प्राजिक्वांटेल
परजीवी आंतरिक रोग , क्लोनोर्चियासिस ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
Praziquantel के इस्तेमाल परजीवी संक्रमण जइसे कि schistosomiasis, जेकरा के परजीवी कीड़ा से होखेला, आ liver flukes, जेकरा के liver में संक्रमण करे वाला flatworms होला, के इलाज खातिर होला।
Praziquantel परजीवी के लकवा मार के आ मारे के काम करेला, जेकरा से परजीवी जेकरा पर या अंदर रहेला, के शरीर से हटावे में मदद करेला। ई परजीवी के कोशिका झिल्ली के बाधित करेला, जेकरा से लकवा आ मौत हो जाला।
Praziquantel के सामान्य खुराक बड़ लोग खातिर शरीर के वजन आ संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करेला। ई आमतौर पर एके खुराक में या एक दिन में तीन खुराक में लेहल जाला। हमेशा आपन डॉक्टर के विशेष खुराक निर्देश के पालन करीं।
Praziquantel के आम साइड इफेक्ट्स में चक्कर आना, जेकरा से अस्थिर महसूस होला, सिरदर्द, जेकरा से सिर में दर्द होला, आ मिचली, जेकरा से उल्टी करे के मन होला, शामिल बा।
अगर रउआ Praziquantel से एलर्जी बा त एकरा के ना लेवे के चाहीं। ई चक्कर आ सकेला, त जब तक रउआ ना जान जाईं कि ई रउआ पर कइसे असर करेला, गाड़ी चलावे से बचे। जवन लोग के liver में समस्या बा, ओह लोग के खुराक में बदलाव के जरूरत हो सकेला। हमेशा आपन डॉक्टर से कवनो चिंता के बारे में सलाह लीं।
संकेत आ उद्देश्य
प्राजिक्वांटेल कइसे काम करेला?
प्राजिक्वांटेल परजीवी कीड़ा के बाहरी परत के नुकसान पहुंचाके काम करेला, जेसे ओकर मांसपेशी सिकुड़ जाला आ लकवाग्रस्त हो जाला। ई शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली के परजीवी के नष्ट आ बाहर निकाले में मदद करेला। ई शिस्टोसोमा, टेपवर्म, आ फ्लूक से होखे वाला परजीवी संक्रमण पर विशेष रूप से प्रभावी बा।
का प्राजिक्वांटेल प्रभावी बा?
प्राजिक्वांटेल कई परजीवी संक्रमण पर बहुत प्रभावी बा। अध्ययन देखावे ला कि ई उच्च इलाज दर रखेला, खासकर शिस्टोसोमियासिस आ टेपवर्म संक्रमण खातिर। ओकर प्रभावशीलता संक्रमण के प्रकार, गंभीरता, आ व्यक्ति के दवाई पर प्रतिक्रिया पर निर्भर कर सकेला।
प्राजिक्वांटेल का ह?
प्राजिक्वांटेल एगो एंथेलमिंटिक दवाई हवे जे परजीवी कीड़ा संक्रमण जइसे शिस्टोसोमियासिस, टेपवर्म संक्रमण, आ लिवर फ्लूक संक्रमण के इलाज खातिर इस्तेमाल होला। ई कीड़ा के बाहरी सतह के नुकसान पहुंचाके काम करेला, जेसे उ लोग टूट जाला आ पेशाब या मल के जरिए शरीर से बाहर निकल जाला।
इस्तेमाल के निर्देश
प्राजिक्वांटेल केतना दिन लेवे के चाहीं?
प्राजिक्वांटेल के इलाज के अवधि आमतौर पर अल्पकालिक होला। अधिकांश संक्रमण खातिर, ई एकल खुराक या कुछ दिन खातिर लिहल जाला। हालांकि, संक्रमण के प्रकार आ गंभीरता पर निर्भर करत, तोहार डॉक्टर लंबा इलाज के योजना या दोहराव खुराक के सिफारिश कर सकेला।
प्राजिक्वांटेल कइसे लिहल जाला?
प्राजिक्वांटेल के खाना के साथ लिहल जाला ताकि अवशोषण में सुधार हो सके। गोली के पूरा निगल जाव, बिना चबावे या कुचलले, आ खुराक के साथ एगो गिलास पानी पियऽ। पूरा निर्धारित मात्रा लेवे के महत्वपूर्ण बा, भले ही कोर्स पूरा करे से पहिले अच्छा महसूस होखे, ताकि संक्रमण के पूरा तरह से समाप्ति हो सके।
प्राजिक्वांटेल के काम करे में कति समय लागेला?
प्राजिक्वांटेल आमतौर पर लेवे के घंटा के भीतर काम करे लागेला, आ लक्षण में राहत कुछ दिन में देखल जा सकेला। हालांकि, सब लक्षण के पूरा तरह से समाप्त होखे में कई हफ्ता लाग सकेला। कुछ मामिला में, संक्रमण के पूरा तरह से समाप्त करे खातिर दोहराव इलाज के जरूरत हो सकेला।
प्राजिक्वांटेल के कइसे स्टोर कइल जाला?
प्राजिक्वांटेल के कमरा के तापमान (बीच 20°C से 25°C) पर स्टोर कइल जाला, नमी, गर्मी, आ सीधा धूप से दूर। एकरा के एगो टाइटली बंद कंटेनर में बच्चा लोग के पहुंच से दूर रखल जाव। एकरा के बाथरूम या रसोई के सिंक के पास ना रखल जाव, आ कवनो एक्सपायर्ड दवाई के सही से नष्ट कइल जाव।
प्राजिक्वांटेल के सामान्य खुराक का ह?
प्राजिक्वांटेल के खुराक इलाज हो रहल संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करेला। शिस्टोसोमियासिस खातिर, सामान्य खुराक 40 मिग्रा/किग्रा शरीर के वजन होला, जे दू या तीन खुराक में लिहल जाला। टेपवर्म संक्रमण खातिर, सामान्य खुराक 5–10 मिग्रा/किग्रा शरीर के वजन होला, जे आमतौर पर एकल खुराक के रूप में दिहल जाला। सही खुराक खातिर तोहार डॉक्टर के निर्देश के पालन करऽ।
चेतावनी आ सावधानी
का प्राजिक्वांटेल के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ लिहल जा सकेला?
प्राजिक्वांटेल जइसन दवाई के साथ इंटरैक्शन कर सकेला सिमेटिडिन, रिफाम्पिन, या एंटी-एपिलेप्टिक दवाई, जे ओकर प्रभावशीलता पर असर डाल सकेला या साइड इफेक्ट बढ़ा सकेला। हमेशा आपन डॉक्टर के सब दवाई के बारे में जानकारी दिहल करीं, जेमें प्रिस्क्रिप्शन, ओवर-द-काउंटर दवाई, आ सप्लीमेंट शामिल बा, ताकि हानिकारक इंटरैक्शन से बचल जा सके आ सुरक्षित इस्तेमाल के सुनिश्चित कइल जा सके।
का प्राजिक्वांटेल के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
प्राजिक्वांटेल स्तन दूध में निकासित होला, त ई स्तनपान के दौरान सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव। अगर तोहरा के ई दवाई लेवे के जरूरत बा, त लाभ जोखिम से अधिक बा कि ना, ई निर्धारित करे खातिर आपन डॉक्टर से परामर्श करऽ। कुछ मामिला में, अस्थायी रूप से स्तनपान बंद करे के सिफारिश कइल जा सकेला।
का प्राजिक्वांटेल गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
प्राजिक्वांटेल के पहिले तिमाही में गर्भावस्था के दौरान सिफारिश नइखे कइल जाला, काहे कि ई विकासशील भ्रूण के नुकसान पहुंचा सकेला। ई दोसरा आ तिसरा तिमाही में इस्तेमाल कइल जा सकेला अगर लाभ जोखिम से अधिक बा, लेकिन ई निर्णय तोहार डॉक्टर के साथ परामर्श में कइल जाव।
का प्राजिक्वांटेल लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?
प्राजिक्वांटेल लेवे के दौरान शराब से बचे के सलाह दिहल जाला। शराब साइड इफेक्ट जइसे उल्टी, चक्कर, आ लिवर विषाक्तता के जोखिम बढ़ा सकेला। अगर तोहरा शराब पिए के योजना बा, त संभावित जोखिम के बारे में आपन डॉक्टर से बात करऽ आ अगर तोहार इलाज के दौरान कभी-कभी पिए के सुरक्षित बा कि ना, ई जानल जाव।
का प्राजिक्वांटेल लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?
प्राजिक्वांटेल लेवे के दौरान व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा, लेकिन अगर तोहरा के साइड इफेक्ट जइसे थकान, चक्कर, या पेट में असुविधा होखे, त आपन व्यायाम दिनचर्या के समायोजन करे के विचार करऽ या कम तीव्रता वाली गतिविधि के चयन करऽ। प्राजिक्वांटेल के साथ इलाज के दौरान तोहार व्यायाम योजना सुरक्षित आ उपयुक्त बा कि ना, ई सुनिश्चित करे खातिर हमेशा आपन डॉक्टर से परामर्श करऽ।
का प्राजिक्वांटेल बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग लोग आमतौर पर प्राजिक्वांटेल सुरक्षित रूप से ले सकेला, लेकिन उ लोग साइड इफेक्ट जइसे चक्कर, उल्टी, या लिवर समस्या के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकेला। इलाज के दौरान बुजुर्ग मरीज के करीबी निगरानी जरूरी बा, आ स्वास्थ्य स्थिति आ दवाई पर प्रतिक्रिया के आधार पर खुराक के समायोजन कइल जा सकेला।
के प्राजिक्वांटेल लेवे से बचे के चाहीं?
प्राजिक्वांटेल आमतौर पर सुरक्षित बा, लेकिन जे लोग दवाई या ओकर घटक से अतिसंवेदनशीलता रखेला, उ लोग से बचे के चाहीं। लिवर रोग, गर्भावस्था (खासकर पहिले तिमाही में), आ स्तनपान करावे वाली माई लोग में सावधानी बरते के सलाह बा। अगर तोहरा के कवनो अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थिति बा, त इस्तेमाल से पहिले हमेशा आपन डॉक्टर से सलाह लेवे के चाहीं।

