कोलेस्टिपोल

प्सेउडोमेम्ब्रानस एंटेरोकोलाइटिस, दस्त ... show more

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

सारांश

  • कोलेस्टिपोल के इस्तेमाल ऊँच कोलेस्ट्रॉल स्तर, खासकर LDL (खराब) कोलेस्ट्रॉल के कम करे खातिर कइल जाला। ई अक्सर आहार में बदलाव के साथे इस्तेमाल कइल जाला। ई खासकर ओह मरीजन खातिर उपयोगी बा जेकरा में प्राथमिक हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया बा, जेकरा में ऊँच कोलेस्ट्रॉल स्तर के विशेषता बा, आ जेकरा में अकेले आहार से पर्याप्त प्रतिक्रिया ना मिलत बा।

  • कोलेस्टिपोल तोहार आंत में पित्त अम्ल के बाँध के काम करेला। ई अम्ल फिर तोहार शरीर से बाहर निकालल जाला। ई प्रक्रिया तोहार खून में कोलेस्ट्रॉल के मात्रा के कम करेला, जेकरा से दिल के बीमारी के खतरा कम हो सकेला।

  • बड़ लोग खातिर, कोलेस्टिपोल के सामान्य दैनिक खुराक 2 से 16 ग्राम के बीच होला, जेकरा के एक बार या विभाजित खुराक में लिहल जाला। शुरूआती खुराक आमतौर पर 2 ग्राम एक बार या दिन में दू बार होला। बच्चन खातिर खुराक तय नइखे भइल। बाल चिकित्सा उपयोग खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेवे के महत्वपूर्ण बा।

  • कोलेस्टिपोल के सबसे आम साइड इफेक्ट्स जठरांत्र संबंधी बा, जेमें कब्ज, पेट में असुविधा, गैस, मिचली, आ उल्टी शामिल बा। कब्ज सबसे आम बा आ गंभीर हो सकेला। गंभीर साइड इफेक्ट्स में असामान्य रक्तस्राव, जइसे कि मसूड़ा या मलाशय से शामिल बा।

  • कोलेस्टिपोल दोसरा दवाइयन आ वसा-घुलनशील विटामिन के अवशोषण में बाधा डाल सकेला। दोसरा दवाइयन के कोलेस्टिपोल लेवे से कम से कम एक घंटा पहिले या चार घंटा बाद लेवे के महत्वपूर्ण बा। कोलेस्टिपोल कब्ज के पैदा कर सकेला या खराब कर सकेला। पहिले से मौजूद कब्ज या बवासीर वाला मरीजन में सावधानी बरते के सलाह बा।

संकेत आ उद्देश्य

कोलेस्टिपोल कइसे काम करेला?

कोलेस्टिपोल आंत में पित्त अम्ल के बाँधेला, जेकरा से एक जटिल बन जाला जे मल में निकालल जाला। एह क्रिया से पित्त अम्ल के पुनः अवशोषण में कमी आवेला, जेकरा से कोलेस्ट्रॉल के पित्त अम्ल में बढ़ल रूपांतरण होखेला, आ अंततः सीरम कोलेस्ट्रॉल स्तर में कमी आवेला।

का कोलेस्टिपोल प्रभावी बा?

कोलेस्टिपोल कोलेस्ट्रॉल स्तर, विशेष रूप से लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल के घटावे में प्रभावी बा। क्लिनिकल अध्ययन से देखावल गइल बा कि ई आंत में पित्त अम्ल के बाँधेला, जेकरा से शरीर से कोलेस्ट्रॉल के निकासी बढ़ जाला। एकर परिणामस्वरूप सीरम कोलेस्ट्रॉल स्तर में कमी आवेला, जे कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम घटावे में मदद करेला।

इस्तेमाल के निर्देश

कोलेस्टिपोल केतना दिन ले लिहल जाला?

कोलेस्टिपोल आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल स्तर के प्रबंधन खातिर दीर्घकालिक उपचार के रूप में इस्तेमाल होला। उपयोग के अवधि व्यक्तिगत प्रतिक्रिया आ चिकित्सा सलाह पर निर्भर करेला। मरीज लोग के एकरा के तबो लेवे के चाहीं जब ऊ ठीक महसूस करेला, आ बिना डॉक्टर से सलाह लिहले बंद ना करे के चाहीं।

कोलेस्टिपोल के कइसे लेवे के चाहीं?

कोलेस्टिपोल के खूब सारा तरल के साथ लेवे के चाहीं, आ ग्रेन्यूल के सूखा ना लेवे के चाहीं। एकरा के पानी, जूस, या सूप या अनाज जइसन नरम भोजन के साथ मिलावल जा सकेला। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध नइखे, लेकिन डॉक्टर के सिफारिश अनुसार कम वसा, कम कोलेस्ट्रॉल आहार के पालन जरूरी बा।

कोलेस्टिपोल के काम करे में कति समय लागेला?

कोलेस्टिपोल उपचार के साथ सीरम कोलेस्ट्रॉल स्तर में गिरावट आमतौर पर एक महीना में देखे के मिलेला। इलाज के प्रभावशीलता के आकलन आ कवनो जरूरी समायोजन करे खातिर कोलेस्ट्रॉल स्तर के नियमित निगरानी के सिफारिश कइल जाला।

कोलेस्टिपोल के कइसे स्टोर करे के चाहीं?

कोलेस्टिपोल के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद क के, आ बच्चा लोग के पहुँच से दूर रखल जाए के चाहीं। एकरा के कमरा के तापमान पर, अधिक गर्मी आ नमी से दूर, आ बाथरूम में ना रखल जाए के चाहीं। सही से स्टोर करे से दवाई के प्रभावशीलता आ सुरक्षा बनल रहेला।

कोलेस्टिपोल के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर, कोलेस्टिपोल के सामान्य रोजाना खुराक 2 से 16 ग्राम के बीच होला, जेकरा के एक बेर या बँटल खुराक में लिहल जाला। शुरूआती खुराक आमतौर पर 2 ग्राम एक बेर या दू बेर रोजाना होला, 1- या 2-महीना के अंतराल पर धीरे-धीरे बढ़ावल जाला। बच्चा लोग खातिर खुराक तय नइखे भइल, आ बाल चिकित्सा उपयोग खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेवे के जरूरी बा।

चेतावनी आ सावधानी

का कोलेस्टिपोल स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

कोलेस्टिपोल के इस्तेमाल करत घरी सावधानी बरते के सलाह बा, काहे कि ई विटामिन के अवशोषण पर असर डाल सकेला, जे नर्सिंग शिशु पर प्रभाव डाल सकेला। इलाज के संभावित लाभ के संभावित जोखिम के खिलाफ तौलल जाए के चाहीं, आ सही पोषण सुनिश्चित करे खातिर विटामिन सप्लीमेंटेशन जरूरी हो सकेला।

का कोलेस्टिपोल गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

कोलेस्टिपोल प्रणालीगत रूप से अवशोषित ना होला, एह से गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल पर ई भ्रूण के नुकसान ना पहुँचावे के उम्मीद बा। हालाँकि, गर्भवती महिलन में कवनो पर्याप्त आ अच्छी तरह से नियंत्रित अध्ययन नइखे। इलाज के संभावित लाभ के संभावित जोखिम के खिलाफ तौलल जाए के चाहीं, आ विटामिन अवशोषण में बाधा के ध्यान में रखल जाए के चाहीं।

का हम कोलेस्टिपोल के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाइयन के साथ ले सकेनी?

कोलेस्टिपोल कई दवाइयन के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जेकरा से उनकर अवशोषण कम हो सकेला। अन्य दवाइयन कोलेस्टिपोल से कम से कम एक घंटा पहिले या चार घंटा बाद लेवे के महत्वपूर्ण बा। उल्लेखनीय इंटरैक्शन में प्रोपानोलोल, क्लोरोथियाजाइड, टेट्रासाइक्लिन, फ्यूरोसेमाइड, आ जेमफिब्रोजिल शामिल बा। मरीज लोग के सभे दवाइयन के बारे में अपना डॉक्टर के जानकारी देवे के चाहीं ताकि इंटरैक्शन से बचल जा सके।

का कोलेस्टिपोल बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

65 से ऊपर के मरीज लोग में कोलेस्टिपोल के उपयोग पर कवनो व्यापक क्लिनिकल अध्ययन नइखे। हालाँकि, उपलब्ध डेटा से इ ना सुझावल जाला कि बुजुर्ग लोग सामान्य जनसंख्या से अधिक साइड इफेक्ट के शिकार बा। चिकित्सा के हर मरीज के नैदानिक विशेषता आ दवाई के सहनशीलता के आधार पर व्यक्तिगत बनावल जाए के चाहीं।

केकरा के कोलेस्टिपोल लेवे से बचे के चाहीं?

कोलेस्टिपोल ओकरा घटकन से अतिसंवेदनशीलता वाला व्यक्ति में निषिद्ध बा। ई अन्य दवाइयन आ वसा-घुलनशील विटामिन के अवशोषण में बाधा डाल सकेला। मरीज लोग के अन्य दवाइयन कोलेस्टिपोल से कम से कम एक घंटा पहिले या चार घंटा बाद लेवे के चाहीं। ई कब्ज पैदा कर सकेला या बढ़ा सकेला, आ पहिले से मौजूद कब्ज या बवासीर वाला मरीज लोग में सावधानी बरते के सलाह बा।