के परिचय दिहल गइल बा ग्लिनिल टैबलेट के बा
ग्लिनिल टैबलेट के बा में ग्लिबेनक्लामाइड होला, जेकरा के ग्लाइबराइड के रूप में भी मान्यता दिहल जाला, आ टाइप 2 डायबिटीज के प्रबंधन खातिर बहुत महत्व के मौखिक एंटीडायबिटिक दवाई के रूप में काम करे ला।
ग्लिनिल टैबलेट के बा मौखिक हाइपोग्लाइसीमिक (ग्लूकोज कम करे वाला) एजेंट के काम करेला, जवन टाइप 2 डायबिटीज के रोगी लोग खातिर ब्लड शुगर के स्तर के नियंत्रित करे में अहम भूमिका निभावेला। एकर तंत्र में इंसुलिन रिलीज के उत्तेजित कईल शामिल बा , जीवनशैली के समायोजन के पूरक होखला प ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार में योगदान देवेला।
दिन में एक बेर मौखिक रूप से ग्लिबेनक्लामाइड देवे के चाहीं , आमतौर पर नाश्ता भा दिन के शुरुआती भोजन के बाद। सुरुआती खुराक आमतौर पर कम 25 मिलीग्राम प्रति दिन होला, एह में समायोजन खून में ग्लूकोज के स्तर के आधार पर कइल जाला। इलाज के दौरान ब्लड शुगर के स्तर के नियमित निगरानी जरूरी बा।
जबकि आमतौर पर एकरा के बढ़िया से सहन कइल जाला, आम दुष्प्रभाव सभ में मतली, नाक के जलन आ ब्लड शुगर के स्तर में संभावित गिरावट सामिल हो सके ला। अउरी गंभीर मामिला में एंजियोएडिमा आ कम ब्लड शुगर नियर बिपरीत परभाव लउक सके ला।
ग्लिनिल टैबलेट के बा के इस्तेमाल दवाई से एलर्जी , डायबिटिक कीटोएसिडोसिस, टाइप 1 डायबिटीज, ग्लूकोज फॉस्फेट डिहाइड्रोजनेज के कमी , भा लिवर भा किडनी के गंभीर बेमारी के मामिला में ना करे के चाहीं. गर्भावस्था अवुरी स्तनपान के दौरान सावधानी बरते के सलाह दिहल जाला । खासकर तनाव भा चिकित्सा प्रक्रिया के दौरान नियमित रूप से ब्लड शुगर के निगरानी के सलाह दिहल जाला।
खुराक छूटला के स्थिति में जईसे ही याद आईल, जब तक कि अगिला निर्धारित खुराक के करीब ना होखे। खुराक में दुगुना होखे से बची अवुरी व्यक्तिगत सलाह खाती स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से मार्गदर्शन लीं।