वैलप्रोइक एसिड
दोहरी मानसिक विकार, आल्ज़ाइमर रोग ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -
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वैलप्रोइक एसिड मुख्य रूप से मिर्गी से पीड़ित लोगन में दौरा के नियंत्रित करे खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई बड़ लोग आ पुरान बच्चा में अलग-अलग प्रकार के दौरा खातिर प्रभावी बा, आ अकेले या दोसरा दौरा दवाई के साथे इस्तेमाल कइल जा सकेला।
वैलप्रोइक एसिड दिमाग में GABA स्तर बढ़ाके काम करेला, जेकरा से ओवरएक्टिव नस के गतिविधि के शांत करे में मदद मिलेला जे दौरा या मूड स्विंग के कारण बनेला।
वैलप्रोइक एसिड के खुराक कम से शुरू होला आ हर हफ्ता धीरे-धीरे बढ़ावल जाला जब तक दौरा बंद ना हो जाला या साइड इफेक्ट ना देखाई देला। अधिकतम मात्रा सीमित बा आ बहुत उच्च खुराक के सिफारिश ना कइल जाला। ई महत्वपूर्ण बा कि डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं कि कतना गोली लेवे के बा आ कब लेवे के बा।
वैलप्रोइक एसिड के आम साइड इफेक्ट में मिचली, पेट में दर्द, नींद आ एक त्वचा पर चकत्ता शामिल बा। दुर्लभ मामिला में, ई रक्तस्राव, बहुत उच्च अमोनिया स्तर आ पुरान लोग में नींद के कारण बन सकेला।
वैलप्रोइक एसिड रउआ के नींद आ चक्कर आ सकेला, त शराब, दोसरा नींद के दवाई आ गाड़ी चलावे या मशीनरी चलावे से बचे जब तक रउआ ना जान जाईं कि ई रउआ पर कइसे असर करेला। बिना डॉक्टर से बात कइले एकरा लेना बंद मत करीं।
संकेत आ उद्देश्य
वालप्रोइक एसिड के इस्तेमाल का बा?
वालप्रोइक एसिड कैप्सूल एगो दवाई ह जे मिर्गी के इलाज खातिर इस्तेमाल होला। ई अलग-अलग तरह के मिर्गी के दौरा के नियंत्रित करे में मदद करेला, जेकरा में ऊ दौरा शामिल बा जहाँ रउरा पूरा तरह से ना बुझा रहल बा का हो रहल बा (जटिल आंशिक दौरा), छोट-छोट घूरल के स्पेल (अनुपस्थिति दौरा), या मिर्गी के दौरा के संयोजन। कभी-कभी ई अकेले इस्तेमाल होला, आ कभी-कभी दोसरा मिर्गी के दवाई के साथे।
वालप्रोइक एसिड कइसे काम करेला?
वालप्रोइक एसिड दिमाग में GABA स्तर बढ़ा देला, जे मिर्गी के दौरा या मूड स्विंग के कारण बन रहल ओवरएक्टिव नर्व गतिविधि के शांत करेला।
का वालप्रोइक एसिड प्रभावी बा?
क्लिनिकल अध्ययन देखवले बा कि वालप्रोइक एसिड मिर्गी के मरीज में दौरा के आवृत्ति आ गंभीरता के प्रभावी रूप से घटा देला। ई बाइपोलर डिसऑर्डर में मूड के स्थिर करे आ माइग्रेन के रोकथाम खातिर भी मान्यता प्राप्त बा।
कइसे पता चली कि वालप्रोइक एसिड काम कर रहल बा?
कुछ मिर्गी के दवाई, जइसे वालप्रोइक एसिड, कवनो व्यक्ति के आत्महत्या के विचार या खुद के नुकसान पहुँचावे के कोशिश के संभावना थोड़ा बढ़ा सकेला। अध्ययन देखवले बा कि ई जोखिम छोट बा, चीनी के गोली (प्लेसबो) लेवे के तुलना में लगभग दुगुना। ई दवाई लेवे वाला हर 530 लोग में से लगभग एक अतिरिक्त व्यक्ति आत्महत्या के विचार या व्यवहार अनुभव कर सकेला।
इस्तेमाल के निर्देश
वालप्रोइक एसिड के सामान्य खुराक का होला?
दवाई के कम खुराक से शुरू करीं आ धीरे-धीरे हर हफ्ता बढ़ाईं जब तक मिर्गी के दौरा रुक ना जाई या साइड इफेक्ट ना देखाई। अधिकतम मात्रा सीमित बा, आ बहुत ऊँच खुराक फायदेमंद ना होला। अगर कुल दैनिक खुराक बहुत ऊँच हो जाला, त एकरा के दिन भर में छोट-छोट खुराक में बाँट दीं। दवाई के स्तर मापे खातिर खून के जाँच हमेशा सही ना होला कि ई कइसे काम कर रहल बा।
हम वालप्रोइक एसिड कइसे लीं?
रउरा वालप्रोइक एसिड के गोली ठीक ओही तरह से लीं जइसे रउरा डॉक्टर बतावे। ऊ लोग के निर्देश के पालन करीं कि कतना गोली लेवे के बा आ कब लेवे के बा। खाली रउरा डॉक्टर रउरा खुराक बदल सकेला; खुद से मत करीं। कभी भी अचानक दवाई लेना बंद मत करीं; ई खतरनाक हो सकेला। रउरा डॉक्टर बताई कि रउरा के ई खाना के साथे लेवे के बा कि ना।
हम वालप्रोइक एसिड कब तक लीं?
डॉक्टर लोग तय करेला कि कवनो व्यक्ति के वालप्रोइक एसिड कब तक लेवे के जरूरत बा। एकर कवनो तय समय ना होला; ई व्यक्ति आ ऊ काहे खातिर ले रहल बा, एकरा पर निर्भर करेला। कुछ लोग के ई थोड़े समय खातिर चाहीं, जबकि कुछ लोग के ई दीर्घकालिक चाहीं।
वालप्रोइक एसिड के काम करे में कतना समय लागेला?
वालप्रोइक एसिड आमतौर पर इलाज शुरू करे के कुछ दिन से हफ्ता के भीतर अपना प्रभाव डाले लागेला, व्यक्ति आ इलाज हो रहल स्थिति पर निर्भर करेला।
हम वालप्रोइक एसिड कइसे स्टोर करीं?
दवाई के ठंडा जगह पर राखीं, 20 से 25 डिग्री सेल्सियस (ई कमरा के तापमान जइसन बा) के बीच। ई सुनिश्चित करीं कि बच्चा लोग एकरा तक ना पहुँच सके।
चेतावनी आ सावधानी
के वालप्रोइक एसिड लेवे से बचे के चाहीं?
वालप्रोइक एसिड रउरा के नींद आ चक्कर दे सकेला, त जब रउरा एकरा ले रहल बानी त शराब मत पीं या दोसरा नींद के दवाई मत लीं। जब तक रउरा ना बुझा जाई कि ई रउरा पर कइसे असर डालता, तब तक गाड़ी मत चलाईं या मशीनरी के इस्तेमाल मत करीं। ई खून बहने के समस्या, पेट में दर्द, धुंधला या दोहरा देखाई, दस्त, भूख आ वजन में बदलाव, बाल झड़ना, आ चलने में परेशानी भी पैदा कर सकेला। एकरा के कमरे के तापमान पर राखीं। बिना रउरा डॉक्टर से बात कइले एकरा के लेना बंद मत करीं।
का हम वालप्रोइक एसिड के साथे दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
कुछ दवाई रउरा शरीर के वालप्रोएट (मिर्गी के दवाई) के इस्तेमाल पर असर डाल सकेला। वालप्रोएट के एस्पिरिन के साथे लेवे से ई बहुत मजबूत हो सकेला। कुछ एंटीबायोटिक्स (कार्बापेनेम्स) वालप्रोएट के कम प्रभावी बना सकेला। दोसरा मिर्गी के दवाई जइसे फेनिटोइन, कार्बामाजेपिन, आ फेनोबार्बिटल रउरा शरीर के वालप्रोएट के जल्दी से बाहर निकाल सकेला। एगो दवाई जेकरा के कोलेस्टिरामाइन कहल जाला, ऊ भी वालप्रोएट के स्तर घटा सकेला। एकरा चलते, रउरा डॉक्टर के रउरा वालप्रोएट के स्तर के अक्सर जाँच करे के जरूरत बा, खासकर जब रउरा दोसरा दवाई शुरू या बंद कर रहल बानी।
का हम वालप्रोइक एसिड के साथे विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?
ई दोसरा एंटीकन्वल्सेंट जइसे फेनिटोइन या कार्बामाजेपिन के साथे इंटरैक्ट करेला। जब दोसरा दवाई के साथे मिलावल जाला त दवाई के स्तर के नियमित निगरानी के सिफारिश कइल जाला।
का वालप्रोइक एसिड गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
गर्भावस्था के दौरान वालप्रोएट लेवे से जन्मजात विकृति के संभावना बहुत बढ़ जाला, खासकर बच्चा के दिमाग आ रीढ़ के समस्या, दोसरा मिर्गी के दवाई के तुलना में। खुराक जेतना ऊँच होई, जोखिम ओतना बढ़ जाई। ई कम IQ आ विकास में देरी के जोखिम भी बढ़ा सकेला। गर्भावस्था के पहिले आ शुरुआती गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड लेवे से कुछ रीढ़ के समस्या के रोकथाम में मदद मिल सकेला, बाकिर एकर बुद्धिमत्ता पर प्रभाव स्पष्ट ना बा। अचानक वालप्रोएट बंद करना बहुत खतरनाक बा आ गंभीर मिर्गी के दौरा पैदा कर सकेला। गर्भावस्था के दौरान जन्मजात विकृति के जाँच खातिर परीक्षण के पेशकश कइल जाला।
का वालप्रोइक एसिड स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
स्तनपान करावत घरी वालप्रोएट लेवे से बच्चा के लीवर के समस्या (जइसे पीलिया या आसानी से खून बहना) खातिर नजदीकी से देखभाल के जरूरत बा काहे कि लीवर के नुकसान के छोट संभावना बा। माँ के खून के तुलना में दूध में दवाई के मात्रा कम बा, आ एगो अध्ययन देखवले बा कि एह तरीका से एक्सपोज भइल बच्चा में छह साल तक कवनो गंभीर समस्या ना देखाइल। हालाँकि, डॉक्टर के द्वारा सावधानीपूर्वक निगरानी जरूरी बा।
का वालप्रोइक एसिड पुरान लोग खातिर सुरक्षित बा?
पुरान लोग खातिर ई दवाई के कम शुरूआती खुराक के जरूरत हो सकेला, आ अगर ऊ बहुत नींद में आ जाला त उनका डॉक्टर के खुराक घटावे या एकरा के पूरा तरह से बंद करे के जरूरत हो सकेला। ई दवाई लेवे वाला अधिक पुरान लोग दुर्घटना, संक्रमण, दर्द, नींद आ कंपकंपी जइसन चीज के रिपोर्ट कइले बा। बाकिर ई स्पष्ट ना बा कि ई समस्या दवाई के कारण भइल बा, या ऊ पहिले से मौजूद रहल बा, या दोसरा दवाई के कारण भइल बा।
का वालप्रोइक एसिड लेवे के दौरान व्यायाम करना सुरक्षित बा?
वालप्रोइक एसिड लेवे के दौरान व्यायाम सामान्य रूप से सुरक्षित बा। अगर रउरा के कसरत के दौरान थकान या चक्कर आ रहल बा, त जोरदार गतिविधि जारी रखे से पहिले रउरा डॉक्टर से सलाह लीं।
का वालप्रोइक एसिड लेवे के दौरान शराब पीना सुरक्षित बा?
वालप्रोइक एसिड रउरा के नींद आ चक्कर दे सकेला। जब रउरा ई ले रहल बानी त शराब मत पीं या दोसरा नींद के दवाई मत लीं, काहे कि ई नींद आ चक्कर के बहुत खराब बना दी।