मर्काप्टोप्यूरिन
नॉन-हॉजकिन लिम्फोमा, बी-सेल स्थायी लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
मर्काप्टोप्यूरिन के कुछ प्रकार के कैंसर, खासकर तीव्र लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (ALL) के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई क्रोहन रोग आ अल्सरेटिव कोलाइटिस जइसन सूजन आंत्र रोगन के प्रबंधन खातिर कम खुराक में भी इस्तेमाल कइल जाला।
मर्काप्टोप्यूरिन कैंसर कोशिकन के धोखा देके काम करेला। ई कोशिकन के भीतर एगो नया रूप में बदल जाला जे डीएनए आ आरएनए के निर्माण खंड जइसन लागेला। ई नकली निर्माण खंड कैंसर कोशिकन के डीएनए आ आरएनए में मिल जाला, जे समस्या पैदा करेला जेसे कोशिका के बढ़त रुक जाला आ आखिर में ओकरा के मार देला।
मर्काप्टोप्यूरिन गोली के रूप में दिहल जाला। सही मात्रा व्यक्ति के वजन पर निर्भर करेला, आमतौर पर हर किलो वजन पर 1.5 से 2.5 मिलीग्राम रोजाना एक बेर। डॉक्टर लोग नियमित रूप से खून के जाँच करेला ताकि खुराक सुरक्षित बा आ जरूरत पर ओकरा के समायोजित कइल जा सके।
आम साइड इफेक्ट्स में मिचली या उल्टी, भूख में कमी, थकान, हल्का बाल झड़ना, आ कम खून के गिनती शामिल बा। गंभीर जोखिम में जिगर के विषाक्तता, अग्नाशयशोथ, प्रतिरक्षा दमन के कारण गंभीर संक्रमण, अस्थि मज्जा दमन, आ दीर्घकालिक उपयोग से द्वितीयक कैंसर के बढ़ल जोखिम शामिल बा।
मर्काप्टोप्यूरिन तोहार अस्थि मज्जा, जिगर, आ पेट के नुकसान पहुँचा सकेला। अगर तोहरा बुखार, गला में खराश, त्वचा या आँख के पीला होखल, मिचली, उल्टी, खून बहल, या असामान्य रूप से थकान महसूस होखेला, त तुरंते आपन डॉक्टर के बताव। तेज धूप से बचे आ अगर तू गर्भवती होखे के या इलाज के दौरान आ कुछ महीना बाद बच्चा पैदा करे के सक्षम बा त गर्भनिरोधक के इस्तेमाल कर। एकरा लेत घरी या खत्म कइला के एक हफ्ता बाद तक स्तनपान मत कराव।
संकेत आ उद्देश्य
मर्कैप्टोप्यूरिन कइसे काम करेला?
मर्कैप्टोप्यूरिन एगो दवाई हवे जे कैंसर कोशिका के मूर्ख बनावे के काम करेला। ई कोशिका के भीतर एगो नया रूप में बदल जाला जे डीएनए आ आरएनए के निर्माण खंड जइसन लागेला। ई नकली निर्माण खंड कैंसर कोशिका के डीएनए आ आरएनए में मिल जाला, समस्या पैदा करेला जे कोशिका के बढ़े से रोक देला आ अंततः ओकरा के मार देला। ई कैंसर कोशिका के अपना खुद के निर्माण खंड बनावे के क्षमता में भी गड़बड़ी करेला, जेकरा से ओकरा खातिर जीवित रहना मुश्किल हो जाला। जबकि वैज्ञानिक लोग जानत बा कि ई दवाई काम करेला, ऊ लोग अबहियो ठीक से समझ रहल बा कि ई कैंसर कोशिका के कइसे मारेला।
का मर्कैप्टोप्यूरिन प्रभावी बा?
हाँ, मर्कैप्टोप्यूरिन जब सही से इस्तेमाल कइल जाला त बहुत प्रभावी होला। ई ALL के इलाज खातिर एगो मुख्य दवाई हवे आ IBD में छूट के बनाए रखे खातिर एगो मूल्यवान विकल्प हवे।
इस्तेमाल के निर्देश
मर्कैप्टोप्यूरिन केतना दिन लेवे के चाहीं?
इलाज के अवधि स्थिति पर निर्भर करेला। कैंसर खातिर, ई दीर्घकालिक कीमोथेरेपी योजना के हिस्सा हो सकेला। IBD खातिर, ई महीना से साल तक रखरखाव चिकित्सा के रूप में इस्तेमाल हो सकेला।
मर्कैप्टोप्यूरिन कइसे लीं?
- मर्कैप्टोप्यूरिन रोजाना एक बार लीं, बेहतर होखे त खाली पेट, खाना से 1 घंटा पहिले या 2 घंटा बाद, ताकि सही से अवशोषण हो सके।
- गोली के पूरा निगल लीं पानी के साथ। ओकरा के कुचलल या चबावल मत करीं।
- अगर आपको मौखिक निलंबन के नुस्खा दिहल गइल बा, त मापे से पहिले ओकरा के अच्छी तरह से हिला लीं।
मर्कैप्टोप्यूरिन के काम करे में कति समय लागेला?
- कैंसर के इलाज में, मर्कैप्टोप्यूरिन के मापनीय प्रभाव देखावे में कई हफ्ता लाग सकत बा।
- IBD खातिर, सूजन कम करे आ लक्षण में सुधार करे में 2-3 महीना लाग सकत बा।
मर्कैप्टोप्यूरिन के कइसे स्टोर करीं?
दवाई के ठंडा, सूखा जगह पर 15°C से 25°C (59°F से 77°F) के बीच रखीं। एकरा के खोलला के बाद 8 हफ्ता के भीतर इस्तेमाल करीं आ बचे वाला दवाई के फेंक दीं। एकरा के बच्चा लोग के पहुंच से दूर रखीं; अगर ऊ लोग एकरा के निगल लेला त ई खतरनाक हो सकेला। सुनिश्चित करीं कि बोतल के ढक्कन कस के बंद बा।
मर्कैप्टोप्यूरिन के सामान्य खुराक का ह?
मर्कैप्टोप्यूरिन एगो दवाई हवे जे गोली के रूप में दिहल जाला। सही मात्रा व्यक्ति के वजन पर निर्भर करेला, आमतौर पर हर किलोग्राम (2.2 पाउंड) वजन पर 1.5 से 2.5 मिलीग्राम, दिन में एक बार। हल्का बच्चा लोग खातिर, सही मात्रा देवे में कठिनाई हो सकत बा काहे कि गोली काफी मजबूत (50mg) होला। डॉक्टर लोग नियमित रूप से खून के जाँच कर के सुनिश्चित करेला कि खुराक सुरक्षित बा आ जरूरत पर समायोजित करेला।
चेतावनी आ सावधानी
का मर्कैप्टोप्यूरिन के अन्य नुस्खा दवाई के साथ ले सकीला?
मर्कैप्टोप्यूरिन के साथ इंटरैक्शन होला:
- एलोप्यूरिनोल: मर्कैप्टोप्यूरिन के स्तर बढ़ा सकेला, खुराक समायोजन के जरूरत होला।
- वारफारिन: प्रभावशीलता में कमी।
- प्रतिरक्षादमनकारी: संक्रमण के बढ़ल जोखिम।अपने डॉक्टर के साथ सब दवाई पर चर्चा करीं।
का मर्कैप्टोप्यूरिन के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
ना, मर्कैप्टोप्यूरिन आमतौर पर स्तनपान के दौरान सिफारिश ना कइल जाला, काहे कि ई स्तन दूध में जा सकेला।
का मर्कैप्टोप्यूरिन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
ना, मर्कैप्टोप्यूरिन गर्भावस्था के दौरान सिफारिश ना कइल जाला काहे कि ई भ्रूण के नुकसान पहुंचा सकेला।
का मर्कैप्टोप्यूरिन लेवे के दौरान शराब पीना सुरक्षित बा?
जिगर विषाक्तता के जोखिम के कारण शराब से बचे के या सीमित करे के चाहीं।
का मर्कैप्टोप्यूरिन लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?
हल्का से मध्यम व्यायाम सुरक्षित बा, लेकिन थकान या कम खून के गिनती के अनुभव होखे पर अत्यधिक परिश्रम से बचे के चाहीं। अपने डॉक्टर से उचित गतिविधि स्तर के बारे में सलाह लीं।
का मर्कैप्टोप्यूरिन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
हाँ, लेकिन बुजुर्ग मरीज लोग के साइड इफेक्ट, खासकर जिगर विषाक्तता आ प्रतिरक्षा दमन के बढ़ल जोखिम के कारण नजदीकी निगरानी के जरूरत हो सकेला।
के मर्कैप्टोप्यूरिन लेवे से बचे के चाहीं?
मर्कैप्टोप्यूरिन एगो मजबूत दवाई हवे जे आपके अस्थि मज्जा (कम खून के गिनती), जिगर, आ पेट के नुकसान पहुंचा सकेला। अगर आपको बुखार, गला में खराश, त्वचा या आंख के पीला होना (पीलिया), उल्टी, उल्टी के भावना, खून बहना, या असामान्य रूप से थकान (एनीमिया) महसूस होखे, त अपने डॉक्टर के तुरंत बताईं। एकरा के बच्चा लोग से दूर रखीं; अगर ऊ लोग एकरा के निगल लेला त ई घातक हो सकेला। तेज धूप से बचे के चाहीं, आ अगर आप गर्भवती होखे के या इलाज के दौरान आ कुछ महीना बाद बच्चा पैदा करे के सक्षम बानी त गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करीं। एकरा के लेवे के दौरान या खत्म करे के एक हफ्ता बाद तक स्तनपान मत कराईं।