अकालाब्रुटिनिब

मांटल-सेल लिम्फोमा

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

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सारांश

  • अकालाब्रुटिनिब के इस्तेमाल खून के कैंसर जइसे कि मैन्टल सेल लिम्फोमा आ क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के इलाज खातिर कइल जाला।

  • अकालाब्रुटिनिब बीटीके प्रोटीन के रोक के काम करेला, जे कैंसर सेल के बढ़त आ फइलाव में शामिल होला। ई प्रोटीन के ब्लॉक क के, ई कैंसर सेल के बढ़े से रोकत बा।

  • बड़ लोग खातिर सामान्य खुराक 100 मि.ग्रा. बा जे लगभग हर 12 घंटा पर मौखिक रूप से लिहल जाला। ई खाना के साथे या बिना खइला जा सकेला।

  • अकालाब्रुटिनिब के आम साइड इफेक्ट में दस्त, सिरदर्द, आ थकान शामिल बा। गंभीर साइड इफेक्ट में संक्रमण, खून बहल, आ जिगर के समस्या शामिल हो सकेला।

  • अकालाब्रुटिनिब अजन्मल बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला आ स्तनपान के सिफारिश ना कइल जाला। ई कुछ दवाइयन के साथे इंटरैक्ट कर सकेला आ चक्कर या थकान पैदा कर सकेला जे ड्राइविंग के क्षमता पर असर डाल सकेला। डॉक्टर के नियमित निगरानी जरूरी बा।

संकेत आ उद्देश्य

अकालाब्रुटिनिब कइसे काम करेला?

अकालाब्रुटिनिब बीटीके प्रोटीन के रोक देला, जेकरा कैंसर कोशिका के बढ़त आ फइलाव में भूमिका होला. ई प्रोटीन के ब्लॉक क के, ई कैंसर कोशिका के बढ़े से रोक में मदद करेला.

कइसे पता चली कि अकालाब्रुटिनिब काम कर रहल बा?

अकालाब्रुटिनिब के फायदा के मूल्यांकन नियमित मेडिकल चेक-अप आ लैब टेस्ट के माध्यम से कइल जाला ताकि शरीर के प्रतिक्रिया के मॉनिटर कइल जा सके आ जरूरत पर इलाज में बदलाव कइल जा सके।

का अकालाब्रुटिनिब प्रभावी बा?

क्लिनिकल ट्रायल देखवले बा कि अकालाब्रुटिनिब मंटल सेल लिम्फोमा आ क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के इलाज में प्रभावी बा, ई बीटीके प्रोटीन के रोक के कैंसर सेल के बढ़त के रोकत बा।

अकालाब्रुटिनिब के का उपयोग होला?

अकालाब्रुटिनिब के उपयोग मंटल सेल लिम्फोमा आ क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के इलाज खातिर कइल जाला, जे दुनो खून के कैंसर के प्रकार हवे।

इस्तेमाल के निर्देश

कति दिन ले हम अकलाब्रुटिनिब लेई?

अकलाब्रुटिनिब आमतौर पर तब ले लिहल जाला जब ले बेमारी के बढ़ती ना होखे या अस्वीकार्य विषाक्तता ना होखे। सही अवधी व्यक्ति के प्रतिक्रिया आ चिकित्सा सलाह पर निर्भर करेला।

हम अकलाब्रुटिनिब कइसे लीं?

अकलाब्रुटिनिब के मुँह से रोजाना दू बेर, करीब 12 घंटा के अंतर पर, खाना के साथ या बिना खाना के लीं। अंगूर आ अंगूर के रस से बचे के चाहीं, काहे कि ई दवाई के काम पर असर डाल सकेला।

अकालाब्रुटिनिब के काम करे में कतना समय लागेला?

अकालाब्रुटिनिब के काम करे में लागे वाला समय अलग-अलग हो सकेला। मरीज लोग कुछ हफ्ता में असर देखे शुरू कर सकेला, लेकिन पूरा फायदा खातिर अधिक समय लाग सकेला। डॉक्टर के नियमित निगरानी जरूरी बा।

अकालाब्रुटिनिब के कइसे रखल जाव?

अकालाब्रुटिनिब के कमरा के तापमान पर रखल जाव, बेसी गरमी आ नमी से दूर. एकरा के ओकरा असली कंटेनर में, मजबूती से बंद क के, आ बच्चन के पहुँच से दूर रखल जाव.

अकालाब्रुटिनिब के सामान्य खुराक का ह?

बड़का लोग खातिर सामान्य खुराक 100 मि.ग्रा. बा जेकरा के मुँह से लगभग हर 12 घंटा पर लिहल जाला। बच्चा लोग में अकालाब्रुटिनिब के सुरक्षा आ प्रभावशीलता स्थापित नइखे भइल।

चेतावनी आ सावधानी

का अकालाब्रुटिनिब के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

स्तनपान के सिफारिश ना कइल जाला अकालाब्रुटिनिब से इलाज के दौरान आ अंतिम खुराक के कम से कम 2 हफ्ता बाद ले काहे कि ई बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला।

का अकालाब्रुटिनिब के गर्भवती घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

अकालाब्रुटिनिब अजन्मल बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला। मेहरारू लोग के इलाज के दौरान आ आखिरी खुराक के कम से कम 1 हफ्ता बाद ले प्रभावी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करे के चाहीं। गर्भावस्था के योजना पर अपना डॉक्टर से चर्चा करीं।

का हम अकालाब्रुटिनिब के दोसरा पर्चा दवाई के साथ ले सकीला?

अकालाब्रुटिनिब मजबूत CYP3A इनहिबिटर आ इंड्यूसर के साथ इंटरैक्ट करेला, जेकरा से एकर प्रभावशीलता पर असर पड़ सकेला. आपन डॉक्टर के सभ दवाई के बारे में जानकारी दीं जेकरा से इंटरैक्शन से बचल जा सके.

का अकालाब्रुटिनिब बुजुर्ग लोगन खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग मरीज लोगन के अधिक गंभीर साइड इफेक्ट हो सकेला। नियमित निगरानी आ खुराक के समायोजन जरूरी हो सकेला। सुरक्षित उपयोग के सुनिश्चित करे खातिर आपन डॉक्टर से कवनो चिंता पर चर्चा करीं।

कवन लोग के अकालाब्रुटिनिब लेवे से बचे के चाहीं?

अकालाब्रुटिनिब गंभीर संक्रमण, खून बहे, आ जिगर के समस्या पैदा कर सकेला। ई दोसरा कैंसर के खतरा भी बढ़ा सकेला। मरीज लोग के ई हालात खातिर निगरानी कइल जाव आ आपन डॉक्टर से कवनो चिंता पर चर्चा कइल जाव।