एट्राविरिन

एचआईवी संक्रमण

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

कुछुओ ना / केहू ना

संकेत आ उद्देश्य

एट्राविरिन कइसे काम करेला?

एट्राविरिन रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस एंजाइम के रोक के काम करेला, जे एचआईवी-1 के प्रतिकृति खातिर जरूरी बा। ई एंजाइम के ब्लॉक क के, एट्राविरिन खून में वायरस के मात्रा के घटा देला, जे संक्रमण के प्रबंधन करे में मदद करेला आ एड्स के प्रगति के रोकेला।

का एट्राविरिन प्रभावी बा?

एट्राविरिन के एचआईवी-1 संक्रमण के इलाज में प्रभावी साबित भइल बा, खासकर ओह मरीजन में जे इलाज के अनुभव रखत बा. क्लिनिकल ट्रायल, जइसे कि डुएट-1 आ डुएट-2, देखवलस कि एट्राविरिन, दोसरा एंटीरेट्रोवायरल एजेंट्स के संगे, वायरस लोड के काफी घटा देला आ एचआईवी-1 मरीजन में सीडी4 सेल काउंट के बढ़ा देला.

इस्तेमाल के निर्देश

कति देर ले हम एट्राविरिन लिहल करीं?

एट्राविरिन आमतौर पर एचआईवी-1 संक्रमण के दीर्घकालिक इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई जरूरी बा कि रउआ एकरा के अपना डॉक्टर के बतावल अनुसार लेत रहीं, चाहे रउआ ठीक महसूस करत होखीं, ताकि स्थिति के प्रभावी रूप से प्रबंधित कइल जा सके।

हम ईट्राविरीन कइसे लीं?

ईट्राविरीन के खाना खाए के बाद रोजाना दू बेर लिहल चाहीं, काहे कि खाना ओकरा सोख के बढ़ा देला. खाली पेट पर मत लीं. कवनो खास खाना पर पाबंदी नइखे, बाकिर रउआ डॉक्टर के निर्देश के पालन करे में महत्वपूरण बा, खासकर के आहार आ दवाई के बारे में.

एट्राविरिन के काम करे में कतना समय लागेला?

एट्राविरिन खाए के shortly बादे काम करे लागेला, बाकिर वायरस लोड में significant कमी देखे में कई हफ्ता लाग सकेला। स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के regular monitoring ओकर effectiveness के समय के साथ assess करे में मदद करी।

हमरा क्लोपिडोग्रेल के कइसे रखल चाहीं?

क्लोपिडोग्रेल के गोली के कमरा के तापमान पर रखल चाहीं, 68° से 77°F (20° से 25°C) के बीच। गोली के उनकर असली बोतल में, मजबूती से बंद रखीं, ताकि ओहमें नमी ना जाए। बोतल से सुखाने वाला पाउच मत हटाईं।

एट्राविरिन के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर, एट्राविरिन के सिफारिश कइल खुराक 200 मि.ग्रा. बा जेवना के बाद दिन में दू बेर लिहल जाला. 6 साल से 18 साल से कम उमिर के बच्चा खातिर, खुराक शरीर के वजन पर निर्भर करेला, जे 100 मि.ग्रा. से 200 मि.ग्रा. दिन में दू बेर तक हो सकेला. हमेशा आपन डॉक्टर के खास निर्देश के पालन करीं.

चेतावनी आ सावधानी

का एट्राविरिन के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

एचआईवी-1 संक्रमण वाली माई लोग के एट्राविरिन लेत घरी स्तनपान ना करावे के चाहीं, काहे कि वायरस के स्तन दूध के माध्यम से फइलल जा सकेला। एट्राविरिन भी स्तन दूध में जा सकेला आ बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला। वैकल्पिक खुराक के विकल्प के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से चर्चा करे के चाहीं।

का एट्राविरिन के गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

एट्राविरिन के गर्भावस्था में तबे इस्तेमाल कइल जाए जब संभावित लाभ संभावित जोखिम के जायज ठहरावे। गर्भवती महिलन में एकर इस्तेमाल पर सीमित डाटा बा, आ भ्रूण के नुकसान के कवनो मजबूत सबूत नइखे मिलल। गर्भवती महिलन के आपन डॉक्टर से जोखिम आ लाभ पर चर्चा करे के चाहीं।

का हम एट्राविरिन के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?

एट्राविरिन कई गो दवाई के साथ इंटरेक्ट करेला, जवना में दोसरा एंटीरेट्रोवायरल जइसन कि इफाविरेन्ज आ नेविरापाइन शामिल बा, जेकरा से एकर प्रभावशीलता कम हो सकेला। ई CYP3A, CYP2C9, आ CYP2C19 एंजाइम से मेटाबोलाइज होखे वाला दवाई पर भी असर डालेला। मरीज लोग के चाहीं कि ऊ लोग आपन डॉक्टर के सभ दवाई के बारे में जानकारी देस, जवना के ऊ लोग ले रहल बा, ताकि संभावित इंटरेक्शन से बचल जा सके।

का एट्राविरिन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

65 साल से ऊपर के मरीजन में एट्राविरिन के इस्तेमाल पर सीमित जानकारी बा। बुजुर्ग मरीजन के एट्राविरिन लिखते समय सावधानी बरतल जाय के सलाह दिहल जाला काहे कि जिगर, किडनी, या दिल के कार्यक्षमता में कमी के संभावना, आ अन्य चिकित्सा स्थिति या दवाई के मौजूदगी हो सकेला।

केकरा के एट्राविरिन ना लेवे के चाहीं?

एट्राविरिन गंभीर त्वचा प्रतिक्रिया पैदा कर सकेला, जवना में स्टीवंस-जॉनसन सिंड्रोम आ टॉक्सिक एपिडर्मल नेक्रोलाइसिस शामिल बा। ई दोसरा दवाईयन के साथे प्रतिक्रिया कर सकेला, जवना से प्रभावशीलता में कमी आ साइड इफेक्ट में बढ़ोतरी हो सकेला। मरीज लोगन के चाहीं कि ऊ लोग आपन डॉक्टर के सभ दवाईयन के बारे में जानकारी देस आ कवनो गंभीर त्वचा प्रतिक्रिया के तुरंते रिपोर्ट करस।