बसुलफन
BCR-ABL सकारात्मक स्थायी मायलोजनिक ल्यूकेमिया, पॉलिसाइथेमिया वेरा ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
बसुलफन मुख्य रूप से एगो खून के कैंसर के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला जेकरा के क्रोनिक माइलोजेनस ल्यूकेमिया (CML) कहल जाला। ई हड्डी के मज्जा प्रत्यारोपण खातिर मरीजन के तइयार करे खातिर दोसरा दवाईयन के संगे भी इस्तेमाल कइल जाला।
बसुलफन कैंसर कोशिकन के डीएनए से बंध के उनकर प्रतिकृति में बाधा डालेला, जेकरा से उनकर बढ़त धीमा हो जाला या रुक जाला। ई खासकर CML में एगो प्रकार के सफेद रक्त कोशिकन के घटावे में प्रभावी बा।
बसुलफन आमतौर पर रोजाना एक बेर मौखिक रूप से लिहल जाला। बड़ लोग खातिर खुराक आमतौर पर 4 से 8 मिग्रा प्रति दिन होला। बच्चन खातिर, खुराक आमतौर पर उनकर शरीर के वजन या सतह क्षेत्र पर आधारित होला।
बसुलफन के आम साइड इफेक्ट्स में मिचली, दस्त, भूख में कमी, आ चक्कर शामिल बा। गंभीर प्रतिकूल प्रभाव में गंभीर हड्डी के मज्जा दमन, फेफड़ा के फाइब्रोसिस, आ दोसरा कैंसर के बढ़ल जोखिम शामिल बा।
बसुलफन गर्भ में पल रहल बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला आ गर्भावस्था के दौरान सिफारिश ना कइल जाला। ई गंभीर हड्डी के मज्जा दमन भी कर सकेला आ दोसरा कैंसर के जोखिम बढ़ा सकेला। जेकरा बसुलफन से एलर्जी के इतिहास बा, ओह लोग के ई इस्तेमाल ना करे के चाहीं।
संकेत आ उद्देश्य
बसुलफन कइसे काम करेला?
बसुलफन एक अल्काइलेटिंग एजेंट बा जे कैंसर कोशिका के डीएनए के नुकसान पहुंचा के काम करेला, जेकरा से ऊ बढ़े आ गुणा करे से रोक जाला। ई क्रिया शरीर में कैंसरयुक्त सफेद रक्त कोशिका के संख्या के कम करे में मदद करेला।
का बसुलफन प्रभावी बा?
बसुलफन क्रोनिक माइलोजेनस ल्यूकेमिया (CML) के इलाज में प्रभावी बा, जे कुल ग्रैनुलोसाइट मास के कम करेला, लक्षण के राहत देला, आ मरीज के क्लिनिकल स्थिति में सुधार करेला। लगभग 90% वयस्क लोग जे पहिले CML से पीड़ित नइखे, बसुलफन के साथ हेमेटोलॉजिकल रेमिशन प्राप्त करेला।
इस्तेमाल के निर्देश
बसुलफन केतना दिन ले लिहल जाला?
बसुलफन के इलाज के अवधि इलाज हो रहल कैंसर के प्रकार आ दवाई पर मरीज के प्रतिक्रिया पर निर्भर करेला। ई कई हफ्ता से महीना तक हो सकेला। आपन डॉक्टर आपन विशेष स्थिति के आधार पर इलाज के उचित अवधि तय करी।
बसुलफन कइसे लेवे के चाहीं?
बसुलफन के ठीक ओही तरह से लेवे के चाहीं जइसे रउआ के डॉक्टर द्वारा बतावल गइल बा, आमतौर पर रोजाना एके समय पर एक बेर। भोजन पर कवनो विशेष प्रतिबंध के जिक्र नइखे, लेकिन ई महत्वपूर्ण बा कि रउआ आपन डॉक्टर के भोजन सेवन के संबंध में निर्देश के पालन करीं।
बसुलफन के काम करे में कइसे समय लागेला?
बसुलफन के रक्त कोशिका गिनती पर प्रभाव इलाज के पहिला 10 से 15 दिन में ना देखल जा सकेला। दवाई बंद करे के बाद भी ल्यूकोसाइट गिनती एक महीना से अधिक समय तक गिर सकेला, जेकरा से एकर चल रहल प्रभाव के संकेत मिलेला।
बसुलफन के कइसे स्टोर करे के चाहीं?
बसुलफन के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद, कमरा के तापमान पर, अधिक गर्मी आ नमी से दूर स्टोर करीं। एकरा के बच्चा लोग के पहुंच से दूर रखीं। एकरा के बाथरूम में स्टोर मत करीं। अनावश्यक दवाई के निपटान एक टेक-बैक प्रोग्राम के माध्यम से करीं, एकरा के शौचालय में फ्लश करके ना।
बसुलफन के आमतौर पर खुराक का होला?
बसुलफन के आमतौर पर बड़का लोग खातिर खुराक 4 से 8 मि.ग्रा. रोजाना होला। बच्चा लोग खातिर, खुराक शरीर के वजन पर आधारित होला, लगभग 60 माइक.ग्रा./किलो शरीर के वजन या 1.8 मि.ग्रा./मी² शरीर के सतह क्षेत्रफल रोजाना। हमेशा आपन डॉक्टर के विशेष निर्देश के पालन करीं।
चेतावनी आ सावधानी
का बसुलफन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लेहल जा सकेला?
ई नइखे पता कि बसुलफन मानव दूध में उत्सर्जित होला कि ना। ट्यूमरजनिकता के संभावना के कारण, निर्णय लेवे के चाहीं कि या त नर्सिंग बंद कर दीं या दवाई बंद कर दीं, दवाई के माँ खातिर महत्व के ध्यान में रखत।
का बसुलफन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लेहल जा सकेला?
बसुलफन गर्भस्थ शिशु के नुकसान पहुंचा सकेला आ गर्भावस्था के दौरान एकरा के उपयोग ना करे के चाहीं। बच्चा पैदा करे के क्षमता वाली महिला के विश्वसनीय गर्भनिरोधक के उपयोग करे के चाहीं आ बसुलफन पर रहते घरी गर्भवती होखे से बचे के चाहीं। अगर गर्भावस्था हो जाला, त तुरत आपन डॉक्टर से संपर्क करीं। पशु अध्ययन से संभावित भ्रूण नुकसान के प्रमाण बा।
का हम बसुलफन के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकेनी?
बसुलफन दवाई जइसे एसिटामिनोफेन, इट्राकोनाजोल, आ साइक्लोफॉस्फेमाइड के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जे एकर निकासी पर असर डाल सकेला आ विषाक्तता बढ़ा सकेला। संभावित इंटरैक्शन से बचे आ बसुलफन के सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित करे खातिर रउआ के डॉक्टर के रउआ द्वारा लीहल जा रहल सभी दवाई के बारे में जानकारी दीं।
का बसुलफन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग मरीज खातिर, बसुलफन के सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं, आमतौर पर खुराक सीमा के निचला छोर से शुरू करे के चाहीं। ई लीवर, किडनी, या दिल के कार्य में कमी के बढ़ल संभावना आ अन्य चिकित्सा स्थिति या उपचार के मौजूदगी के कारण होला। नियमित निगरानी आ खुराक समायोजन जरूरी हो सकेला।
का बसुलफन लेत घरी व्यायाम सुरक्षित बा?
बसुलफन थकान, कमजोरी, या अन्य साइड इफेक्ट के कारण बन सकेला जे रउआ के व्यायाम करे के क्षमता के सीमित कर सकेला। अगर रउआ ई लक्षण अनुभव कर रहल बानी, त ई महत्वपूर्ण बा कि रउआ आपन डॉक्टर से चर्चा करीं, जे सुरक्षित शारीरिक गतिविधि के स्तर पर मार्गदर्शन दे सकेलें।
केकरा के बसुलफन लेवे से बचे के चाहीं?
बसुलफन गंभीर अस्थि मज्जा दमन के कारण बन सकेला, जे कम रक्त कोशिका गिनती के ओर ले जाला। ई अन्य कैंसर के विकास के जोखिम भी बढ़ा सकेला। मरीज के संक्रमण, असामान्य रक्तस्राव, या चोट के संकेत खातिर करीबी से निगरानी करे के चाहीं। बसुलफन के दवा या ओकरा घटक से अतिसंवेदनशीलता वाले मरीज में निषिद्ध बा।