ आ जोखिम के बारे में चर्चा करना बहुत जरूरी बा। ऊ रउआ के आ रउआ के बच्चा खातिर सबसे अच्छा निर्णय लेवे में मदद कर सकेला। MRHD (अधिकतम अनुशंसित मानव खुराक) एगो दवाई के सबसे अधिक मात्रा ह जे एगो वयस्क खातिर सुरक्षित मानल जाला। 95% कॉन्फिडेंस इंटरवल (CI) ओह सीमा के देखावे ला जेकरा में सच्चा प्रतिशत संभवतः हो सकेला।
का हम डोलुटेग्राविर के साथे दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
डोलुटेग्राविर के प्रभावशीलता दोसरा दवाई से प्रभावित हो सकेला। एट्राविरिन शरीर में डोलुटेग्राविर के स्तर के कम करेला, लेकिन ई प्रभाव तब कमजोर हो जाला जब एकरा के लोपिनाविर/रिटोनाविर, डारुनाविर/रिटोनाविर, या एटाजानाविर/रिटोनाविर (सब एचआईवी दवाई) के साथे लेहल जाला। डोलुटेग्राविर कुछ दोसरा दवाई के शरीर में स्तर के बढ़ा सकेला (जइसे डोफेटिलाइड, डलफामप्रिडिन, आ मेटफॉर्मिन) काहे कि ई शरीर से एकरा के हटावे के तरीका पर असर डाले ला। विपरीत रूप से, दोसरा दवाई डोलुटेग्राविर के स्तर के कम कर सकेला काहे कि ई एकरा के टूटे के गति बढ़ा देला (ई दवाई UGT1A1, UGT1A3, UGT1A9, BCRP, आ P-gp एंजाइम पर असर डाले ला, जे सब दवाई के मेटाबोलिज्म में शामिल बा)। ओही तरह, ई एंजाइम के गतिविधि के *धीमा* करे वाला दवाई डोलुटेग्राविर के स्तर के *बढ़ा* सकेला। एहसे, अगर रउआ डोलुटेग्राविर लेतानी, त ई बहुत जरूरी बा कि रउआ अपना डॉक्टर के सब दोसरा दवाई के बारे में बताईं ताकि संभावित हानिकारक इंटरैक्शन से बचल जा सके आ सही खुराक सुनिश्चित कइल जा सके। *OCT2, MATE1, UGT1A1, UGT1A3, UGT1A9, BCRP, आ P-gp सब एंजाइम या ट्रांसपोर्टर बा जे रउआ के शरीर में दवाई के प्रोसेस आ हटावे में शामिल बा।*
का डोलुटेग्राविर बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
डोलुटेग्राविर के पुरनका लोग के सावधानी से देवे के चाहीं। ई एहसे कि पुरनका लोग के अक्सर कमजोर लीवर (हेपेटिक), किडनी (रेनल), या दिल (कार्डियक) होला। ऊ लोग के दोसरा स्वास्थ्य समस्या (सहवर्ती रोग) या दोसरा दवाई (दोसरा दवाई चिकित्सा) भी हो सकेला। ई कारक डोलुटेग्राविर से साइड इफेक्ट के जोखिम बढ़ा सकेला। "हेपेटिक" लीवर आ ओकर कार्य के संदर्भ में बा; "रेनल" किडनी आ ओकर कार्य के संदर्भ में बा; "कार्डियक" दिल आ ओकर कार्य के संदर्भ में बा; "सहवर्ती रोग" मतलब बा कि एके समय में एक से अधिक बीमारी होखल। एह संभावित समस्या के कारण, डोलुटेग्राविर लेवे वाला पुरनका मरीज के डॉक्टर के सावधानी से निगरानी करे के जरूरत बा।
का डोलुटेग्राविर लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?
हमरा ई नइखे बुझात। का रउआ दोहराई सकीला?
का डोलुटेग्राविर लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
हमरा ई नइखे बुझात। का रउआ दोहराई सकीला?
के डोलुटेग्राविर लेवे से बचे के चाहीं?
ई जानकारी पत्रक डोलुटेग्राविर के बारे में बा। बिना अपना डॉक्टर से बात कइले डोलुटेग्राविर लेना बंद मत करीं। अपना डॉक्टर के ओह सब दोसरा दवाई के बारे में बताईं जे रउआ लेतानी, जइसे हर्बल उपचार जइसे सेंट जॉन वॉर्ट। साथे ही, अगर रउआ के किडनी या लीवर के समस्या बा (अंग जे रउआ के खून के फिल्टर करेला आ रउआ के शरीर के कार्य में मदद करेला) त अपना डॉक्टर के बताईं। डोलुटेग्राविर के बच्चा लोग के पहुँच से दूर राखीं। अगर रउआ के उल्टी (बीमार होखल), भूख में कमी (भूख ना लागल), या ऊपरी पेट में दर्द जइसन साइड इफेक्ट होखेला, त तुरंते अपना डॉक्टर से संपर्क करीं।