टोरसेमाइड

हाइपरटेंशन, स्थायी गुर्दा विफलता ... show more

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

NO

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

सारांश

  • टोरसेमाइड के इस्तेमाल एडिमा के इलाज खातिर कइल जाला, जे दिल के फेल होखला, किडनी के बीमारी, भा जिगर के विकार जइसन हालात से होखे वाला तरल पदार्थ के रुकावट ह। एकर इस्तेमाल उच्च रक्तचाप के प्रबंधन खातिर भी कइल जाला।

  • टोरसेमाइड एगो मूत्रवर्धक ह जे पेशाब के उत्पादन बढ़ाके काम करेला। ई शरीर से अतिरिक्त पानी आ नमक हटावे में मदद करेला, सूजन घटावे आ रक्तचाप कम करेला।

  • टोरसेमाइड मौखिक रूप से लिहल जाला, आमतौर पर 10 मि.ग्रा. भा 20 मि.ग्रा. के खुराक से रोजाना एक बेर शुरू कइल जाला। अगर जरूरी होखे त खुराक धीरे-धीरे बढ़ावल जा सकेला, बाकिर 200 मि.ग्रा. प्रति दिन से अधिक ना होखे के चाहीं।

  • टोरसेमाइड के आम साइड इफेक्ट में पेशाब के बढ़ल, चक्कर आवे, सिरदर्द, आ निर्जलीकरण शामिल बा। ई इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के कारण बन सकेला, जवन मांसपेशी में ऐंठन भा कमजोरी जइसन लक्षण पैदा कर सकेला।

  • टोरसेमाइड के सावधानी से इस्तेमाल कइल जाला लोगन में जे किडनी के बीमारी, जिगर के समस्या, भा सल्फोनामाइड्स से एलर्जी के इतिहास रखेला। ई गंभीर निर्जलीकरण, पेशाब करे में असमर्थता, भा दवा के प्रति अतिसंवेदनशीलता वाला लोगन खातिर सिफारिश ना कइल जाला।

संकेत आ उद्देश्य

टॉर्सेमाइड कइसे काम करेला?

टॉर्सेमाइड गुर्दा पर सोडियम, क्लोराइड, आ पानी के उत्सर्जन बढ़ावे खातिर काम करेला, जेकरा से तरल पदार्थ के प्रतिधारण कम होखेला आ रक्तचाप घटेला। ई गुर्दा के एगो हिस्सा, हेनले के लूप में Na+/K+/2Cl–-वाहक प्रणाली के अवरोधित करेला, जेकरा से ई प्रभाव प्राप्त होला।

का टॉर्सेमाइड प्रभावी बा?

टॉर्सेमाइड हृदय विफलता, गुर्दा रोग, या यकृत रोग से जुड़ल शोथ के इलाज में आ उच्च रक्तचाप के प्रबंधन में प्रभावी बा। ई गुर्दा के माध्यम से पानी आ नमक के उत्सर्जन बढ़ाके काम करेला, तरल पदार्थ के प्रतिधारण के कम करेला आ रक्तचाप के घटावेला। क्लिनिकल परीक्षण में ई स्थिति में ओकर प्रभावशीलता देखावल गइल बा।

इस्तेमाल के निर्देश

हम टॉर्सेमाइड कतना दिन ले लीं?

टॉर्सेमाइड उच्च रक्तचाप आ शोथ जइसन स्थिति के दीर्घकालिक प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई एह स्थिति के नियंत्रित करेला लेकिन ई इलाज ना करेला, त ई आमतौर पर डॉक्टर द्वारा बतावल अनुसार लगातार लिहल जाला। इस्तेमाल के अवधि व्यक्ति के चिकित्सा स्थिति आ उपचार के प्रति प्रतिक्रिया पर निर्भर करी।

हम टॉर्सेमाइड कइसे लीं?

टॉर्सेमाइड आमतौर पर दिन में एक बेर, खाना के साथ या बिना खइला के लिहल जाला। ई जरूरी बा कि हर दिन एके समय पर लीं। अपने डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं, जइसे कि कम नमक वाला आहार या पोटैशियम से भरपूर खाना बढ़ावे के।

टॉर्सेमाइड के काम करे में कतना समय लागेला?

टॉर्सेमाइड मौखिक प्रशासन के लगभग 1 घंटा के भीतर काम करे लागेला, आ चरम प्रभाव पहिला या दोसरा घंटा में होखेला। मूत्रवर्धक प्रभाव लगभग 6 से 8 घंटा ले रहेला।

हम टॉर्सेमाइड के कइसे स्टोर करीं?

टॉर्सेमाइड के ओकर मूल कंटेनर में, कस के बंद, कमरा के तापमान पर अतिरिक्त गर्मी आ नमी से दूर स्टोर करीं। ई बच्चन के पहुंच से दूर राखीं। ई बाथरूम में स्टोर मत करीं। अनावश्यक दवाई के टॉयलेट में फ्लश क के ना, बलुक वापस लेवे के कार्यक्रम के माध्यम से निपटान करीं।

टॉर्सेमाइड के सामान्य खुराक का बा?

वयस्कन खातिर, शोथ के इलाज खातिर सामान्य खुराक 10 मि.ग्रा. या 20 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर बा, जेकरा के जरूरत पर बढ़ावल जा सकेला। उच्च रक्तचाप खातिर, शुरूआती खुराक आमतौर पर 5 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर बा, जेकरा के जरूरत पर 10 मि.ग्रा. तक बढ़ावल जा सकेला। बच्चन खातिर कवनो स्थापित खुराक नइखे काहे कि बाल रोगी में सुरक्षा आ प्रभावशीलता निर्धारित नइखे भइल।

चेतावनी आ सावधानी

का हम टॉर्सेमाइड के साथ अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

टॉर्सेमाइड एनएसएआईडी के साथ इंटरैक्ट कर सकत बा, ओकर प्रभावशीलता के घटा सकत बा। ई लिथियम विषाक्तता आ एमिनोग्लाइकोसाइड एंटीबायोटिक्स के साथ ओटोटॉक्सिसिटी के जोखिम बढ़ा सकत बा। ई CYP2C9 सब्सट्रेट जइसन कि वारफारिन के प्रभावशीलता के प्रभावित कर सकत बा। मरीजन के सभ दवाई के बारे में अपने डॉक्टर के जानकारी देवे के चाहीं ताकि इंटरैक्शन से बचल जा सके।

का स्तनपान करावत घरी टॉर्सेमाइड सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

मानव दूध में टॉर्सेमाइड के उपस्थिति या स्तनपान करावे वाला बच्चा पर ओकर प्रभाव पर कवनो डेटा नइखे। मूत्रवर्धक लैक्टेशन के दबा सकेला, त सामान्यत: टॉर्सेमाइड लेवे के दौरान स्तनपान ना करे के सलाह दिहल जाला। व्यक्तिगत सलाह खातिर अपने डॉक्टर से संपर्क करीं।

का गर्भावस्था के दौरान टॉर्सेमाइड सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

गर्भवती महिलन में टॉर्सेमाइड के इस्तेमाल पर कवनो पर्याप्त अध्ययन नइखे। पशु अध्ययन में उच्च खुराक पर कुछ जोखिम देखावल गइल बा। ई केवल तब इस्तेमाल कइल जाव जब संभावित लाभ गर्भस्थ शिशु के संभावित जोखिम के उचित ठहरावेला। व्यक्तिगत सलाह खातिर अपने डॉक्टर से संपर्क करीं।

का टॉर्सेमाइड लेवे के दौरान शराब पीना सुरक्षित बा?

शराब पीना टॉर्सेमाइड के साइड इफेक्ट जइसन कि चक्कर, हल्कापन, आ बेहोशी के बढ़ा सकेला, खासकर जब जल्दी से लेट से उठल जाव। ई सलाह दिहल जाला कि शराब के संयम में इस्तेमाल कइल जाव आ अगर रउआ टॉर्सेमाइड लेवे के दौरान शराब पीए के योजना बनावत बानी त अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से चर्चा करीं।

का टॉर्सेमाइड लेवे के दौरान व्यायाम करना सुरक्षित बा?

टॉर्सेमाइड चक्कर या हल्कापन पैदा कर सकेला, जेकरा से रउआ के सुरक्षित रूप से व्यायाम करे के क्षमता प्रभावित हो सकेला। अगर रउआ ई लक्षण अनुभव कर रहल बानी, त ई सलाह दिहल जाला कि सतर्कता के आवश्यकता वाला गतिविधि, जइसन कि व्यायाम, से बचे, जब तक रउआ ना जान जाईं कि दवाई रउआ के कइसे प्रभावित कर रहल बा। व्यक्तिगत सलाह खातिर अपने डॉक्टर से संपर्क करीं।

का टॉर्सेमाइड बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग मरीज टॉर्सेमाइड के प्रभाव, विशेष रूप से निर्जलीकरण आ इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के जोखिम के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकेला। गुर्दा के कार्य आ इलेक्ट्रोलाइट स्तर के नियमित निगरानी के सिफारिश कइल जाला। खुराक समायोजन व्यक्ति के प्रतिक्रिया आ सहिष्णुता के आधार पर जरूरी हो सकेला।

केकरा के टॉर्सेमाइड लेवे से बचे के चाहीं?

टॉर्सेमाइड के उन मरीजन में contraindicated बा जेकरा में दवाई के प्रति ज्ञात अतिसंवेदनशीलता, मूत्रत्याग न होखल, आ यकृत कोमा बा। ई निर्जलीकरण, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन, आ गुर्दा के कार्य के बिगाड़ सकत बा। मरीजन के ई स्थिति खातिर निगरानी कइल जाव, आ खुराक समायोजन जरूरी हो सकेला। ई मधुमेह, गठिया, या जिगर के बीमारी वाला मरीजन में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव।