अरिपिप्राजोल
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -
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अरिपिप्राजोल के इस्तेमाल स्किजोफ्रेनिया, बाइपोलर डिसऑर्डर, मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर, आ ऑटिज्म से जुड़ल चिड़चिड़ापन जइसन हालत के इलाज खातिर कइल जाला। ई टॉरेट सिंड्रोम खातिर भी लिखल जाला आ कुछ मामिला में, ई दोसरा मानसिक स्वास्थ्य के हालत खातिर भी इस्तेमाल हो सकेला।
अरिपिप्राजोल दिमाग में कुछ न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर के संतुलित क के काम करेला, खास कर के डोपामाइन आ सेरोटोनिन। ई डोपामाइन रिसेप्टर्स पर आंशिक एगोनिस्ट के रूप में काम करेला, मतलब ई दिमाग के जरूरत के हिसाब से डोपामाइन गतिविधि के बढ़ा आ घटा सकेला। ई मूड के स्थिर करे आ लक्षण के कम करे में मदद करेला।
बड़ लोग खातिर, अरिपिप्राजोल के सामान्य शुरुआती खुराक 10-15 मि.ग्रा. प्रति दिन होला। खुराक धीरे-धीरे बढ़ावल जा सकेला, आमतौर पर 15-30 मि.ग्रा. प्रति दिन, इलाज हो रहल हालत के हिसाब से। ई आमतौर पर रोज एक बेर, खाना के साथ या बिना लिहल जाला।
अरिपिप्राजोल के आम साइड इफेक्ट्स में मिचली, सिरदर्द, चक्कर, चिंता, अनिद्रा, आ वजन बढ़ना शामिल बा। महत्वपूर्ण प्रतिकूल प्रभाव में कंपकंपी या बेचैनी जइसन गति विकार, आत्महत्या के विचार के बढ़ल जोखिम, आ उच्च रक्त शर्करा या कोलेस्ट्रॉल जइसन चयापचय परिवर्तन शामिल हो सकेला।
अरिपिप्राजोल खातिर महत्वपूर्ण चेतावनी में आत्महत्या के विचार के बढ़ल जोखिम, खास कर के जवान लोग में, आ टार्डिव डिस्किनेसिया जइसन गति विकार के संभावना शामिल बा। ई दिल के बीमारी, मधुमेह, या दौरा के इतिहास वाला लोग में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाला। अरिपिप्राजोल के दवा से ज्ञात अतिसंवेदनशीलता वाला व्यक्ति में निषिद्ध बा।
संकेत आ उद्देश्य
अरिपिप्राजोल कइसे काम करेला?
अरिपिप्राजोल दिमाग में कुछ न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर के संतुलित करके काम करेला, मुख्य रूप से डोपामाइन आ सेरोटोनिन। ई डोपामाइन रिसेप्टर पर आंशिक एगोनिस्ट के रूप में काम करेला, मतलब ई दिमाग के जरूरत के अनुसार डोपामाइन गतिविधि के बढ़ा भा घटा सकेला। ई मूड के स्थिर करे आ स्किजोफ्रेनिया आ बाइपोलर डिसऑर्डर जइसन स्थिति के लक्षण कम करे में मदद करेला।
अरिपिप्राजोल काम कर रहल बा, ई कइसे पता चली?
अरिपिप्राजोल के लाभ के डॉक्टर लोग द्वारा नियमित क्लिनिकल मूल्यांकन के माध्यम से मूल्यांकन कइल जाला। ई लक्षण में सुधार के निगरानी शामिल बा, जइसन कि मतिभ्रम में कमी, मूड स्थिरता में सुधार, आ बेहतर दैनिक कार्यप्रणाली। डॉक्टर लोग साइड इफेक्ट, इलाज के प्रति मरीज के प्रतिक्रिया, आ समय के साथ मानसिक स्वास्थ्य में कवनो बदलाव के भी ट्रैक करेला। नियमित फॉलो-अप आ खुराक के समायोजन ओकर प्रभावशीलता सुनिश्चित करे में मदद करेला।
का अरिपिप्राजोल प्रभावी बा?
अरिपिप्राजोल के प्रभावशीलता के समर्थन करे वाला प्रमाण क्लिनिकल अध्ययन से आवेला जेकरा में ओकरा के स्किजोफ्रेनिया, बाइपोलर डिसऑर्डर, आ मेजर डिप्रेशन के लक्षण कम करे के क्षमता देखावल गइल बा। ई मूड स्थिरता में सुधार, मतिभ्रम के कमी, आ उन्मत्त भा अवसादग्रस्त एपिसोड के रोकथाम में मददगार साबित भइल बा। कई रैंडमाइज्ड कंट्रोल्ड ट्रायल ओकर सुरक्षा आ प्रभावशीलता के पुष्टि करेला, जेकरा से ई ई स्थिति खातिर व्यापक रूप से लिखल दवाई बन गइल बा।
अरिपिप्राजोल के का उपयोग बा?
अरिपिप्राजोल के आमतौर पर स्किजोफ्रेनिया, बाइपोलर डिसऑर्डर (मेनिया आ मिक्स्ड एपिसोड), आ मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर (एड-ऑन ट्रीटमेंट के रूप में) जइसन स्थिति के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई ऑटिज्म आ टॉरेट सिंड्रोम से जुड़ल चिड़चिड़ापन खातिर भी लिखल जा सकेला। कुछ मामिला में, ई दोसरा मानसिक स्वास्थ्य स्थिति खातिर ऑफ-लेबल इस्तेमाल हो सकेला। हमेशा अपने डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं।
इस्तेमाल के निर्देश
कति दिन ले हम अरिपिप्राजोल लीं?
अरिपिप्राजोल के उपयोग के सामान्य अवधि इलाज हो रहल स्थिति पर निर्भर करेला। स्किजोफ्रेनिया आ बाइपोलर डिसऑर्डर खातिर, ई अक्सर दीर्घकालिक प्रबंधन खातिर लिखल जाला, जबकि तीव्र एपिसोड खातिर, ई छोट अवधि खातिर इस्तेमाल हो सकेला। इलाज के उपयुक्त अवधि के निर्धारण खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ नियमित फॉलो-अप आवश्यक बा।
हम अरिपिप्राजोल कइसे लीं?
अरिपिप्राजोल खाना के साथ भा बिना खइला जा सकेला। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध नइखे, लेकिन शराब से बचे के जरूरी बा, काहे कि ई साइड इफेक्ट बढ़ा सकेला। दवाई के ठीक जइसन लिखल गइल बा, ओइसहीं लीं, आ खुराक मत छोड़ीं। अगर खुराक छूट जाव, त जइसे याद आवे, ले लीं, लेकिन अगर अगिला खुराक के समय लगभग होखे त छोड़ दीं।
अरिपिप्राजोल के काम करे में कति समय लागेला?
अरिपिप्राजोल 1 से 2 हफ्ता में प्रभाव देखावे शुरू कर सकेला, लेकिन पूरा लाभ के ध्यान देवे में 4 से 6 हफ्ता लाग सकेला, खासकर स्किजोफ्रेनिया भा बाइपोलर डिसऑर्डर जइसन स्थिति खातिर। ई जरूरी बा कि एकरा के लिखल जइसन लेत रही, भले ही तुरंत सुधार ना महसूस होखे। प्रगति के अपडेट खातिर हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लीं।
हम अरिपिप्राजोल के कइसे स्टोर करीं?
अरिपिप्राजोल के कमरा के तापमान पर, नमी, गर्मी, आ सीधा धूप से दूर स्टोर कइल जाव। दवाई के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद, आ बच्चा के पहुंच से दूर रखीं। एकरा के बाथरूम में मत रखीं भा अत्यधिक तापमान के संपर्क में मत आवे दीं। कवनो अप्रयुक्त भा समाप्त दवाई के अपने डॉक्टर के निर्देश अनुसार सही से नष्ट करीं।
चेतावनी आ सावधानी
का अरिपिप्राजोल स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
अरिपिप्राजोल स्तन दूध में निकासित होखेला, आ स्तनपान के दौरान ओकर सुरक्षा पूरा तरह से स्थापित नइखे। ई शिशु खातिर जोखिम पैदा कर सकेला, खासकर नवजात भा प्रीटर्म बच्चा में। अगर स्तनपान करावत बानी, त जोखिम आ लाभ के मूल्यांकन खातिर अपने डॉक्टर से सलाह लेवे के जरूरी बा। डॉक्टर शिशु के कवनो साइड इफेक्ट खातिर निगरानी करे के सिफारिश कर सकेला भा वैकल्पिक उपचार के सुझाव दे सकेला।
का अरिपिप्राजोल गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
अरिपिप्राजोल के गर्भावस्था खातिर श्रेणी C दवाई के रूप में वर्गीकृत कइल गइल बा, मतलब ओकर सुरक्षा स्थापित नइखे। पशु अध्ययन में संभावित जोखिम देखावल गइल बा, लेकिन मानव डेटा अपर्याप्त बा। ई भ्रूण के नुकसान पहुंचा सकेला, जइसन कि जन्म के बाद वापसी लक्षण। ई केवल तब इस्तेमाल कइल जाव जब लाभ जोखिम से अधिक होखे। अगर आप गर्भवती बानी भा गर्भवती होखे के योजना बना रहल बानी, त हमेशा अपने डॉक्टर से चर्चा करीं।
का हम अरिपिप्राजोल के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?
अरिपिप्राजोल कई प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। उदाहरण खातिर, मजबूत CYP3A4 भा CYP2D6 इनहिबिटर (जइसन कि फ्लुओक्सेटीन भा केटोकोनाजोल) अरिपिप्राजोल के स्तर बढ़ा सकेला, जेकरा से अधिक साइड इफेक्ट हो सकेला। विपरीत रूप से, ई एंजाइम के प्रेरित करे वाली दवाई (जइसन कि कार्बामाज़ेपिन) ओकर प्रभावशीलता घटा सकेला। अतिरिक्त रूप से, अरिपिप्राजोल के दोसरा केंद्रीय तंत्रिका तंत्र डिप्रेसेंट (जइसन कि बेंजोडायजेपाइन) के साथ मिलावे से नींद बढ़ सकेला। कवनो नया दवाई लेवे से पहिले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लीं।
का हम अरिपिप्राजोल के विटामिन भा सप्लीमेंट के साथ ले सकीला?
अरिपिप्राजोल कुछ विटामिन आ सप्लीमेंट के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। उदाहरण खातिर, विटामिन E के उच्च खुराक साइड इफेक्ट के जोखिम बढ़ा सकेला, आ सेरोटोनिन स्तर पर प्रभाव डाले वाला सप्लीमेंट, जइसन कि सेंट जॉन वॉर्ट, अरिपिप्राजोल के प्रभावशीलता घटा सकेला। कवनो हानिकारक इंटरैक्शन से बचे खातिर हमेशा अपने डॉक्टर के कवनो विटामिन, जड़ी-बूटी, भा सप्लीमेंट के बारे में जानकारी दीं।
का अरिपिप्राजोल बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?
एंटीसाइकोटिक दवाई बुजुर्ग डिमेंशिया मरीजन में मौत के जोखिम बढ़ा सकेला। अरिपिप्राजोल ई उपयोग खातिर मंजूर नइखे। अगर लिखल जाव, त निगरानी करीं कि निगलत घरी दिक्कत भा अत्यधिक नींद आवे के समस्या ना होखे, ताकि गिरल भा दोसरा दुर्घटना से बचल जा सके।
केकरा के अरिपिप्राजोल ना लेवे के चाहीं?
अरिपिप्राजोल खातिर महत्वपूर्ण चेतावनी में खासकर युवा वयस्कन में आत्मघाती विचार के बढ़ल जोखिम आ टार्डिव डिस्किनेसिया जइसन मूवमेंट डिसऑर्डर के संभावना शामिल बा। ई लोग जिनका दिल के बीमारी, डायबिटीज, भा दौरा के इतिहास बा, में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव। अरिपिप्राजोल के उन व्यक्तियन में निषिद्ध बा जिनका दवाई से ज्ञात अतिसंवेदनशीलता बा। हमेशा अपने डॉक्टर के पहिले से मौजूद स्थिति के बारे में जानकारी दीं।