के परिचय दिहल गइल बा आबा 150 मिलीग्राम इंजेक्शन के बा
आबा 150 मिलीग्राम इंजेक्शन के बा एगो दवाई ह जवना में अल्फाबीटा आर्टीथर होखेला, जवन मलेरिया से लड़ेला, जवन कि मच्छर के काटला से फैलल परजीवी से होखेवाला बेमारी ह। ई सेस्क्यूटरपीन नाँव के श्रेणी में आवे ला आ एह परजीवी सभ के जरूरी प्रक्रिया सभ के बिघटन क के काम करे ला।
ई दवाई खास तौर पर मलेरिया संक्रमण से निपटे खातिर बनावल गइल बा , इहाँ तक कि अन्य दवाई सभ के प्रतिरोधी परजीवी सभ के कारण भी ई मलेरिया के गंभीर मामिला सभ के समाधान में बहुत महत्व के भूमिका निभावे ले।
आर्टीथर हानिकारक पदार्थ बना के आ ओह लोग के झिल्ली के गुण में बदलाव क के परजीवी सभ से लड़े ला एह से इनहन के पोषक तत्व मिले के क्षमता में बाधा आवे ला, अंत में इनहन के बढ़ती आ गुणा बंद हो जाला।
सही खुराक खातिर अपना स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता के निर्देश के पालन करीं आमतौर प, एकरा में पहिला दिन जादा खुराक अवुरी अगिला कुछ दिन तक कम खुराक लेवे के पड़ेला, ताकि प्रभावी इलाज सुनिश्चित हो सके।
कुछ दुष्प्रभाव हो सकेला, जइसे कि दिल के लय में बदलाव आ तंत्रिका तंत्र पर संभावित प्रभाव अगर रउरा कवनो असामान्य अनुभव होखे त अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के बतावल जरूरी बा.
सही समय पर सही मात्रा में दवाई के सेवन एकरा के प्रभावी ढंग से काम करे खातिर बहुत जरूरी बा निर्धारित कार्यक्रम प अडिग रहला के सुनिश्चित करीं।
अगर रउआ खुराक लेवे के भूल गईल बानी त तुरंत अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं उ लोग मार्गदर्शन कर सकेला कि इलाज के पटरी प राखे खातिर का करे के बा।