क्लोमिप्रामिन

अवसाद विकार, पीड़ा ... show more

दवाई के स्थिति

approvals.svg

सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

approvals.svg

डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

हाँ

approvals.svg

ज्ञात टेराटोजेन

approvals.svg

फार्मास्युटिकल वर्ग

None

approvals.svg

नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -

यहाँ क्लिक करीं

संकेत आ उद्देश्य

क्लोमिप्रामिन कइसे काम करेला?

क्लोमिप्रामिन एगो ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट ह जवन मस्तिष्क में कुछ न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर बढ़ाके काम करेला, खासकर सेरोटोनिननॉरएपिनेफ्रिन। ई रसायन मूड, चिंता, आ अन्य भावनात्मक प्रतिक्रिया के नियमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभावेला। इनके गतिविधि के बढ़ाके, क्लोमिप्रामिन डिप्रेशन, ऑब्सेसिव-कम्पल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी), आ चिंता जइसन स्थिति के लक्षण में सुधार करे में मदद करेला। ई अन्य मस्तिष्क रसायन पर हल्का असर डाल सकेला, जवन ओकर चिकित्सीय प्रभाव में योगदान दे सकेला।

क्लोमिप्रामिन के काम करे के कइसे पता चलेला?

रउरा क्लोमिप्रामिन के काम करे के पता चल सकेला अगर रउरा लक्षणन में सुधार देखल जाव जइसे कि चिंता में कमी, ऑब्सेसिव विचार, या कम्पल्सिव व्यवहार आ मूड में सुधार। एह के बेहतर महसूस करे में 2 से 4 हफ्ता लाग सकेला, आ पूरा असर खातिर 6 से 8 हफ्ता लाग सकेला। रउरा डॉक्टर के साथ नियमित फॉलो-अप रउरा प्रगति के आकलन करे आ जरूरत पड़े पर इलाज के समायोजित करे में मदद कर सकेला।

का क्लोमिप्रामिन प्रभावी बा?

क्लोमिप्रामिन, एगो दवाई जवन मध्यम से गंभीर ओसीडी (ऑब्सेसिव-कम्पल्सिव डिसऑर्डर) के इलाज खातिर इस्तेमाल होला, ई वयस्क आ बच्चा आ किशोर दुनो में प्रभावी पावल गइल बा। एह दवाई के लेवे वाला मरीज आमतौर पर अपना लक्षणन में महत्वपूर्ण कमी अनुभव करेलन, वयस्कन में औसतन 35-42% आ बच्चा आ किशोर में 37% सुधार।

क्लोमिप्रामिन के का इस्तेमाल होला?

क्लोमिप्रामिन एगो दवाई ह जवन ऑब्सेसिव-कम्पल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी) के इलाज खातिर इस्तेमाल होला, ई एगो स्थिति ह जवन अनचाहा विचार आ दोहराव वाला व्यवहार पैदा करेला। ई मस्तिष्क में कुछ रसायन के स्तर बढ़ाके काम करेला, जवन एह लक्षणन के कम करे में मदद करेला।

इस्तेमाल के निर्देश

क्लोमिप्रामिन के कतना दिन लेवे के चाहीं?

क्लोमिप्रामिन आमतौर पर ऑब्सेसिव-कम्पल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी) जइसन पुरान स्थिति खातिर दीर्घकालिक इलाज के रूप में इस्तेमाल होला। जबकि 10 हफ्ता से अधिक के प्रभावशीलता के नियंत्रित परीक्षण में व्यवस्थित रूप से मूल्यांकन ना कइल गइल बा, मरीज लोग क्लिनिकल अध्ययन के दौरान एक साल तक बिना लाभ खोले थेरेपी जारी रखले बा। ओसीडी जइसन पुरान स्थिति खातिर, इलाज के अवधि व्यक्ति के प्रतिक्रिया आ स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के आकलन पर निर्भर करेला, अक्सर चल रहल थेरेपी के जरूरत के निर्धारण खातिर आवधिक मूल्यांकन शामिल बा।

हम क्लोमिप्रामिन कइसे लीं?

क्लोमिप्रामिन आमतौर पर दिन में एक बेर लिहल जाला, आमतौर पर शाम के या सुतला से पहिले, ताकि दिन में उनींदापन कम हो सके। ई के पूरा पानी के साथ निगलल जाव आ खाना के साथ या बिना खइला जा सकेला। रउरा डॉक्टर के डोजिंग निर्देश के ध्यान से पालन करीं आ बिना रउरा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लिहले डोज के बंद या समायोजित मत करीं।

क्लोमिप्रामिन के काम करे में कतना समय लागेला?

क्लोमिप्रामिन के 2 से 4 हफ्ता लाग सकेला कि ध्यान देवे लायक असर देखावे, जइसे कि मूड में सुधार या चिंता में कमी। हालाँकि, एह के पूरा चिकित्सीय लाभ अनुभव करे में 6 से 8 हफ्ता लाग सकेला। धैर्य राखीं आ दवाई के बतावल अनुसार लेत रहीं, आ कवनो चिंता या साइड इफेक्ट्स खातिर रउरा डॉक्टर से फॉलो अप करीं।

हम क्लोमिप्रामिन के कइसे स्टोर करीं?

एह दवाई के कमरा के तापमान पर 68° से 77°F (20° से 25°C) के बीच राखीं। एकरा के सुरक्षित जगह पर राखीं जहाँ बच्चा ना पहुँच सके। दवाई के नमी से बचावे खातिर कंटेनर के कस के बंद राखीं।

क्लोमिप्रामिन के सामान्य खुराक का बा?

कम खुराक से शुरू करीं आ धीरे-धीरे एकरा के दू हफ्ता में बढ़ाईं। वयस्क लोग दिन में अधिकतम 250mg तक जा सकेला, जबकि बच्चा आ किशोर लोगन के अधिकतम उनकर वजन पर आधारित बा, लेकिन 200mg से अधिक ना। एक बेर सही खुराक मिल जाए, त एकरा के सबेरे सुतला से पहिले एक बेर में ले लीं।

चेतावनी आ सावधानी

का क्लोमिप्रामिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

क्लोमिप्रामिन हाइड्रोक्लोराइड, एगो दवाई, स्तन दूध में जा सकेला। ई माई खातिर दवाई के लाभ के बच्चा खातिर संभावित जोखिम के खिलाफ तौलल जरूरी बा। अगर माई के स्वास्थ्य खातिर दवाई जरूरी बा, त ऊ स्तनपान बंद करे के पड़ सकेला। अगर दवाई जरूरी ना होखे, त ऊ स्तनपान जारी रख सकेली। हालाँकि, ऊ दूनो विकल्प के जोखिम आ लाभ के बारे में अपना डॉक्टर से बात करे के चाहीं।

का क्लोमिप्रामिन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

क्लोमिप्रामिन के केवल तबे इस्तेमाल करे के चाहीं जब संभावित लाभ बच्चा खातिर संभावित जोखिम से अधिक होखे। जानवरन पर कइल गइल अध्ययन में कवनो जन्म दोष ना देखावल गइल बा, लेकिन नवजात शिशु में वापसी के लक्षण जइसे कि घबराहट, कंपकंपी, आ दौरा के रिपोर्ट कइल गइल बा जवन माई क्लोमिप्रामिन के डिलीवरी तक लिहले रहली।

का हम क्लोमिप्रामिन के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाइयन के साथ ले सकीला?

क्लोमिप्रामिन एगो दवाई ह जवन अन्य दवाइयन के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। कुछ दवाइयन क्लोमिप्रामिन के स्तर के शरीर में बढ़ा सकेला, जवन हानिकारक हो सकेला। एह दवाइयन में क्विनिडिन, सिमेटिडिन, आ फ्लुओक्सेटिन शामिल बा। अन्य दवाइयन, जवन मस्तिष्क या तंत्रिका तंत्र पर असर डाले, के सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं। क्लोमिप्रामिन दवाइयन के साथ भी इंटरैक्ट कर सकेला जवन रक्तचाप कम करेला। जिगर आ गुर्दा के समस्या क्लोमिप्रामिन के शरीर में कइसे संभालल जाला, पर असर डाल सकेला, लेकिन अधिक शोध के जरूरत बा।

का हम क्लोमिप्रामिन के विटामिन या सप्लीमेंट्स के साथ ले सकीला?

क्लोमिप्रामिन के विटामिन या सप्लीमेंट्स के साथ ले सकीला, लेकिन सेंट जॉन वॉर्ट या सप्लीमेंट्स जवन सेरोटोनिन स्तर पर असर डाले, से सावधान रहला के जरूरत बा। कवनो नया सप्लीमेंट्स जोड़ला से पहिले हमेशा अपना डॉक्टर से सलाह लीं।

का क्लोमिप्रामिन बूढ़ लोगन खातिर सुरक्षित बा?

बूढ़ लोगन खातिर, इलाज के सावधानी से कम खुराक से शुरू करीं। ई काहे कि ऊ लोगन के जिगर, गुर्दा, या दिल के समस्या हो सकेला, या ऊ लोग अन्य दवाइयन ले रहल हो सकेला। ऊ लोग खून में सोडियम स्तर के कम होखे के अधिक संभावना रखेला।

का क्लोमिप्रामिन लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?

ना, शराब क्लोमिप्रामिन के निद्राजनक प्रभाव के बढ़ा सकेला आ उनींदापन या भ्रम जइसन साइड इफेक्ट्स के जोखिम बढ़ा सकेला।

का क्लोमिप्रामिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?

हाँ, कॉफी या चाय के मध्यम सेवन आमतौर पर सुरक्षित बा। हालाँकि, अत्यधिक कैफीन चिंता, बेचैनी, या अनिद्रा के बढ़ा सकेला।

कवन लोगन के क्लोमिप्रामिन से बचे के चाहीं?

क्लोमिप्रामिन हाइड्रोक्लोराइड कैप्सूल के इस्तेमाल ओ लोगन के ना करे के चाहीं जे: * क्लोमिप्रामिन या अन्य समान दवाइयन से एलर्जी रखेलन * कुछ दवाइयन कहल जाए वाला एमएओआईज, जवन मानसिक विकार के इलाज खातिर इस्तेमाल होला, ले रहल बाड़न या हाल ही में लिहले बाड़न * लाइनजोलिड या अंतःशिरा मेथिलीन ब्लू ले रहल बाड़न, काहे कि ई दवाइयन एगो गंभीर स्थिति कहल जाए वाला सेरोटोनिन सिंड्रोम के जोखिम बढ़ा सकेला