कनाग्लिफ्लोजिन
टाइप 2 मधुमेह मेलिटस
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
सारांश
कनाग्लिफ्लोजिन के इस्तेमाल टाइप 2 डायबिटीज के इलाज खातिर कइल जाला, एगो हालात जहाँ रउआ शरीर इंसुलिन के सही से इस्तेमाल ना कर पावे ला, जवना से खून में चीनी के मात्रा बढ़ जाला। ई टाइप 2 डायबिटीज वाला लोग में दिल के दौरा, स्ट्रोक, किडनी के बीमारी, आ दिल के फेल होखे के खतरा कम करे खातिर भी इस्तेमाल कइल जाला, खासकर जब ऊ लोग के संबंधित स्वास्थ्य समस्या होखे।
कनाग्लिफ्लोजिन शरीर से पेशाब के माध्यम से अतिरिक्त चीनी के बाहर निकाल के खून में चीनी के स्तर कम करे ला।
सुझावल शुरूआती खुराक 100 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर, दिन के पहिला खाना से पहिले लिहल जाला। अगर मरीज के खून में चीनी के अतिरिक्त नियंत्रण के जरूरत होखे, त खुराक 300 मि.ग्रा. रोजाना बढ़ावल जा सकेला।
कनाग्लिफ्लोजिन के सबसे आम साइड इफेक्ट्स योनि आ लिंग के यीस्ट संक्रमण ह। गंभीर लेकिन दुर्लभ साइड इफेक्ट्स में गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण, गंभीर मूत्र पथ संक्रमण, हड्डी के फ्रैक्चर, आ गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया शामिल बा।
अगर रउआ के टाइप 1 डायबिटीज, गंभीर किडनी के बीमारी, या एकरा से गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया के इतिहास बा त कनाग्लिफ्लोजिन से बचे के चाहीं। गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान एकरा के सिफारिश ना कइल जाला काहे कि संभावित जोखिम बा।
संकेत आ उद्देश्य
कनाग्लिफ्लोजिन कइसे काम करेला?
कनाग्लिफ्लोजिन गुर्दा में सोडियम-ग्लूकोज को-ट्रांसपोर्टर 2 (SGLT2) के अवरोधित करके काम करेला। ई गुर्दा नलिका से ग्लूकोज के पुनःअवशोषण के कम करेला, जे मूत्र में ग्लूकोज के उत्सर्जन बढ़ा देला। एकर परिणामस्वरूप, रक्त शर्करा स्तर कम हो जाला, जे टाइप 2 मधुमेह के प्रभावी रूप से प्रबंधित करे में मदद करेला।
का कनाग्लिफ्लोजिन प्रभावी बा?
कनाग्लिफ्लोजिन के टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित बड़का आ 10 साल आ ओकरा से ऊपर के बच्चा में रक्त शर्करा स्तर के प्रभावी रूप से कम करे खातिर देखावल गइल बा जब एकरा के आहार आ व्यायाम के साथ इस्तेमाल कइल जाला। ई टाइप 2 मधुमेह आ स्थापित हृदय रोग से पीड़ित बड़का में प्रमुख हृदय संबंधी घटनन के जोखिम के भी कम करेला। क्लिनिकल परीक्षण एकर प्रभावशीलता के ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार आ मधुमेह नेफ्रोपैथी से पीड़ित मरीजन में एंड-स्टेज किडनी रोग आ हृदय विफलता खातिर अस्पताल में भर्ती होखे के जोखिम के कम करे में देखावल गइल बा।
इस्तेमाल के निर्देश
कनाग्लिफ्लोजिन केतना दिन लेवे के चाहीं?
कनाग्लिफ्लोजिन के टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन खातिर दीर्घकालिक उपचार के रूप में इस्तेमाल कइल जाला। ई महत्वपूर्ण बा कि एकरा के लेत रहीं, चाहे अच्छा महसूस होखो, काहे कि ई समय के साथ रक्त शर्करा स्तर के नियंत्रण में मदद करेला। उपयोग के अवधि आमतौर पर आपके स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा आपके व्यक्तिगत स्वास्थ्य जरूरत आ दवा के प्रतिक्रिया के आधार पर निर्धारित कइल जाला।
कनाग्लिफ्लोजिन के कइसे लेवे के चाहीं?
कनाग्लिफ्लोजिन के रोजाना एक बेर पहिला खाना से पहिले मुँह से लेवे के चाहीं। ई खाना के साथ भा बिना खाना के ले सकीला। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध के उल्लेख नइखे, लेकिन अपने मधुमेह के प्रभावी रूप से प्रबंधित करे खातिर अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा सिफारिश कइल स्वस्थ आहार आ व्यायाम योजना के पालन करे के महत्वपूर्ण बा।
कनाग्लिफ्लोजिन के काम करे में कति समय लागेला?
कनाग्लिफ्लोजिन खुराक के पहिला दिन के भीतर काम करे शुरू कर देला, प्लाज्मा ग्लूकोज स्तर खुराक-निर्भर तरीके से घट जाला। हालांकि, रक्त शर्करा स्तर पर पूरा चिकित्सीय प्रभाव के पूरा तरह से महसूस होखे में कुछ हफ्ता लाग सकेला। दवा के निर्धारित रूप से लेत रहे आ नियमित रूप से रक्त शर्करा स्तर के निगरानी करे के महत्वपूर्ण बा।
कनाग्लिफ्लोजिन के कइसे स्टोर करे के चाहीं?
कनाग्लिफ्लोजिन के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद क के, आ बच्चा के पहुँच से दूर रखल चाहीं। एकरा के कमरे के तापमान पर, अधिक गर्मी आ नमी से दूर, आ बाथरूम में ना रखल चाहीं। सभी दवाइयन के बच्चा के नजर से दूर आ पहुँच से बाहर रखल महत्वपूर्ण बा ताकि आकस्मिक सेवन से बचल जा सके।
कनाग्लिफ्लोजिन के सामान्य खुराक का ह?
बड़का लोग खातिर, कनाग्लिफ्लोजिन के सामान्य शुरूआती खुराक 100 मि.ग्रा. बा, जेकरा के रोजाना पहिला खाना से पहिले मुँह से लिहल जाला। खुराक के बढ़ाके अधिकतम 300 मि.ग्रा. रोजाना कइल जा सकेला अतिरिक्त ग्लाइसेमिक नियंत्रण खातिर। 10 साल आ ओकरा से ऊपर के बाल रोगी खातिर, सिफारिश कइल शुरूआती खुराक भी 100 मि.ग्रा. रोजाना बा, जेकरा के क्लिनिकल प्रतिक्रिया आ सहनशीलता के आधार पर 300 मि.ग्रा. तक बढ़ावल जा सकेला।
चेतावनी आ सावधानी
का कनाग्लिफ्लोजिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
कनाग्लिफ्लोजिन के स्तनपान के दौरान उपयोग खातिर सिफारिश ना कइल जाला। मानव दूध में एकर उपस्थिति पर कवनो जानकारी नइखे, लेकिन ई दूध पिलावे वाली चूहा में मौजूद बा। विकासशील मानव गुर्दा पर संभावित जोखिम के कारण, महिलन के कनाग्लिफ्लोजिन लेत घरी स्तनपान ना करे के सलाह दिहल जाला। वैकल्पिक उपचार पर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ चर्चा करे के महत्वपूर्ण बा।
का कनाग्लिफ्लोजिन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
कनाग्लिफ्लोजिन के गर्भावस्था के दुसरा आ तिसरा तिमाही में सिफारिश ना कइल जाला काहे कि ई विकासशील भ्रूण पर संभावित प्रतिकूल गुर्दा प्रभाव डाल सकेला। गर्भवती महिलन में सीमित डेटा बा जे प्रमुख जन्म दोष भा गर्भपात खातिर दवा-संबंधित जोखिम के निर्धारण खातिर पर्याप्त नइखे। जे महिलन गर्भवती बा भा गर्भवती होखे के योजना बना रहल बा ऊ लोग अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ वैकल्पिक उपचार पर चर्चा करे के चाहीं।
का हम कनाग्लिफ्लोजिन के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाइयन के साथ ले सकेनी?
कनाग्लिफ्लोजिन कुछ दवाइयन के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जेकरा में इंसुलिन भा इंसुलिन स्रावक शामिल बा, जे हाइपोग्लाइसीमिया के जोखिम बढ़ा सकेला। ई यूडीपी-ग्लुकुरोनोसिल ट्रांसफरेज (UGT) एंजाइम इंड्यूसर, जइसे कि रिफाम्पिन, फेनाइटोइन, आ फेनोबार्बिटल के साथ भी इंटरैक्ट कर सकेला, जे एकर प्रभावशीलता के कम कर सकेला। मरीजन के अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के सभी दवाइयन के बारे में जानकारी देवे के चाहीं ताकि संभावित इंटरैक्शन के प्रभावी रूप से प्रबंधित कइल जा सके।
का कनाग्लिफ्लोजिन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
कनाग्लिफ्लोजिन लेत बुजुर्ग मरीजन के कम इंट्रावास्कुलर वॉल्यूम से संबंधित साइड इफेक्ट, जइसे कि हाइपोटेंशन आ निर्जलीकरण के अनुभव करे के अधिक जोखिम हो सकेला। ऊ लोग के छोटा एचबीए1सी कमी हो सकेला जवना के तुलना में जवान मरीजन के। ई महत्वपूर्ण बा कि बुजुर्ग मरीजन के रक्तचाप आ तरल पदार्थ के सेवन के नजदीकी से निगरानी करे आ ई जोखिम के प्रबंधन पर व्यक्तिगत सलाह खातिर अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं।
कनाग्लिफ्लोजिन लेत घरी शराब पीना सुरक्षित बा?
शराब पीना रक्त शर्करा स्तर पर असर डाल सकेला, जे कनाग्लिफ्लोजिन के प्रभावशीलता में बाधा डाल सकेला। शराब रक्त शर्करा में बदलाव कर सकेला, आ कनाग्लिफ्लोजिन लेत घरी शराबी पेय के सुरक्षित उपयोग के बारे में डॉक्टर से सलाह लेवे के सलाह दिहल जाला। अगर शराब पीयत बानी त रक्त शर्करा स्तर के नजदीकी से निगरानी करे के महत्वपूर्ण बा।
कनाग्लिफ्लोजिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
कनाग्लिफ्लोजिन विशेष रूप से व्यायाम के क्षमता के सीमित ना करेला। हालांकि, ई चक्कर आना भा हल्कापन महसूस कर सकेला, खासकर जब लेटाइल स्थिति से जल्दी उठत बानी। अगर ई लक्षण अनुभव होखत बा, त धीरे-धीरे उठे के आ खड़ा होखे से पहिले पैर के जमीन पर आराम करे के महत्वपूर्ण बा। अगर ई लक्षण जारी रहेला त अपने डॉक्टर से सलाह लीं, काहे कि ई आपके सुरक्षित रूप से व्यायाम करे के क्षमता पर असर डाल सकेला।
कनाग्लिफ्लोजिन के लेवे से केकरा बचे के चाहीं?
कनाग्लिफ्लोजिन के कई महत्वपूर्ण चेतावनी आ मतभेद बा। ई मधुमेह केटोएसिडोसिस, निचला अंग विच्छेदन, आ गंभीर मूत्र पथ संक्रमण के जोखिम बढ़ा सकेला। ई टाइप 1 मधुमेह भा गंभीर गुर्दा समस्या से पीड़ित मरीजन खातिर सिफारिश ना कइल जाला। मरीजन के निर्जलीकरण के जोखिम, इंसुलिन के साथ इस्तेमाल पर हाइपोग्लाइसीमिया, आ संभावित जननांग संक्रमण के बारे में जागरूक होखे के चाहीं। लक्षण के निगरानी करे आ अगर कवनो चिंताजनक संकेत होखत बा त स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेवे के महत्वपूर्ण बा।