रिफापेंटाइन

फुफ्फुसीय टीबी, लेटेंट ट्यूबरकुलोसिस

दवाई के स्थिति

approvals.svg

सरकारी मंजूरी

US(FDA)

approvals.svg

डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

हाँ

approvals.svg

ज्ञात टेराटोजेन

approvals.svg

फार्मास्युटिकल वर्ग

None

approvals.svg

नियंत्रित दवा पदार्थ

कुछुओ ना / केहू ना

संकेत आ उद्देश्य

रिफापेंटिन कइसे काम करेला?

रिफापेंटिन बैक्टीरिया में डीएनए-निर्भर आरएनए पोलीमरेज के रोक के काम करेला, जे बैक्टीरियल आरएनए संश्लेषण खातिर आवश्यक बा। ई क्रिया बैक्टीरिया के प्रजनन आ फैलाव से रोकेला, प्रभावी रूप से बैक्टीरिया के मार के आ संक्रमण के इलाज करेला।

का रिफापेंटिन प्रभावी बा?

रिफापेंटिन के एक्टिव आ लेटेंट ट्यूबरकुलोसिस के इलाज खातिर क्लिनिकल परीक्षण में अध्ययन कइल गइल बा। ई अन्य एंटीट्यूबरकुलोसिस दवाई के साथ इस्तेमाल कइला पर प्रभावी बा। अध्ययन देखवले बा कि ई ट्यूबरकुलोसिस के पुनरावृत्ति दर के कम करे में मदद करेला जब निर्देशानुसार लिहल जाला।

इस्तेमाल के निर्देश

रिफापेंटिन केतना दिन ले लिहल जाला?

रिफापेंटिन के आमतौर पर 6 महीना ले एक्टिव ट्यूबरकुलोसिस के इलाज में इस्तेमाल कइल जाला, जेकरा में 2 महीना के शुरुआती चरण आ 4 महीना के जारी चरण होला। लेटेंट ट्यूबरकुलोसिस संक्रमण खातिर, ई 12 हफ्ता ले एक बार हफ्ता में इस्तेमाल कइल जाला।

रिफापेंटिन के कइसे लीं?

रिफापेंटिन के ओकरा के अवशोषण बढ़ावे आ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानी के कम करे खातिर खाना के साथ लिहल जाव। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध नइखे, लेकिन ई महत्वपूर्ण बा कि निर्धारित खुराक अनुसूची के पालन कइल जाव आ खुराक ना छूटे।

रिफापेंटिन के काम करे में केतना समय लागेला?

रिफापेंटिन इलाज शुरू कइला के तुरंत बाद काम करे लागेला, लेकिन लक्षणन में महत्वपूर्ण सुधार देखे में कई हफ्ता लाग सकेला। संक्रमण के पूरा इलाज सुनिश्चित करे खातिर पूरा चिकित्सा कोर्स पूरा करना महत्वपूर्ण बा।

रिफापेंटिन के कइसे स्टोर करे के चाहीं?

रिफापेंटिन के कमरा के तापमान पर, 68°F से 77°F (20°C से 25°C) के बीच, सूखा आ गर्मी से दूर स्टोर करे के चाहीं। ई ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद आ बच्चन के पहुंच से दूर स्टोर कइल जाव।

रिफापेंटिन के सामान्य खुराक का ह?

बड़का आ 12 साल आ ओकरा से बड़का बच्चा खातिर जेकरा एक्टिव ट्यूबरकुलोसिस बा, रिफापेंटिन के आमतौर पर 600 मि.ग्रा. के खुराक दू बार हफ्ता में पहिला 2 महीना ले, फेर एक बार हफ्ता में 4 महीना ले लिहल जाला। लेटेंट ट्यूबरकुलोसिस खातिर, ई 12 हफ्ता ले एक बार हफ्ता में लिहल जाला। 2 से 11 साल के बच्चा खातिर, खुराक वजन पर आधारित होला, अधिकतम 900 मि.ग्रा. एक बार हफ्ता में।

चेतावनी आ सावधानी

का हम रिफापेंटिन के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकेनी?

रिफापेंटिन CYP450 एंजाइम के प्रेरक बा, जे एह एंजाइम से मेटाबोलाइज भइल दवाई के प्रभावशीलता के घटा सकेला, जइसे कि प्रोटीज इनहिबिटर, कुछ रिवर्स ट्रांसक्रिपटेस इनहिबिटर, आ हार्मोनल गर्भनिरोधक। मरीजन के आपन डॉक्टर के सब दवाई के जानकारी देवे के चाहीं ताकि इंटरैक्शन से बचल जा सके।

का रिफापेंटिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

मानव दूध में रिफापेंटिन के उपस्थिति पर कवनो डेटा नइखे, लेकिन ई स्तन दूध के रंग बदल सकेला। स्तनपान करावे वाली माई लोग के शिशु में हेपेटोटॉक्सिसिटी के लक्षणन के निगरानी करे के चाहीं। स्तनपान के लाभ के माई के रिफापेंटिन के जरूरत आ शिशु के संभावित जोखिम के खिलाफ तौलल जाव।

का रिफापेंटिन गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

रिफापेंटिन पशु अध्ययन के आधार पर भ्रूण के नुकसान पहुंचा सकेला, लेकिन मानव डेटा जोखिम स्थापित करे खातिर पर्याप्त नइखे। गर्भवती महिलन के संभावित जोखिम के बारे में सलाह दीहल जाव, आ रिफापेंटिन के गर्भावस्था में तबे इस्तेमाल कइल जाव जब स्पष्ट रूप से जरूरत होखे। मातृ आ भ्रूण स्वास्थ्य के निगरानी के सिफारिश कइल जाला।

रिफापेंटिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?

रिफापेंटिन चक्कर आ थकान पैदा कर सकेला, जे रउआ के व्यायाम करे के क्षमता पर असर डाल सकेला। अगर रउआ एह लक्षणन के अनुभव करीलें, त ई सलाह बा कि जोरदार गतिविधियन से बचे आ मार्गदर्शन खातिर आपन डॉक्टर से संपर्क करीं।

का रिफापेंटिन बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

रिफापेंटिन के साथ क्लिनिकल अध्ययन में 65 आ ओकरा से ऊपर के पर्याप्त विषय शामिल ना रहलें कि ऊ जवान विषयन से अलग प्रतिक्रिया देत बाड़न कि ना। बुजुर्ग मरीजन के रिफापेंटिन के करीबी चिकित्सा निगरानी में इस्तेमाल करे के चाहीं, खासकर अगर ऊ लोग के जिगर के समस्या बा या ऊ लोग कई गो दवाई ले रहल बा।

केकरा रिफापेंटिन लेवे से बचे के चाहीं?

रिफापेंटिन गंभीर जिगर के समस्या, अतिसंवेदनशीलता प्रतिक्रिया, आ गंभीर त्वचा प्रतिक्रिया पैदा कर सकेला। ई रिफामाइसिन के प्रति अतिसंवेदनशीलता के इतिहास वाला मरीजन में निषिद्ध बा। मरीजन के जिगर के चोट आ अतिसंवेदनशीलता के लक्षण खातिर निगरानी कइल जाव। ई अकेले एक्टिव टीबी खातिर या रिफामपिन-प्रतिरोधी टीबी वाला मरीजन में इस्तेमाल ना होखे के चाहीं।