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केरल में 14 साल के लईका के निपाह वायरस के चलते मौत हो गईल! निपाह वायरस का होला?

चमगादड़ से लेके इंसान तक फइलल घातक वायरस के बात होखे त खाली कोरोना के नाम नइखे; निपाह वायरस भी एही में शामिल बा। 

 

21 जुलाई 2024 के केरल में एगो 14 साल के लईका के निपाह वायरस से मौत हो गईल रहे, जवना के चलते केरल के स्वास्थ्य मंत्री पूरा राज्य में हाई अलर्ट जारी क देले। निपाह वायरस एगो जूनोटिक वायरस हवे, मने कि ई चमगादड़ भा सुअर नियर जानवर से मनुष्य में फइल जाला।

 

 निपाह वायरस पहिली बेर मलेशिया में सुअर पालक लोग में 1999 में देखल गइल, एकरे बाद सिंगापुर, बांग्लादेश, आ भारत में केस लउके लागल। निपाह वायरस संक्रमित जानवर सभ के सीधा संपर्क, चमगादड़ से दूषित फल सभ के सेवन भा संक्रमित ब्यक्ति के सीधा संपर्क के माध्यम से फइल जाला।

 

 निपाह वायरस के पहचान करे खातिर निम्नलिखित संकेत आ लक्षणन पर नजर राखल जरूरी बा: शुरू में बोखार, सिरदर्द, गला में खराश, मांसपेशी में दर्द, उल्टी जईसन लक्षण देखाई देवेला। एकरा बाद चक्कर आवे, नींद आवे, चाहे ध्यान केंद्रित करे में दिक्कत जईसन लक्षण देखाई देवे लागेला। गंभीर मामिला में 24-48 घंटा के भीतर निमोनिया, तीव्र साँस के परेशानी, मस्तिष्कशोथ भा दिमाग में सूजन, आ कोमा के ओर ले जाए वाला दौरा जइसन लच्छन देखाई पड़ सके ला।

 

 निपाह वायरस के ऊष्मायन अवधि 4-14 दिन के होला, आ एह वायरस के परीक्षण आरटी-पीसीआर (रियल टाइम पॉलिमरेज़ चेन रिएक्शन) भा एलिसा (एंजाइम लिंकड इम्यूनोसॉर्बेंट एसे) के साथ शरीर के तरल पदार्थ के इस्तेमाल से कइल जाला। फिलहाल निपाह वायरस के कवनो इलाज भा टीका नईखे। डब्ल्यूएचओ के रिसर्च एंड डेवलपमेंट ब्लूप्रिंट में निपाह वायरस के प्राथमिकता वाला बेमारी के रूप में चिन्हित कइल गइल बा।

 

 गंभीर मामिला में गहन सहायक देखभाल के जरूरत पड़ सकेला। निपाह वायरस से बचाव खातिर सुअर के फार्म्स के साफ-सफाई आ कीटाणुरहित कइल जरूरी बा। साथ ही साबुन पानी से हाथ धोवल। आ संक्रमित जानवरन के आवाजाही रोके से एकरा के रोके में मदद मिल सकेला। अगर रउरा सभे के ई वीडियो पसंद आइल त हमनी के चैनल मेडविकी के लाइक, शेयर, आ सब्सक्राइब जरूर करीं।

 

  Source:- 1. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NB... 

                   2. https://www.who.int/news-room/fact-sh...

अस्वीकरण के बा:

ई जानकारी मेडिकल सलाह के विकल्प ना ह। अपना इलाज में कवनो बदलाव करे से पहिले अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं। मेडविकी पर देखल भा पढ़ल कवनो बात के आधार पर पेशेवर चिकित्सा सलाह के अनदेखी भा देरी मत करीं.

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डॉ. ब्यूटी गुप्ता

Published At: Aug 2, 2024

Updated At: Sep 19, 2024