डारिफेनासिन

अधिक सक्रिय मूत्राशय, अचेत मूत्र संक्रमण

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

कुछुओ ना / केहू ना

सारांश

  • डारिफेनासिन के ओवरएक्टिव ब्लैडर के लक्षणन के प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जाला, जइसे बार-बार पेशाब आवे, जल्दी-जल्दी पेशाब के जरूरत, आ अनियंत्रित पेशाब।

  • डारिफेनासिन एगो मस्करिनिक रिसेप्टर एंटागोनिस्ट ह। ई ब्लैडर में M3 रिसेप्टरन के ब्लॉक करेला, जे ब्लैडर मांसपेशियन के संकुचन खातिर जिम्मेदार होला। एसे ई ब्लैडर मांसपेशियन के आराम देवे में मदद करेला, पेशाब के बारंबारता आ जल्दी-जल्दी के जरूरत के कम करेला।

  • बड़ लोग खातिर सामान्य शुरुआती खुराक 7.5 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर होला। अगर जरूरत होखे त खुराक के 15 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर दू हफ्ता बाद बढ़ावल जा सकेला। दवाई के पानी के साथ, खाना के साथ या बिना, आ हर दिन एके समय पर लिहल चाहीं।

  • आम साइड इफेक्ट्स में सुखल मुँह, कब्ज, आ सिरदर्द शामिल बा। कम आम लेकिन गंभीर साइड इफेक्ट्स में मूत्र प्रतिधारण आ एंजियोएडेमा शामिल बा, जेकरा खातिर तुरंते चिकित्सा ध्यान के जरूरत होला।

  • डारिफेनासिन मूत्र प्रतिधारण, गैस्ट्रिक प्रतिधारण, आ अनियंत्रित संकीर्ण-कोण ग्लूकोमा वाला मरीजन में निषिद्ध बा। ई ब्लैडर आउटफ्लो रुकावट आ जठरांत्र रुकावट विकार वाला मरीजन में सावधानी से इस्तेमाल कइल चाहीं। अगर रउआ चेहरा के सूजन या साँस लेवे में कठिनाई जइसन लक्षण देखीं, त इस्तेमाल बंद कर दीं आ तुरंते चिकित्सा ध्यान खोजीं।

संकेत आ उद्देश्य

डारिफेनासिन कइसे काम करेला?

डारिफेनासिन एगो मस्करिनिक रिसेप्टर एंटागोनिस्ट ह जे मूत्राशय में M3 रिसेप्टर के ब्लॉक करके काम करेला। ई रिसेप्टर मूत्राशय के मांसपेशी संकुचन खातिर जिम्मेदार होला। एह रिसेप्टर के रोक के, डारिफेनासिन मूत्राशय के मांसपेशी के आराम देला, पेशाब के आवृत्ति आ तात्कालिकता के कम करेला आ मूत्र असंयम के नियंत्रण में मदद करेला।

का डारिफेनासिन प्रभावी बा?

डारिफेनासिन के ओवरएक्टिव ब्लैडर के उपचार खातिर कई क्लिनिकल अध्ययन में मूल्यांकन कइल गइल बा। ई अध्ययन में आग्रह मूत्र असंयम एपिसोड, मूत्र आवृत्ति में कमी आ प्रति मूत्रत्याग में निकासी मात्रा में वृद्धि में महत्वपूर्ण सुधार देखावल गइल। दवाई के फिक्स्ड-डोज आ डोज-टाइट्रेशन अध्ययन में प्रभावी पावल गइल, जे 12 हफ्ता के उपचार अवधि में स्थायी लाभ देखावत बा।

डारिफेनासिन का ह?

डारिफेनासिन ओवरएक्टिव ब्लैडर के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला, जे एक स्थिति ह जवना में बार-बार पेशाब आइल, तात्कालिकता, आ आग्रह मूत्र असंयम के विशेषता बा। ई मूत्राशय के मांसपेशी के आराम देके काम करेला, जे तात्कालिक, बार-बार, भा अनियंत्रित पेशाब के रोके में मदद करेला। एक एंटिमस्करिनिक एजेंट के रूप में, ई मूत्राशय में कुछ रिसेप्टर के ब्लॉक करेला, मांसपेशी संकुचन के कम करेला आ मूत्राशय नियंत्रण में सुधार करेला।

इस्तेमाल के निर्देश

हम डारिफेनासिन कब तक लेई?

डारिफेनासिन आमतौर पर ओवरएक्टिव ब्लैडर के लक्षण के प्रबंधन खातिर दीर्घकालिक उपचार के रूप में इस्तेमाल होला। उपयोग के अवधि व्यक्ति के दवाई पर प्रतिक्रिया आ डॉक्टर के सिफारिश पर निर्भर करेला। स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ नियमित फॉलो-अप प्रभावशीलता के आकलन करे आ जरूरत अनुसार उपचार के समायोजित करे खातिर जरूरी बा।

हम डारिफेनासिन कइसे लेई?

डारिफेनासिन के रोजाना एक बेर पानी के साथ लेहल जाव, आ ई खाना के साथ भा बिना खाना के लेहल जा सकेला। एह दवाई के साथ कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध नइखे। ई जरूरी बा कि एकरा के हर दिन एके समय पर लेहल जाव आ गोली के बिना चबावल, तोड़ल, भा कुचलल पूरा निगलल जाव।

डारिफेनासिन के काम करे में कति समय लागेला?

डारिफेनासिन आमतौर पर उपचार के पहिला दू हफ्ता में काम करे शुरू कर देला, जइसे कि आग्रह असंयम एपिसोड आ मूत्र आवृत्ति में कमी जइसन लक्षण में सुधार। हालांकि, दवाई के पूरा लाभ अनुभव करे में छह हफ्ता तक लाग सकेला। एकर प्रभावशीलता के आकलन करे खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ नियमित फॉलो-अप जरूरी बा।

डारिफेनासिन के कइसे स्टोर करीं?

डारिफेनासिन के कमरा के तापमान पर, लगभग 77°F (25°C) पर स्टोर कइल जाव आ रोशनी से बचावल जाव। एकरा के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद कइल आ बच्चा के पहुंच से दूर रखल जाव। एकरा के बाथरूम में स्टोर करे से बचे ताकि नमी के संपर्क से बचल जा सके।

डारिफेनासिन के सामान्य खुराक का ह?

बड़का लोग खातिर सामान्य शुरूआती खुराक 7.5 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर होला। व्यक्तिगत प्रतिक्रिया के आधार पर, खुराक के बढ़ाके 15 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर दू हफ्ता बाद कइल जा सकेला। डारिफेनासिन के बच्चा में इस्तेमाल खातिर सिफारिश ना कइल जाला काहे कि एकर सुरक्षा आ प्रभावशीलता एह जनसंख्या में स्थापित ना भइल बा।

चेतावनी आ सावधानी

का डारिफेनासिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लेहल जा सकेला?

ई ना पता बा कि डारिफेनासिन मानव दूध में उत्सर्जित होला कि ना। एह से, डारिफेनासिन के नर्सिंग महिला के देत घरी सावधानी बरते के चाहीं। शिशु के संभावित लाभ के संभावित जोखिम के खिलाफ तौलल जरूरी बा आ व्यक्तिगत सलाह खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं।

का डारिफेनासिन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लेहल जा सकेला?

डारिफेनासिन के गर्भावस्था श्रेणी C में वर्गीकृत कइल गइल बा, मतलब गर्भवती महिला में कवनो पर्याप्त अध्ययन नइखे। पशु अध्ययन में कुछ जोखिम देखावल गइल बा, लेकिन ई हमेशा मानव प्रतिक्रिया के भविष्यवाणी ना करेला। डारिफेनासिन के गर्भावस्था के दौरान तबे इस्तेमाल कइल जाव जब संभावित लाभ भ्रूण के संभावित जोखिम के न्यायोचित ठहरावे। व्यक्तिगत सलाह खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं।

का हम डारिफेनासिन के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकेनी?

डारिफेनासिन के एक्सपोजर तब बढ़ जाला जब एकरा के शक्तिशाली CYP3A4 इनहिबिटर जइसे कि केटोकोनाजोल आ रिटोनाविर के साथ लेहल जाला, एह से एह स्थिति में खुराक 7.5 मि.ग्रा. रोजाना से अधिक ना होखे के चाहीं। CYP2D6 सब्सट्रेट के साथ सावधानी बरते के सलाह देहल जाला जेकरा में संकीर्ण चिकित्सीय खिड़की बा, जइसे कि फ्लेकैनाइड आ ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट। ई अन्य एंटिचोलिनर्जिक एजेंट के प्रभाव के बढ़ा सकेला, जेकरा से अधिक स्पष्ट साइड इफेक्ट हो सकेला।

का डारिफेनासिन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

क्लिनिकल अध्ययन में, बुजुर्ग मरीज आ जवान मरीज के बीच सुरक्षा भा प्रभावशीलता में कवनो समग्र अंतर ना देखल गइल। हालांकि, बुजुर्ग मरीज डारिफेनासिन के साइड इफेक्ट, जइसे कि चक्कर आइल आ कब्ज, के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकेलें। ई जरूरी बा कि बुजुर्ग मरीज के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा करीबी निगरानी में रखल जाव ताकि दवाई के सुरक्षित आ प्रभावी उपयोग सुनिश्चित कइल जा सके।

डारिफेनासिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?

डारिफेनासिन चक्कर आइल भा धुंधला दृष्टि के कारण बन सकेला, जे रउआ के सुरक्षित रूप से व्यायाम करे के क्षमता पर असर डाल सकेला। अतिरिक्त रूप से, ई पसीना के कम कर सकेला, गरम मौसम में हीट प्रोस्ट्रेशन के जोखिम बढ़ा सकेला। अगर रउआ एह साइड इफेक्ट के अनुभव करीलें, त सावधानी बरते के आ सुरक्षित शारीरिक गतिविधि पर सलाह खातिर डॉक्टर से सलाह लीं।

के डारिफेनासिन लेवे से बचे के चाहीं?

डारिफेनासिन मूत्र प्रतिधारण, गैस्ट्रिक प्रतिधारण, आ अनियंत्रित संकीर्ण-कोण ग्लूकोमा वाला मरीज में निषिद्ध बा। ई मूत्राशय आउटफ्लो रुकावट, जठरांत्र संबंधी रुकावट विकार, आ संकीर्ण-कोण ग्लूकोमा के इलाज करावत लोग में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव। मरीज के एंजियोएडेमा आ केंद्रीय तंत्रिका तंत्र प्रभाव के जोखिम के बारे में जागरूक होखे के चाहीं, आ अगर ऊ चेहरा के सूजन भा सांस लेवे में कठिनाई जइसन लक्षण अनुभव करेलन त उपयोग बंद कर देवे आ चिकित्सा ध्यान खोजे के चाहीं।