सेफ्पोडोक्साइम
एशेरिचिया कोलाई संक्रमण, बैक्टीरियल संक्रमण ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
None
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
NO
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
सेफ्पोडोक्साइम एगो एंटीबायोटिक हवे जेकरा के कई तरह के बैक्टीरियल संक्रमण के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई ग्राम-पॉजिटिव आ ग्राम-नेगेटिव दुनो तरह के बैक्टीरिया पर प्रभावी होला। ई सिस्टाइटिस आ ओटाइटिस मीडिया जइसन स्थिति के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला, अउरी भी।
सेफ्पोडोक्साइम बैक्टीरियल सेल दीवार संश्लेषण के रोक के काम करेला। ई बैक्टीरिया के सुरक्षात्मक दीवार बनावे से रोकेला, जेकरा से उनकर मौत हो जाला आ रउरा शरीर के संक्रमण से लड़ाई में मदद करेला।
बड़ आ किशोर खातिर, सामान्य खुराक 100 मि.ग्रा से 400 मि.ग्रा हर 12 घंटा पर होला। 2 महीना से 12 साल के बच्चा खातिर, खुराक शरीर के वजन पर आधारित होला आ आमतौर पर 10 मि.ग्रा/किग्रा/दिन के दू खुराक में बाँटल जाला।
आम साइड इफेक्ट में पेट खराब, मिचली, उल्टी, आ दस्त शामिल बा। गंभीर लेकिन दुर्लभ साइड इफेक्ट में गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया, गंभीर आंत संक्रमण, आ असामान्य रक्त जमाव शामिल हो सकेला।
सेफ्पोडोक्साइम के उन लोग द्वारा इस्तेमाल ना कइल जाए जेकरा सेफ्पोडोक्साइम या अन्य सेफालोस्पोरिन से एलर्जी बा। ई लोग में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाए जेकरा के पेनिसिलिन से गंभीर एलर्जी के इतिहास बा। गर्भावस्था के दौरान केवल तब इस्तेमाल कइल जाए जब एकदम जरूरी हो, आ स्तनपान करावे वाली माई लोग के विकल्प पर विचार करे के पड़ सकेला।
संकेत आ उद्देश्य
सेफ्पोडोक्साइम कइसे काम करेला?
सेफ्पोडोक्साइम बैक्टीरियल सेल दीवार संश्लेषण के रोक के काम करेला, जेकरा से बैक्टीरिया के सुरक्षात्मक दीवार बनावे से रोक देला, अंततः उनकरा के मार देला। ई तंत्र ग्राम-पॉजिटिव और ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया दुनो पर प्रभावी बा
का सेफ्पोडोक्साइम प्रभावी बा?
क्लिनिकल परीक्षण सेफ्पोडोक्साइम के विभिन्न बैक्टीरियल संक्रमण के इलाज में प्रभावी साबित कइले बा, जेकरा में बैक्टीरियल उन्मूलन दर अन्य सेफलोस्पोरिन और एंटीबायोटिक के बराबर बा। सिस्टाइटिस और ओटिटिस मीडिया जइसन स्थिति खातिर सफलता दर 80% से अधिक बा
इस्तेमाल के निर्देश
सेफ्पोडोक्साइम केतना दिन लेवे के चाहीं?
इलाज के अवधि संक्रमण के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करेला। ई आमतौर पर 5 से 14 दिन तक होला। विशेष स्थिति जइसे निमोनिया खातिर, इलाज 14 दिन तक चल सकेला, जबकि सरल मूत्र पथ संक्रमण खातिर केवल 7 दिन के जरूरत हो सकेला
सेफ्पोडोक्साइम कइसे लिहल जाला?
सेफ्पोडोक्साइम के अवशोषण बढ़ावे खातिर भोजन के साथ लिहल चाहीं। टैबलेट के पूरा पानी के साथ निगलल चाहीं, और निलंबन के उपयोग से पहिले अच्छी तरह से हिलावल चाहीं। एंटासिड या H2 ब्लॉकर के एह दवाई के लेवे के 2 घंटा के भीतर लेवे से बचे काहे कि ई ओकर प्रभावशीलता के कम कर सकेला
सेफ्पोडोक्साइम के काम करे में केतना समय लागेला?
सेफ्पोडोक्साइम के आधा-जीवन बुजुर्ग लोग में जिनकर गुर्दा स्वस्थ बा, लगभग 4.2 घंटा होला। ई मतलब बा कि 4.2 घंटा के बाद, आधा दवाई उनकर रक्तप्रवाह से गायब हो जाला। एक सामान्य खुराक 400 मिग्रा होला, जे हर 12 घंटा पर दू हफ्ता खातिर दिहल जाला। हालांकि, ई केतना जल्दी काम करे लागेला (उपचारात्मक प्रभाव के शुरुआत) भिन्न होला और निर्दिष्ट ना बा। कई चीजें प्रभावित करेली कि कइसे जल्दी एगो दवाई एगो व्यक्ति में काम करेला। आधा-जीवन के मतलब बा कि शरीर के एगो दवाई के सांद्रता के आधा हिस्सा रक्तप्रवाह से बाहर करे में केतना समय लागेला।
सेफ्पोडोक्साइम के कइसे स्टोर करीं?
टैबलेट के कमरे के तापमान (20° से 25°C) पर स्टोर करीं। निलंबन, एक बेर तैयार हो गइल, रेफ्रिजरेटेड (2° से 8°C) होखे के चाहीं और 14 दिन के भीतर उपयोग कइल जाव
सेफ्पोडोक्साइम के सामान्य खुराक का ह?
- वयस्क और किशोर (12 साल और ऊपर): सामान्य खुराक 100 मिग्रा से 400 मिग्रा हर 12 घंटा पर होला, जेकरा पर निर्भर बा कि कवन संक्रमण के इलाज हो रहल बा।
- बच्चा (2 महीना से 12 साल): खुराक शरीर के वजन पर आधारित होला, आमतौर पर 10 मिग्रा/किग्रा/दिन के दू खुराक में बाँटल जाला, अधिकतम 200 मिग्रा प्रति खुराक
चेतावनी आ सावधानी
का सेफ्पोडोक्साइम के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
सेफ्पोडोक्साइम स्तन दूध में पास हो जाला। अध्ययन देखावे ला कि स्तन दूध में मात्रा कम बा (0-16%) तुलना में माँ के खून में मात्रा के, छह घंटा बाद जब ऊ खुराक लेले रहली। हालांकि, चूंकि ई शिशु के नुकसान पहुँचा सकेला, एगो निर्णय लेवे के जरूरत बा: या त स्तनपान बंद करीं या सेफ्पोडोक्साइम लेना बंद करीं। ई निर्णय माँ के स्वास्थ्य खातिर दवाई के महत्व पर निर्भर करेला। अगर माँ के दवाई के जरूरत बा, त ऊ फार्मूला फीडिंग के उपयोग कर सकेली। अगर ऊ के तत्काल जरूरत ना होखे, त ऊ दवाई बंद करे के विचार कर सकेली। का सबसे अच्छा बा, ई तय करे खातिर डॉक्टर से बात करीं।
का सेफ्पोडोक्साइम गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
सेफ्पोडोक्साइम प्रॉक्सेटिल के केवल तबे गर्भावस्था के दौरान उपयोग कइल जाव जब ई बिल्कुल जरूरी होखे। पशु परीक्षण में उच्च खुराक पर विकासशील शिशु के कवनो नुकसान ना देखावल गइल, लेकिन गर्भवती महिला में पूरा तरह से निश्चित होखे खातिर पर्याप्त अध्ययन ना भइल बा। * **टेराटोजेनिक:** जन्म दोष पैदा करे वाला। * **एम्ब्रियोसाइडल:** विकासशील भ्रूण (गर्भावस्था के शुरुआती चरण) के मौत के कारण। मानव अध्ययन के कमी के कारण, डॉक्टर सेफ्पोडोक्साइम प्रॉक्सेटिल के गर्भवती महिला के लिखे से पहिले सावधानी से जोखिम और लाभ के विचार करीं। दवाई केवल तबे दिहल जाई जब संभावित लाभ गर्भावस्था के कवनो संभावित जोखिम से स्पष्ट रूप से अधिक होखे।
का सेफ्पोडोक्साइम के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ लिहल जा सकेला?
सेफ्पोडोक्साइम एंटासिड, H2 ब्लॉकर, और नेफ्रोटॉक्सिक दवाई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। ई वारफारिन जइसन एंटीकोआगुलेंट के प्रभाव बढ़ा सकेला, एह से निगरानी के जरूरत बा
का सेफ्पोडोक्साइम बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
सेफ्पोडोक्साइम सामान्यत: सामान्य गुर्दा कार्य वाला बुजुर्ग मरीज खातिर सुरक्षित बा। हालांकि, जिनकर गुर्दा कार्य खराब बा, उनकरा खातिर खुराक समायोजन के जरूरत हो सकेला
का सेफ्पोडोक्साइम लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?
शराब निषिद्ध ना बा लेकिन चक्कर या पेट खराब जइसन साइड इफेक्ट के बढ़ा सकेला। मध्यम खपत आमतौर पर सुरक्षित बा, लेकिन इलाज के दौरान शराब से बचे के सबसे अच्छा बा
का सेफ्पोडोक्साइम लेत घरी व्यायाम सुरक्षित बा?
हल्का से मध्यम व्यायाम सुरक्षित बा। अगर थकान, चक्कर, या जठरांत्र संबंधी असुविधा होखे त जोरदार गतिविधि से बचे
केकरा के सेफ्पोडोक्साइम लेवे से बचे के चाहीं?
ई सेफ्पोडोक्साइम, अन्य सेफलोस्पोरिन, या बीटा-लैक्टम एंटीबायोटिक से एलर्जी वाला व्यक्ति में निषिद्ध बा। गंभीर पेनिसिलिन एलर्जी के इतिहास वाला मरीज में सावधानी से उपयोग कइल जाव काहे कि संभव क्रॉस-रिएक्टिविटी हो सकेला