ट्राइमिथोप्रिम

एशेरिचिया कोलाई संक्रमण, बैक्टीरियल नेत्र संक्रमण ... show more

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

सारांश

  • ट्राइमिथोप्रिम के बैक्टीरियल संक्रमण, खासकर मूत्र मार्ग संक्रमण (UTIs) जइसे सिस्टाइटिस आ किडनी संक्रमण के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई छाती के संक्रमण, कान के संक्रमण, आ यात्री के दस्त खातिर भी इस्तेमाल हो सकेला। कुछ मामिला में, ई लोगन में बार-बार होखे वाला UTIs के रोकथाम खातिर इस्तेमाल कइल जाला जे संक्रमण के प्रवृत्ति राखे ला।

  • ट्राइमिथोप्रिम फोलिक एसिड के उत्पादन के रोक के काम करेला, एगो पदार्थ जे बैक्टीरिया के बढ़े आ गुणा करे खातिर जरूरी होला। ई संक्रमण के रोके में मदद करेला आ शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली के बैक्टीरिया के खत्म करे के मौका देला।

  • बड़ लोग खातिर, UTI खातिर सामान्य खुराक 100 मिग्रा दिन में दू बेर या 200 मिग्रा दिन में एक बेर 3 से 14 दिन ले होला। बच्चा खातिर, खुराक शरीर के वजन पर आधारित होला आ दू खुराक में बाँटल जाला। ई आमतौर पर गोली या तरल रूप में लिहल जाला।

  • आम साइड इफेक्ट्स में मिचली, उल्टी, दस्त, सिरदर्द, आ त्वचा पर चकत्ते शामिल बा। दुर्लभ लेकिन गंभीर प्रभाव में एलर्जी प्रतिक्रिया, जिगर के समस्या, आ रक्त विकार शामिल बा।

  • ट्राइमिथोप्रिम से एलर्जी वाला लोग, गर्भवती महिलाएं, खासकर पहिले तिमाही में, आ जे किडनी रोग, फोलेट की कमी, या रक्त विकार से पीड़ित बा, उ लोग ई दवाई से बचे के चाहीं। एकरा लेवे से पहिले हमेशा आपन डॉक्टर के कवनो स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी दीं।

संकेत आ उद्देश्य

ट्राइमिथोप्रिम कइसे काम करेला?

ट्राइमिथोप्रिम बैक्टीरियल फोलिक एसिड उत्पादन के रोक के काम करेला, जे बैक्टीरियल वृद्धि खातिर जरूरी बा। ई बैक्टीरिया के बढ़े से रोक देला आ प्रतिरक्षा प्रणाली के बाकी बचे बैक्टीरिया के मार के संक्रमण साफ करे के मौका देला।

 

का ट्राइमिथोप्रिम प्रभावी बा?

हाँ, ट्राइमिथोप्रिम बहुत प्रभावी बा बैक्टीरियल संक्रमण के इलाज में, खासकर के UTIs में। अध्ययन देखावे ला कि ई सही से लेवे पर 70-90% मामिला में संक्रमण के साफ कर देला। हालांकि, कुछ बैक्टीरिया प्रतिरोधी हो रहल बा, त ई केवल जरूरी होखे पर लिखल जाला।

 

इस्तेमाल के निर्देश

हम ट्राइमिथोप्रिम कब तक लीं?

अवधि संक्रमण पर निर्भर करेला। UTIs खातिर, ट्राइमिथोप्रिम आमतौर पर 3 से 7 दिन ले लिहल जाला। लंबा समय तक रोकथाम के मामिला में, ई कई महीना ले लिहल जा सकेला। जल्दी बंद मत करीं, भले ही अच्छा महसूस होखे, काहे कि संक्रमण वापिस आ सकेला या प्रतिरोधी हो सकेला।

 

हम ट्राइमिथोप्रिम कइसे लीं?

ट्राइमिथोप्रिम आमतौर पर एक बेर या दू बेर रोज, खाना के साथ या बिना लिहल जाला। गोली के एगो गिलास पानी के साथ निगल जाईं। अगर तरल रूप में ले रहल बानी, त एकरा के सावधानी से मापीं। ई दवाई लेत घरी शराब से बचे, काहे कि ई साइड इफेक्ट बढ़ा सकेला। संक्रमण के बाहर निकाले में मदद खातिर खूब पानी पीं।

 

ट्राइमिथोप्रिम के काम करे में कति समय लागेला?

ट्राइमिथोप्रिम कुछ घंटा में काम करे लागेला, लेकिन लक्षण आमतौर पर 24 से 48 घंटा में सुधर जाला। हालांकि, पूरा कोर्स पूरा करना जरूरी बा ताकि सब बैक्टीरिया खत्म हो सके। अगर लक्षण 3 दिन में ना सुधरे, त अपने डॉक्टर से संपर्क करीं।

 

हम ट्राइमिथोप्रिम के कइसे स्टोर करीं?

ट्राइमिथोप्रिम के कमरा के तापमान (25°C से नीचे) में सूखा जगह पर, सीधा धूप से दूर स्टोर करीं। तरल रूप के रेफ्रिजरेटेड रखीं आ 14 दिन बाद कवनो बिना इस्तेमाल कइल हिस्सा फेंक दीं। बच्चा के पहुंच से दूर रखीं।

ट्राइमिथोप्रिम के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर, एगो UTI के सामान्य खुराक 100 मि.ग्रा. दिन में दू बेर या 200 मि.ग्रा. एक बेर रोज 3 से 14 दिन ले होला, जेकरा पर निर्भर करेला कि संक्रमण कइसन बा। बच्चा लोग खातिर, खुराक शरीर के वजन (3-6 मि.ग्रा./किलो रोज) पर आधारित होला आ दू खुराक में बाँटल जाला। हमेशा अपने डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं आ पूरा कोर्स पूरा करीं।

 

चेतावनी आ सावधानी

का हम ट्राइमिथोप्रिम के साथ अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

ट्राइमिथोप्रिम मिथोट्रेक्सेट (कैंसर आ गठिया खातिर इस्तेमाल), वारफारिन (रक्त पतला करे वाला), आ कुछ मूत्रवर्धक के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। ई इंटरैक्शन साइड इफेक्ट के जोखिम बढ़ा सकेला जइसे खून बहना, उच्च पोटेशियम स्तर, या विषाक्तता। अपने सब दवाई के बारे में अपने डॉक्टर के जानकारी दीं।

 

का ट्राइमिथोप्रिम स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

हाँ, ट्राइमिथोप्रिम आमतौर पर सुरक्षित बा स्तनपान करावत घरी, काहे कि केवल थोड़ी मात्रा में ई स्तन दूध में जाला। हालांकि, ई असमय जन्म, पीलिया, या फोलेट की कमी वाला बच्चा में बचे के चाहीं। अगर आपके बच्चा में दस्त, चिड़चिड़ापन, या त्वचा पर चकत्ते होखे, त अपने डॉक्टर के जानकारी दीं।

 

का ट्राइमिथोप्रिम गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

ट्राइमिथोप्रिम शुरुआती गर्भावस्था में सिफारिश ना कइल जाला काहे कि ई फोलिक एसिड स्तर के घटा के भ्रूण के विकास में बाधा डाल सकेला। अगर जरूरी होखे, त आपके डॉक्टर एकरा के साथ फोलिक एसिड सप्लीमेंट लिख सकेलन। गर्भावस्था के दौरान एकरा के इस्तेमाल से पहिले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लीं।

 

का ट्राइमिथोप्रिम लेत घरी शराब पीना सुरक्षित बा?

ट्राइमिथोप्रिम लेत घरी शराब से बचे के सबसे अच्छा बा, काहे कि ई उल्टी, चक्कर, आ उनींदापन जइसन साइड इफेक्ट बढ़ा सकेला। मध्यम मात्रा में पीना गंभीर समस्या ना दे सकेला, लेकिन अत्यधिक शराब के इस्तेमाल संक्रमण के खराब कर सकेला आ जिगर के कार्य पर असर डाल सकेला।

 

का ट्राइमिथोप्रिम लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?

हाँ, हल्का से मध्यम व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा। हालांकि, अगर आप कमजोरी, चक्कर, या थकान महसूस करेला, त जोरदार गतिविधि से बचे। संक्रमण से उबरत घरी हाइड्रेटेड रहे आ अपने शरीर के सुने।

का ट्राइमिथोप्रिम बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग मरीज लोग के ट्राइमिथोप्रिम सावधानी से लेवे के चाहीं, काहे कि ऊ लोग किडनी समस्या, उच्च पोटेशियम स्तर, आ फोलेट की कमी के अधिक प्रवण होला। खुराक समायोजन के जरूरत हो सकेला, आ साइड इफेक्ट के निगरानी खातिर नियमित रक्त परीक्षण के जरूरत हो सकेला।

 

केहू के ट्राइमिथोप्रिम लेवे से बचे के चाहीं?

जिनका ट्राइमिथोप्रिम या सल्फोनामाइड एंटीबायोटिक से एलर्जी बा, गर्भवती महिला (खासकर के पहिला तिमाही में), आ जिनका किडनी रोग, फोलेट की कमी, या रक्त विकार बा, उनकरा ई दवाई से बचे के चाहीं। ई लेवे से पहिले हमेशा अपने डॉक्टर के कवनो स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी दीं।